‘यदि 30% मुस्लिम एकजुट हो जाये तो 4 पाकिस्तान बना सकते हैं’, TMC नेता शेख आलम का ये बयान ममता बनर्जी को भारी पड़ने वाला है

शेख आलम

PC: Zee News

तृणमूल कांग्रेस दिन प्रतिदिन अपने आचरण में निम्नतम होती जा रही है। लेकिन अभी हाल ही में एक बड़बोले नेता ने जो कहा है, उससे इतना तो स्पष्ट है कि ममता बनर्जी की पार्टी को हिन्दू समुदाय से बड़ा झटका लग सकता है, जो उनके चुनावी रणनीति के लिए हानिकारक है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, बीरभूम जिले के नानूर विधानसभा सीट से टीएमसी प्रत्याशी विधानचंद्र मांझी के लिए तृणमूल काँग्रेस के नेता शेख आलम प्रचार कर रहे थे। प्रचार के दौरान शेख ने कहा, “अगर हम चाहते तो इन्हें हम अपने एक आदेश से खत्म करवा देते। लेकिन नहीं हम ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि हम ममता बनर्जी के विश्वासपात्र हैं। उन्होंने आगे कहा कि “हमारी जनसंख्या 30 फीसदी हैं और वो 70 फीसदी हैं। अगर पूरे भारत में हम 30 फीसदी लोग इकट्ठा हो जाते हैं तो हम चार-चार पाकिस्तान बना सकते हैं। फिर कहां जाएंगे ये 70 फीसदी लोग?”

यह बयान भड़काऊ अवश्य है, पर बंगाल के लिए ये कोई हैरानी भरी बात नहीं है। इससे पहले भी इस तरह के भड़काऊ बयान दिए जा चुके हैं। बीरभूम जिला वही क्षेत्र है जहाँ के एक गांव के 300 हिंदू परिवारों को लगातार चौथे साल दुर्गा पूजा आयोजित करने की इजाजत प्रशासन से नहीं मिली। यहाँ अनुमति के लिए हिन्दुओं को प्रशासन के चक्कर लगाने पड़ते हैं। ऐसे में शेख आलम का ये बयान यहाँ के नतीजों पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं। यहाँ कुछ मुस्लिम परिवारों की आपत्ति के चलते स्थानीय प्रशासन हिन्दुओं के साथ भेदभाव करता रहा है।

इस बयान से ममता बनर्जी की पार्टी द्वारा हिन्दुओं को लुभाने की कोशिशों पर पानी फिर सकता है जो पहले से ही ममता बनर्जी द्वारा ‘जय श्री राम’ के नारे को लेकर की जा रही राजनीति से नाराज हैं। इसका प्रभाव नंदीग्राम के नतीजों पर भी देखने को मिल सकता है जहाँ 70 फीसदी हिंदू आबादी और शेष मुस्लिम आबादी हैं।

वैसे ये पहली बार नहीं जब इस तरह से ‘पाकिस्तान’ से टीएमसी नेताओं का ये लगाव सामने आया है। वर्ष 2016 के विधानसभा चुनावों के पांचवे चरण के मतदान से पहले मंत्री फिरहाद हकीम ने पाकिस्‍तान के एक पत्रकार से कहा था, ‘आप हमारे साथ आइए, हम अपको कोलकाता के मिनी पाकिस्‍तान ले चलते हैं।’ हकीम उस समय कोलकाता के गार्डन रीच इलाके की बात कर रहे थे, और उनके इस बयान का काफी विरोध हुआ था।

वैसे भी, जिस राज्य की मुख्यमंत्री के लिए जय श्री राम का नारा लगाना किसी अपराध से कम न हो, उस राज्य में ऐसे अलगाववादियों को बढ़ावा न मिले, ऐसा हो सकता है क्या? लेकिन जिस प्रकार से शेख आलम खुलेआम ऐसे भड़काऊ बयान दे रहे हैं, और ममता बनर्जी इसपर चुप्पी साधी हुई है, वह तृणमूल काँग्रेस के लिए बेहद हानिकारक सिद्ध होने वाला है। इसकी एक झलक 2019 के लोकसभा चुनावों में भी देखने को मिल चुकी है जहां भाजपा 18 सीटों को जीतने में कामयाब रही थी और दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर राज्य में उभरी थी।

जिस प्रकार से शेख आलम जैसे बड़बोले नेता का भड़काऊ भाषण सामने आया है उससे विधानसभा चुनावों में टीएमसी पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं है। ऐसे में कोई हैरानी की बात नहीं होगी यदि पीएम मोदी का नारा ‘2 मई, दीदी गई’ वाकई में सत्य सिद्ध हो जाये।

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