इमरान खान का नया पाकिस्तान चीन के साथ अपने राजनयिक संबंधों की 70 वीं वर्षगांठ मानाने के लिए एक कठपुतली शो आयोजित करने जा रहा है। एक तरह से देखा जाए तो यह शो कला के माध्यम से वास्तविकता को ही दिखायेगा जब खुद पाकिस्तान चीन की कठपुतली बना हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार बीजिंग में पाकिस्तान के दूतावास ने चीन के साथ राजनयिक संबंधों की 70 वीं वर्षगांठ मनाने के लिए कठपुतली शो आयोजित करने का फैसला किया है। यह शो 21 मार्च को चाइना पपेट आर्ट थियेटर में होने वाला है।
चाइना पपेट आर्ट थिएटर और रफी पीर आर्ट थिएटर के सहयोग से की गई इस पहल के जरीय विश्व कठपुतली दिवस पर कठपुतलियों और संबंधित कला के माध्यम से पाकिस्तान-चीन सभ्यता और सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाने के लिए यह शो आयोजित किया जाएगा।
पाकिस्तान और चीन राजनैतिक, आर्थिक, व्यापारिक, सांस्कृतिक और सैन्य क्षेत्रों सहित कई क्षेत्रों में राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70 वर्षों को चिह्नित करने के लिए 100 से अधिक आयोजन करने पर सहमत हुए हैं।
दोनों देशों के सभी क्षेत्रों के लोगों को, विशेषकर युवा पीढ़ी को, समारोह को समृद्ध बनाने और सक्रिय तौर पर भाग लेने के लिए निमंत्रित किया जाएगा। 2 मार्च को, पाकिस्तान के विदेश मंत्री, शाह महमूद कुरैशी और चीन के स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग यी ने इस्लामाबाद और बीजिंग में एक साथ एक आभासी समारोह के माध्यम से 70 साल का जश्न मनाया।
आज पाकिस्तान चीन का कठपुतली बना हुआ है और उसके इशारे पर नाच रहा है चाहे वो जिओ पॉलिटिक्स हो या आतंरिक मामला, पाकिस्तान चीन के इशारे के बिना कुछ भी नहीं कर सकता है। यहाँ तक कि आज यह हालात हो चुके हैं कि अगर पाकिस्तान ने चीन के इशारों पर नाचना बंद कर दिया तो वहां दाने-दाने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चीन से मिलने वाले कर्जों पर निर्भर हो चुकी है, पाकिस्तान के पुराने साथी जैसे UAE और सऊदी अरब पाकिस्तान का साथ छोड़ चुके हैं। ऐसे में पाकिस्तान के पास चीन का कठपुतली बनने के अलवा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था। जब से इमरान खान की सरकार आई है तब से पाकिस्तान की चीन पर निर्भरता कई गुना बढ़ी है। अब उसी मालिक और कठपुतली के संबंध को पाकिस्तान की इमरान खान सरकार कठपुतली शो का आयोजन कर मानाने जा रही है।
Art imitates reality. pic.twitter.com/4pbqrKfRv1
— Naila Inayat (@nailainayat) March 14, 2021
पाकिस्तान सरकार के इस फैसले के बाद सोशल मिडिया पर उनका खूब मजाक उड़ाया गया। आखिर मजाक उड़ाया भी क्यों न जाये, इमरान खान अपने तथा पकिस्तान की वास्तविकता जो बता रहे थे। अगर यह कहा जाये कि पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने व्यंग्य को आधिकारिक रूप यथार्थ में बदल दिया तो यह गलत नहीं होगा।