हंसते हुए उसने मौत को गले लगा लिया, और पूरे देश को गम दे दिया : कहानी आएशा जैसी लड़कियों की जिन्हें शादी के नाम पर धोखा मिला

दहेज के चक्कर में,मौत को उसने गले लगा लिया

आत्महत्या

किसी रिश्ते में विश्वासघात बहुत ही हानिकारक होता है, लेकिन कभी कभी यह विश्वासघात भयानक साबित भी हो जाता है। एक महिला जिसका नाम आएशा था, उसके साथ ऐसा ही विश्वासघात हुआ कि उसे न सिर्फ आत्महत्या करने पर विवश होना पड़ा, बल्कि, उसकी इस कदम से पूरे देश में भी एक भावुक  माहौल बन गया।

हाल ही में गुजरात के साबरमती नदी में आएशा खान नामक युवती ने कूदकर आत्महत्या कर ली थी। लेकिन मरने से पहले उसने एक वीडियो बनाया, जिसके कारण सोशल मीडिया पर कोहराम मचा हुआ है। वीडियो में आएशा के बयान के अनुसार, “हैलो, अस्सलाम वालेकुम। मेरा नाम है आएशा आरिफ खान। मैं जो कुछ भी करने जा रही हूं, अपनी मर्जी से करना चाहती हूं, किसी के जोर जबरदस्ती या दबाव में नहीं। ये समझ लीजिए कि खुदा की दी जिंदगी इतनी ही होती है। डियर डैड, कब तक लड़ेंगे अपनों से? प्यार करते हैं आरिफ से, उसे परेशान थोड़ी ना करेंगे। अगर उसे आजादी चाहिए, तो ठीक है वो आज़ाद रहे। प्यारी सी नदी, प्रे करती हूं कि ये मुझे अपने आप में समां ले। मेरे पीठ पीछे जो भी हो, प्लीज ज्यादा बखेड़ा मत करना”।

लेकिन आएशा के साथ ऐसा क्या हुआ, जिसके कारण उसे ऐसा कदम उठाने पर विवश होना पड़ा? आएशा के पिता लियाकत अली मकरानी के अनुसार दहेज के लिए उसके ससुरालवाले प्रताड़ित करते थे, और कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का यह भी कहना है कि आएशा के पति आरिफ़ का विवाहोत्तर संबंध भी चल रहा था, जिसके चलते आएशा ने यह घातक कदम उठाया। फिलहाल आएशा के पति को राजस्थान के पाली से हिरासत में लिया गया है और उससे जल्द ही अहमदाबाद लाया जाएगा।

लेकिन आएशा के एक वीडियो के कारण भारत के अनेक सोशल मीडिया यूजर्स काफी भावुक हो गए है। उन्होंने एक सुर में आएशा के लिए त्वरित न्याय की मांग की है। एक यूजर ने कहा, “आएशा चाहे जिस पंथ की हो, उसके न्याय के लिए हम सबको लड़ना चाहिए”।

वहीं दूसरी तरफ उद्योगपति ज़फ़र सरेशवाला ने ट्वीट किया, “देखिए इस युवती ने मरने से पहले क्या कहा है। देखिए इस बच्ची को किस प्रकार से अपने लालची ससुरलवालों और एक निष्ठुर पति के हाथों अत्याचार झेलना पड़ा है। अगर महिलाओं के साथ ऐसा दुरव्यवहार होता रहेगा, तो क्या हम मानव कहलाने योग्य भी हैं?”

सच कहें तो आएशा के साथ जो हुआ, वो हमारे लिए एक कड़वा सबक है कि क्यों हमें दहेज प्रथा और धोखेबाज़ी जैसी समस्याओं को अनदेखा नहीं करना चाहिए। कभी-कभी बात केवल मजहब या जाति की नहीं रहती, क्योंकि यदि दहेज जैसी कुरीतियों को नहीं रोका गया, तो ऐसे ही आएशा आत्महत्या को विवश होती रहेंगी और ऐसे ही मानवता पर प्रश्नचिन्ह लगते रहेंगे।

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