पश्चिम बंगाल को लेकर एक कहावत है कि बंगाल आज जो सोचता है वो कल पूरा विश्व करता है, और यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक रैली ने ये संदेश दे दिया है कि बंगाल मे अब परिवर्तन होने वाला है। पीएम मोदी ने चुनावी आचार संहिता लागू होने के बाद बंगाल में अपनी पहली चुनावी सभा की, तो ऐसा लगा कि पूरा बंगाल अब सड़को पर ही उतर आया है। कोलकाता के ब्रिगेड मैदान की इस रैली में बीजेपी और पीएम मोदी की लोकप्रियता का एक अलग ही नजारा दिखा, जो इस बात का साफ संकेत है कि अब बंगाल ममता का नहीं बीजेपी का गढ़ बन चुका है।
पीएम मोदी जब भी पश्चिम बंगाल में रैली करते हैं तो वहां जनता का उत्साह अलग ही स्तर पर चला जाता है और ये लोकप्रियता कोई एक दिन में नहीं बनी है। बीजेपी और प्रधानमंत्री बंगाल को लेकर काफी पहले से ही अपनी चुनावी नीतियों पर काम करते रहे हैं और उसका असर अब देखने को मिल रहा हैं जिसका साक्षात उदाहरण कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली है। पीएम की रैली को लेकर हवा उड़ाई जा रही है कि रैली फ्लॉप रही है। दिलचस्प बात ये है कि विपक्षियों और वामपंथियों का ये इतिहास रहा है कि जब बीजेपी की रैली उम्मीद से ज्यादा सफल हो जाती है तो उसे असफल घोषित करने के लिए वामपंथी फेक न्यूज की हवा चलाने लगता है।
पीएम मोदी की ब्रिगेड मैदान की रैली ने बंगाल का रुख मतदान के पहले ही बता दिया है। लाखों लोगों से खचाखच भरे ब्रिगेड मैदान के बीच जब पीएम मोदी मंच पर पहुंचे तो उनके समर्थन के नारों से शोर उच्चतम स्तर की पराकाष्ठा को भी पार कर गया। इस रैली में पीएम मोदी के अलावा बंगाल बीजेपी के लगभग सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे। खास बात ये भी है कि इसी रैली में बॉलीवुड अभिनेता और बंगाल के लिए बड़ा नाम माने जाने वाले मिथुन चक्रवर्ती ने भी बीजेपी की सदस्य़ता ग्रहण कर ली।
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इस दौरान बीजेपी ने बंगाल में पहली बार अपना पूर्ण शक्ति प्रदर्शन किया है जो कि विपक्ष और टीएमसी के गले की फांस बन गया है। पीएम मोदी की इस रैली को बंगाल की अब तक की सबसे एतिहासिक रैली माना जा रहा है क्योंकि इसने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान ममता दीदी के खेला होबे वाले नारे का मजाक बना दिया। पीएम मोदी ने कहा कि ममता बनर्जी ‘खेला होबे’ कहती हैं क्योंकि वो जनती हैं कि उनका खेल अब बंगाल की राजनीति में खत्म ही हो चुका है।
पीएम मोदी ने ही अपने संबोधन में मैदान की भीड़ को लेकर साफ कहा कि लगता है कि शायद दो मई आज ही गई है। उन्होंने कहा, “बंगाल ने परिवर्तन के लिए ही ममता दीदी पर भरोसा किया था, लेकिन उन्होंने और उनके काडर ने ये भरोसा तोड़ दिया। इन लोगों ने बंगाल को अपमानित किया। यहां की बहन-बेटियों पर अत्याचार किया। इस बार के विधानसभा चुनाव में एक तरफ टीएमसी है, लेफ्ट-कांग्रेस है, उनका बंगाल विरोधी रवैया है, और दूसरी तरफ खुद बंगाल की जनता कमर कसकर खड़ी हो गई है। आज ब्रिगेड ग्राउंड में आप लोगों की हुंकार सुनने के बाद अब किसी को कोई संदेह नहीं रह जाएगा। कुछ लोगों को तो लगता होगा कि शायद आज 2 मई आ गई है।”
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पीएम मोदी बंगाल में की रैलियां कर चुके हैं और उन्हें जनसमर्थन भी मिला है, लेकिन इस बार की ब्रिगेड में हुई रैली के दौरान लोगों को सैलाब पुराने सारे रिकॉर्ड पार कर गया है। बंगाल को एक वक्त लेफ्ट का गढ़ माना जाता है। वहीं बाद में इस गढ़ को भेद कर ममता बनर्जी की पार्टी ने बंगाल पर अपना एकक्षत्र राज किया, लेकिन दिलचस्प बात ये है कि उस पुराने समय के रैलियों के चुनावी दौर में भी इन सभी पार्टियों को कभी बंगाल की जनता ने विराट भीड़ के साथ अपना जनसमर्थन नहीं दिया लेकिन पीएम मोदी की लोकप्रियता पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ चुकी है।
पीएम मोदी की इसी लोकप्रियता को लेकर ये कहा जा सकता है कि बंगाल बीजेपी की रैली को ऐतिहासिक जनसमर्थन देने के साथ ही ये बता चुका है कि वो अब ममता के हाथ से छिटक कर बीजेपी का समर्थन करने लगा है और विधानसभा चुनाव के नतीजों में 2 मई को बंगाल में बीजेपी का कमल खिलेगा और ममता का राजनीतिक भविष्य मुरझा जाएगा।