कोरोना वायरस ने एक बार फिर अपने पैर परासने शुरू कर दिये हैं। पूरे देश में कोरोना वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है, लेकिन महाराष्ट्र की हालत बदतर हो चुकी है। बिगड़ी स्थिति के बावजूद महाराष्ट्र के नेता और मंत्री राज्य की हालत के लिए किसी अन्य को दोषी ठहराने का एक भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र के मंत्री असलम शेख ने आरोप लगाया कि कुछ सेलिब्रिटी और क्रिकेटर कथित तौर पर कोरोना वायरस संक्रमण के गंभीर लक्षण नहीं होने के बावजूद बड़े अस्पतालों में जगह घेर चुके हैं।
गौरतलब है कि मुंबई में कोरोना इतना बेकाबू हो चुका है कि बढ़ते मरीजों के कारण अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ रहे हैं। इसी को देखते हुए असलम शेख का कहना है कि कोरोना के कम लक्षणों के बावजूद सेलिब्रेटी अस्पतालों में भर्ती हो गए हैं, जिसकी वजह से अस्पतालों में बिस्तर भरे हुए हैं। संवाददाताओं से बातचीत में शेख ने दावा किया कि बॉलीवुड के लोगों और क्रिकेट खिलाड़ियों ने लंबे समय से प्रमुख निजी अस्पतालों में बिस्तर घेर रखे हैं, जिससे आम लोगों को बिस्तर नहीं मिल पा रहे हैं।
महाराष्ट्र के कपड़ा मंत्री शेख ने कहा, ‘‘फिल्म जगत के कुछ लोग और कुछ क्रिकेट खिलाड़ी संक्रमण के मामूली लक्षण होने अथवा कोई लक्षण नहीं होने के बावजूद प्रमुख निजी अस्पतालों में भर्ती हो गए हैं और लंबे समय से बिस्तरों को घेरे हुए हैं।’’ शेख ने कहा कि यदि ये लोग अस्पतालों में भर्ती होने से बचते तो राज्य में कोरोना वायरस से पीड़ित जरूरतमंद मरीजों को भर्ती किया जा सकता था।
मुंबई में कोरोना वायरस के कुल 5,27,119 मामले हैं। यहां 12,060 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक मुंबई में 90,267 संक्रमितों का इलाज चल रहा है। राज्य में मार्च में 2,100 से अधिक मौतों के साथ छह लाख के करीब मामले दर्ज किए गए हैं। मार्च के अंतिम दो हफ्तों में, राज्य में कोरोना के मामलों में 32.21 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
हालांकि खबरें आ रही हैं कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर महाराष्ट्र सरकार बेड क्षमता बढ़ाने पर काम कर रही है। सरकार ने अगले पांच से छह हफ्ते में मुंबई में मैदानों में तीन विशाल अस्पतालों की स्थापना करने की घोषणा की है। जिस तरह से उद्धव सरकार कोरोना को नियंत्रित करने में विफल रही है और कोरोना के बढ़ते मामलो को लेकर उठाये गये सवालों पर किसी दूसरे पर आरोप लगाती रही है। उससे एक बात तो साफ हो जाती है कि कोरोना को नियंत्रित करने को लेकर उद्धव सरकार के पास कोई प्लान नहीं है, जिसकी वजह से महाराष्ट्र कोरोना की गर्त में जाने को मजबूर है।
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कुछ दिनों पहले ही कोरोना वैक्सीन को लेकर उद्धव सरकार द्वारा बोला गया झूठ का पता चला था। एक रिपोर्ट में पता चला था कि केंद्र सरकार की मदद से कोरोना वायरस का वैक्सीनेशन सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में हुआ है। कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर महाराष्ट्र सरकार मोदी सरकार से 11 हजार करोड़ रुपए की फंडिंग हासिल कर चुकी है। वहीं, मोदी सरकार ने बाद में महाराष्ट्र सरकार को अतिरिक्त 1,611 करोड़ रुपए दिए हैं।
केंद्र सरकार का ये रवैया दिखाता है कि मोदी सरकार महाराष्ट्र की सरकार का कोरोना के मुद्दे पर पूर्ण सहयोग कर रही है। इसके बावजूद उद्धव सरकार कोरोना को कंट्रोल करने में विफल रही है। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर बात करें, तो महाराष्ट्र की स्थिति सबसे खराब है और पूरे देश में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से ही आ रहे हैं।
महाराष्ट्र में प्रतिदिन 50 से 60 हजार केस आने के कारण अब राज्य में एक बार फिर लॉकडाउन लगाने की स्थिति बन रही है। इसके चलते एक बार फिर प्रवासियों के मन में डर की स्थिति है और लोग महाराष्ट्र छोड़कर अपने घर वापस लौटने पर मजबूर हो गए हैं। अब महाराष्ट्र में कोरोना के बिगड़ते हालातों को लेकर असलम शेख ने राज्य सरकार की कमियों को छुपाने के लिए सेलिब्रेटीज पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है।