एशिया के सबसे धनी व्यक्ति मुकेश अंबानी और दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति Elon Musk के बीच अब सीधी टक्कर होने वाली है और यह एक ऐसी लड़ाई है जिसमें शायद ही एलन मस्क जीत का मुंह देख पाएँ! पिछले दिनों मुकेश अंबानी की Reliance कंपनी ने यह ऐलान किया था कि वह Electronic Vehicles के लिए batteries सहित हरित ऊर्जा से संबन्धित अन्य कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएगी! ऐसा करके Reliance Industries ने भी Electronic Vehicles के क्षेत्र में अपना Debut कर लिया है। दूसरी ओर अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क भी भारत में अपने Tesla EV कार ब्रांड को प्रमोट करने में लगे हैं। हाल ही में Tesla ने भारत में अपने पहले ऑफिस को स्थापित किया है और कंपनी जल्द ही भारत में कारों का उत्पादन भी शुरू करना चाहती है। ऐसे में इस सेक्टर में मुकेश अंबानी और Tesla के बीच सीधी टक्कर होगी!
मुकेश अंबानी किसी भी व्यवसाय में अपना एकाधिकार कायम करने में विश्वास रखते हैं। Reliance Jio पहले ही telecom क्षेत्र में अपना एकाधिकार स्थापित कर चुकी है। अब उनका अगला निशाना ई-कॉमर्स दिखाई दे रहा है, लेकिन अपने हालिया कदम से अंबानी ने स्पष्ट कर दिया है कि वे Electronic Vehicle क्षेत्र में भी अपने कदम जमाना चाहते हैं। भारत में EV सेक्टर में असीमित अवसर मौजूद हैं और शायद इसी कारण से एलन मस्क भी चीन में बढ़ते कंपीटीशन के बीच भारत में अपना खाता खोलना चाहते हैं।
India Energy Storage Alliance के मुताबिक वर्ष 2027 तक भारत में EV मार्केट साइज़ हर साल 63 लाख के स्तर को छू सकता है। भारत में वर्ष 2020 से लेकर वर्ष 2027 तक EV मार्केट साइज़ 44 प्रतिशत के Compound Annual Growth rate के हिसाब से विकास करेगा। एलन मस्क और अंबानी सहित दुनियाभर के उद्योगपतियों की नज़र इसी बाज़ार पर है, जो इन कंपनियों के लिए कई बिलियन डॉलर्स के अवसर प्रदान कर सकते हैं।
EV क्षेत्र में एलन मस्क की Tesla को चीन में बेहद सफलता मिली है। वर्ष 2020 के पहले 11 महीनों में Tesla ने चीन में 1 लाख 11 हज़ार 600 गाडियाँ बेचीं, जबकि चीन की सभी इलेक्ट्रॉनिक कार कंपनियां मिलकर भी 1 लाख के आंकड़े को पार नहीं कर पाई थीं। लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि वर्ष 2020 की तरह ही वर्ष 2021 एलन मस्क के लिए उतना अच्छा नहीं रहने वाला। ऐसा इसलिए, क्योंकि चीनी इलेक्ट्रॉनिक कार बाज़ार में अब चीनी सरकार कई चीनी कंपनियों को उतारने के लिए भरपूर समर्थन दे रही है। हालांकि, भारत में भी उनकी राह इतनी आसान नहीं रहने वाली, क्योंकि यहां उनका मुक़ाबला होगा मुकेश अंबानी से!
मुकेश अंबानी के नेतृत्व में Reliance Industries Limited वर्ष 2019 में भारत की सबसे बड़ी कंपनी बनी, और टेलीकॉम के बाद उनकी निगाहें E-Commerce और EV क्षेत्र पर हैं। अंबानी हर बड़े प्रोजेक्ट में खुद दिलचस्पी लेकर अपनी रणनीति को अंजाम देने में विश्वास रखते हैं। उन्होंने देश के कई बड़े प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा किया, जिसमें 15 हज़ार करोड़ की लागत से जामनगर में बना रिलायंस पेट्रोलियम प्लांट शामिल था। वे आमतौर पर मीडिया से कम बातचीत करते हैं और बाज़ार में अपनी Monopoly स्थापित करने में विश्वास रखते हैं। अब अगर वे EV सेक्टर में उतरने का फैसला लेते हैं तो यहां भी वे Jio जैसी सफलता को दोहराना चाहेंगे! ऐसे में मुकेश अंबानी के सफल व्यावसायिक इतिहास को देखते हुए कहा जा सकता है कि EV क्षेत्र में एलन मस्क की यात्रा भारत में आसान नहीं रहने वाली।