विराट, प्रियंका और अब बुमराह – सारी समस्या इन्हें दिवाली के पटाखों से ही है

जसप्रीत बुमराह तो दोगले निकले....

भारतीय क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह का हाल ही में विवाह हुआ। इसकी कुछ तस्वीरें सामने आई, जो सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोर रही हैं। लेकिन ये सुर्खियां जसप्रीत की तारीफ में नहीं, बल्कि उनकी आलोचना में अधिक मिल रही हैं, क्योंकि उन्होंने एक पुराने पोस्ट में पटाखे फोड़े जाने की निंदा की थी, और अपने ही विवाह में वे पटाखे छुड़वाते दिखाई दिए।

कुछ दिनों पहले जसप्रीत बुमराह ने पत्रकार और टीवी होस्ट संजना गणेशन के साथ विवाह किया था। उनके रिसेप्शन के कई फोटो सोशल मीडिया पर थे, जिसमें से एक फोटो ये भी थी।

तो इसमें विवादित क्या है? दरअसल 2017 में जब देशभर में दिवाली मनाई जा रही थी, तो जसप्रीत बुमराह ने सभी को दीपावली की शुभकामनाएँ व्यक्त कर ट्वीट किया ‘#SayNotoCrackers”

लेकिन बुमराह के रिसेप्शन पर जब लोग पटाखे छुड़ाते हुए दिखे, तो सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस दोगले व्यवहार को हल्के में नहीं लिया, और जमकर बुमराह की आलोचना की। एक ट्विटर यूजर लिखते हैं, “अपनी शादी पर जब बुमराह पटाखे छुड़ाए, तो शुद्ध ऑक्सीजन वातावरण में छोड़ी जाती हैं। लेकिन जब हम दीपावली पर पटाखे छुड़ाएँ, तो उससे प्रदूषण होता है”

एक अन्य ट्विटर यूजर अंशुल सक्सेना ने तंज कसते हुए ट्वीट किया, “आप हर समय पटाखे छुड़ा सकते हैं, बस दीपावली पर नहीं”

लेकिन जसप्रीत बुमराह ऐसे अकेले व्यक्ति नहीं है, जो दीपावली पर ज्ञान देकर अपने निजी कार्यक्रमों में उसकी धज्जियां उड़ाते हैं। कुछ वर्ष पहले एक टीवी एड में अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा अपने अस्थमा का हवाला देते हुए देशवासियों से पटाखे न छुड़ाने की अपील कर रही थी। लेकिन कुछ ही महीनों बाद जब जोधपुर में अमेरिकी singer निक जोनस से प्रियंका का विवाह हुआ, तो विवाह स्थल पर जमकर पटाखे छुड़ाए गए थे।

इसी प्रकार पिछले वर्ष दीपावली पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने एक ट्वीट में लोगों को पटाखा मुक्त दीपावली मनाने की सलाह दी थी, लेकिन इसपर कई लोग बुरी तरह भड़क गए, क्योंकि वे कई ऐसी गाड़ियां खरीद चुके है, जो वातावरण में प्रदूषण फैलाती है, और वहीं दूसरी ओर वे आईपीएल के दौरान पटाखे छुड़ाए जाने से कोई परहेज नहीं करते।

अभी कुछ ही हफ्तों पहले अभिनेता सोनू सूद भी इन्ही कारणों से विवादों के घेरे में आए थे। महाशिवरात्रि के अवसर पर वे ट्वीट करके लोगों को यह संदेश देना चाहते थे कि शिवजी पर दूध न चढ़ाया जाए और न ही उनकी फोटो खरीदी जाए, लेकिन दूसरे त्योहारों पर उनका अलग रुख देखकर लोगों ने जमकर उन्हे सोशल मीडिया पर ट्रोल किया।

ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि जसप्रीत बुमराह भी उन्ही लोगों में लगता है शामिल हुए हैं, जिन्हे केवल हिन्दू त्योहारों पर ही लोगों को उपदेश देना आता है। अच्छी सलाह देना बुरी बात नहीं, लेकिन एक ही वर्ग के लोगों को अकारण उनके विश्वास के लिए अपमानित करना और बाद में वही काम खुद बिना किसी शर्म के करना समझदारी नहीं, मक्कारी कहलाती है।

 

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