नंदीग्राम भाजपामय हुआ, अब ममता की उम्मीदों पर पानी फेरने के लिए शाह ने किया भवानीपुर की ओर कूच

भवानीपुर भी दीदी के हाथ से निकलने वाला है

भवानीपुर

PC : (twitter)

भारतीय जनता पार्टी ममता बनर्जी से अब उनका गढ़ भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र भी छीनने की तैयारी में लगी हुई है। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में घर-घर जाकर चुनाव प्रचार किया। भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र दक्षिण कोलकाता में पड़ता है। भाजपा ने यहां से अपने उम्मीदवार के तौर पर अभिनेता रुद्रनील घोष को मैदान में उतारा है। रैली के दौरान अमित शाह के साथ रुद्रनील घोष भी मौजूद थे।

गौरतलब है कि भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र से 2011 और 2016 में ममता बनर्जी ने जीत दर्ज की थी, लेकिन 2021 विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम में सुवेंदु अधिकारी से चुनौती मिलने के बाद ममता अपना किला छोड़कर नंदीग्राम चली गई थीं। बता दें कि भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में गुजराती लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जिसका लाभ भाजपा को चुनाव में अवश्य मिल सकता है।

अमित शाह ने भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में घर-घर जाकर चुनाव प्रचार किया। गृहमंत्री शाह ने भवानीपुर में चुनाव प्रचार के बाद पत्रकारों से कहा कि, “मैं आज भवानीपुर जाकर आया हूं। ममता बनर्जी के कारण ही उनकी पुरानी सीट भी बड़े अंतर से TMC हार रही है।”

 

बता दें कि भाजपा ने सबसे पहले ममता बनर्जी को ललकार कर उन्हें अपने किले से दूर किया। ममता बनर्जी बिना सोचे समझे अपना किला छोड़कर नंदीग्राम में जाकर चुनाव में उतरी गईं। उसके बाद भाजपा ने बड़ी आसानी से भवानीपुर में जीत की तैयारी की नींव रख दी। गौरतलब है कि भवानीपुर में गुजराती लोगों की जनसंख्या ज्यादा है, जिसके कारण अमित शाह ने उनसे व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की, जिससे वह गुजरातियों से सीधे तौर पर जुड़ सकें।

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अगर हम भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक विश्लेषण करें तो, साल 2011 विधानसभा उपचुनाव में पहली बार ममता बनर्जी इस क्षेत्र से चुनाव में उतरी थीं। 2011 विधान सभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को भवानीपुर सीट से 77.46 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए थे और भाजपा ने अपना प्रत्याशी भी नहीं उतारा था। साल 2016 विधान सभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस का वोट प्रतिशत घटकर 47.67 प्रतिशत रह गया था, जबकि भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़कर 19.13 हो गया था।

बता दें कि भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र कोलकता दक्षिण लोकसभा क्षेत्र के अंदर आता है। अगर 2014 लोकसभा चुनाव की बात करें तो लोकसभा चुनाव में भाजपा को इस लोकसभा क्षेत्र से 25.28 प्रतिशत वोट मिला था, जो पिछले लोकसभा चुनाव के मुक़ाबले 21.33 प्रतिशत अधिक था। वहीं 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा को 34.64 प्रतिशत वोट मिला था, जो 2014 लोकसभा चुनाव के मुक़ाबले 9.36 प्रतिशत ज्यादा था।

अगर हम वोटिंग प्रतिशत पर नज़र डालें तो आप देख सकते हैं कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने भाजपा की कमान संभाली है तब से भवानीपुर में भाजपा के वोटों में बढ़ोत्तरी हुई है। भवानीपुर के गुजरातियों ने जब से केंद्र में दो गुजराती ( मोदी-शाह ) को देखा है तब से उनका झुकाव भाजपा की ओर देखने को मिल रहा है। 2021 विधानसभा चुनाव में तो अमित शाह ने सभी के घर जाकर वोट मांगा है तो आप अनुमान लगा सकते हैं कि भाजपा को कितनी बड़ी जीत हासिल हो सकती है।

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भारतीय जनता पार्टी की रणनीति के सामने ममता बनर्जी फेल होती नज़र आ रही हैं। सबसे पहले ममता बनर्जी को चुनौती देकर उन्हें अपने गढ़ से दूर करके अपने कट्टर विरोधी सुवेंदु अधिकारी के गढ़ से चुनाव लड़वाया गया। उसके बाद अमित शाह भवानीपुर में रह रहे अपने गुजराती भाई –बहनों के साथ मिलकर ममता बनर्जी के किले पर कब्जा करने की तैयारी में जुट गए है।

 

 

 

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