सुखबीर सिंह बदल और उनके सहयोगी खुलेआम करोना काल में नियमों का उल्लंघन कर रहे, वीडियो हुआ वायरल

बादल

वैश्विक महामारी कोरोनावायरस की दूसरी लहर को लेकर लोगों में खौफ की स्थिति है, लेकिन कुछ नेता अपनी राजनीतिक नौटंकियों से बाज नहीं आ रहे हैं, क्योंकि उनकी भीड़ जुटाकर काम करने की आदत नहीं जा रही है। पंजाब की मुख्य क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख नेताओं में से एक सुखबीर सिंह बादल भी उन्हीं लोगों में शामिल हैं, जो कोविड के सभी प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाते पाए गए हैं। ऐसे में अब पुलिस ने करीब 150 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर सख्त एक्शन लिया है, और कार्रवाई अभी भी जारी है, लेकिन वीडियो में साफ देखा जा सकता है, कि ये सारी भीड़ सुखबीर बादल के घर में ही जुटी थी, इसलिए अब उनके खिलाफ भी एक्शन की आवश्यकता है।

दरअसल, शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने राजनीतिक कार्यों के चक्कर में बठिंडा में अपने घर में कोविड-19 प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया में वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहे हैं जिसके चलते लोगों के खिलाफ अब पुलिस ने एक्शन लिया है। पुलिस ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है, जबकि आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस का कहना है कि वीडियो और तस्वीरों की मदद ली जा रही है।

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सुखबीर सिंह बादल ने अपने घर पर अकाली दल के स्टूडेंट्स यूनियन विंग के लिए नया अध्यक्ष चुनने का कार्यक्रम रखा था, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेता बादल के घर पर पहुंचे थे। इस दौरान SOI के नए अध्यक्ष के तौर पर रॉबिन बराड़ को चुना गया है, लेकिन उनकी ये अध्यक्षी उन्हें ही भारी पड़ गई है, क्योंकि उनके खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया गया है। ऐसे में संभावनाएं हैं कि सुखबीर बादल भी किसी बड़ी कार्रवाई के लपेटे में आ जाएंगे, जबकि सुखबीर बादल ने इस मामले को दबाने की भरपूर कोशिश भी की थी।

कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में बादल ने साफ हिदायत देते हुए कहा था कि इस कार्यक्रम का कोई भी वीडियो न बनाया जाए, न ही कोई तस्वीर क्लिक हो। इससे इतर असलियत ये है कि सुखबीर बादल के संबोधन और हिदायतों से पहले ही लोगों ने फ़ोटो क्लिक करने के साथ वीडियो रिकार्डिंग कर ली थी, और वही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होकर बादल की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

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अपने भाषण के दौरान वो ये बात तो बोलते नजर आए कि लोगों को इतनी बड़ी संख्या में इकट्ठा नहीं होना चाहिए, और संक्रमितों समेत प्रभावित हुए लोगों की मदद करनी चाहिए, लेकिन कार्यकर्ता क्या उनकी बात मानेंगे, क्योंकि नेताजी खुद नियमों को ताक पर रखकर आयोजन कर रहे हैं। ऐसे में अब ये मांग उठने लगी है कि नियमों के उल्लंघन के कारण सुखबीर बादल पर भी केस दर्ज होना चाहिए।

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