मुकेश अंबानी ‘Bomb scare’ मामले में दिन प्रतिदिन नए खुलासे हो रहे हैं जो शिवसेना की मुश्किलों को और बढ़ा रहे हैं। अभी हाल ही में एटीएस अपने एक बयान में यह खुलासा किया है कि मनसुख हिरेन के सिर और गर्दन पर चोट लगी थी। इस नए खुलासे के बाद एटीएस अब ठाणे सत्र न्यायालय) में सचिन वझे की अग्रिम जमानत याचिका का विरोध कर सकती है। एटीएस के बयान ने महाराष्ट्र सरकार और सचिन वाझे के झूठ को सबके सामने रख दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एटीएस अधिकारी ने कहा, “ऐसा लगता है कि किसी ने मनसुख हिरेन पर किसी भारी वास्तु से हमला किया था जिससे वो बेहोश हो गया। इसके बाद उसके मुंह में चार-पाँच रूमाल मुँह ठुस दिया गया और उसके पूरे चेहरे को कपडे से ढँक दिया गया था।”
एटीएस अधिकारी ने आगे कहा, “हिरेन को बेहोश करने के लिए हत्यारे ने क्लोरोफॉर्म का इस्तेमाल किया होगा या हो सकता है कि हत्यारों ने कुछ अन्य साधनों का इस्तेमाल किया हो, क्योंकि हिरेन का चेहरा कई रुमालो से ढंका था। और जब उसे होश आया तो उसे पानी में फेंक दिया गया।”
बता दें कि मनसुख हिरेन वही व्यक्ति है जिसका नाम अंबानी ‘Bomb scare’ मामले में सबसे पहले सामने आया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ मुकेश अंबानी के घर के सामने स्कॉर्पियो कार पार्क की गयी थी जिसके अंदर gelatin रोड्स रखे गए थे, उस कार के मलिक मनसुख हिरेन थे। मनसुख हिरेन क्र्रिमे ब्रांच के अधिकारीयों के साथ जांच में सहयोग भी कर रहे थे. इसी सिलसिले में वो अपने घर से निकले लेकिन 5 मार्च को उनका शव बरामद हुआ जिसे मुंबई पुलिस ने आत्महत्या बताया था। लेकिन हिरेन की पत्नी और उनके परिवारवाले ने आत्महत्या के दावा को ठुकरा दिया था। हिरेन की पत्नी ने मुंबई पुलिस को लेकर खुलासा किया था कि मनसुख हिरेन किसी पुलिस अफ़सर से मिलने जा रहे थे और उसके बाद ही उनकी मौत की घटना सामने आई। हिरेन की पत्नी ने यह भी दावा किया था कि मुंबई पुलिस के अफ़सर सचिन वाझे ने मनसुख की हत्या कर दी है।
TFI ने भी इस मामले पर अपनी कई रिपोर्टिंस में इसपर प्रकाश डाला है। हिरेन के मौत और सचिन वाझे का सीधा नाता है। हमने अपनी रिपोर्ट्स में शिवसेना और सचिन वाझे के कनेक्शन पर प्रकाश डाला है और बताया है कैसे ये मामला महाविकास अघाड़ी सरकार के पतन का कारण बन सकती है। अब जिस तरह से NIA की जांच में कई खुलासे हुए हैं उसने पहले ही महाराष्ट्र सरकार के लिए परेशानियाँ बढ़ा दी है। अब मनसुख हिरेन की मौत के मामले में एटीएस के खुलासे से सचिन वाझे और महाराष्ट्र सरकार के झूठ का पर्दाफाश हुआ है। साथ ही उद्धव सरकार की उल्टी गिनती भी शुरू हो गयी है।