आस्था या दिखावा? राम मंदिर दान के लिए 22 करोड़ की कीमत वाले 15,000 चैक हुए बाउंस

क्या कुछ लोगों ने दिखावे के लिए दिया दान?

आज के दौर की असल हकीकत ये है कि कोई भी व्यक्ति समाज सेवा करने से ज्यादा उसे प्रचारित करने पर अधिक बल देता है, और राम मंदिर निर्माण को लेकर दिए जाने वाले चंदे के साथ भी अब कुछ ऐसा भी हुआ है, क्योंकि खबरों के मुताबिक राम मंदिर निर्माण के लिए दिए गए चंदे के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि उसमें करीब 15,000 चेक बाउंस हुए है जिसके चलते 22 करोड़ रुपए फंसे गए हैं।

इतने बड़े अभियान में ये संभव हो सकता है कि तकनीकी दिक्कतें हो जाएं, लेकिन इसमें एक बड़ा वर्ग ऐसा भी था जो कि श्रद्धा से ज्यादा दिखावे की नीति अपना रहा था, जो कि शर्म का विषय है।

हम सभी ने देखा कि राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा देने की बात चली तो लोगों ने चेक के साथ अपनी तस्वीरों सोशल मीडिया को भर डाला, लेकिन ऐसे दिखावा करने वालों की पोल अब खुल गई है।

केंद्र सरकार द्वारा गठित श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के अधिकारियों ने ऑडिट रिपोर्ट में बड़े खुलासे किए हैं, जिनके मुताबिक “संबंधित बैंक खातों में फंड की कमी या फिर ओवरराइटिंग और सिग्नेचर के मिसमैच होने जैसी खामियों के चलते ऐसी दिक्कतें सामने आईं हैं।”

इतना ही नही ट्रस्ट के अधिकारी डॉ. अनिल मिश्रा ने कहा, “बैंकों से इस संबंध में बात की जा रही है और तकनीकी खामी वाले मामलों में उन्हें दूर कर रकम ट्रांसफर कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।”

अनेकों लोगों ने दिखावे के नाम पर जो कुकर्म किया है, इसे सुधारने का मौक़ा दिया जाएगा। इस मुद्दे पर डॉ. अनिल ने कहा, “बैंकों की ओर से उन लोगों को अपनी खामी सुधारने का एक मौका दिया जाएगा, जिनकी ओर से जारी किए गए चेक बाउंस हुए हैं।”

बाउंस हुए चेक के बारे में बात करते हुए ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरी ने कहा, “जो 15,000 चेक बाउंस हुए हैं, उनमें से 2,000 अयोध्या से ही कलेक्ट किए गए हैं। इसके अलावा अन्य 13,000 चेक देश के अन्य हिस्सों से आए हैं।हम बाउंस हुए चेकों को वापस कर रहे हैं और डोनेट करने वाले लोगों से अपील है कि वह एक बार फिर से नया चेक जारी करें। हालांकि चेक बाउंस होने वाली यह संख्या काफी ज्यादा है।”

तकनीकी खामियां दो, चार, 5 हजार चेकों के साथ हो सकती हैं, लेकिन 15 हजार चेकों के साथ एक जैसी गलतियां? साफ है कि इस मुद्दे पर लोगों ने अपनी बदनियती दिखाई है। सोशल मीडिया पर राम मंदिर के समर्थन में अभियान चलाने वालों ने बढ़ चढ़कर चेकों में बड़ी रकम लिखकर फ़ोटो खिंचवाई, जिससे सोशल मीडिया के जरिए उनकी ख्याति बढ़ें, और वो लोगों की नजरों में आएं, लेकिन हकीकत इन सबसे अलहदा है क्योंकि उन फ़ोटो पोस्ट करने वाले लोगों के बैंक में तो पैसा ही नहीं है।

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वो लोग जो इस तरह के कार्य करके सार्वजनिक प्रसिद्ध पाने की सोच रहे थे, असल में उनके कारण राम भक्तों को सबसे ज्यादा अपमान सहना पड़ा है, क्योंकि चंदा देकर फ़ोटो पोस्ट करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को अब शक की नज़रों से ही देखा जा रहा है। ऐसे में जिसने सभी नियमों का पालन किया, उसे भी इसी ढर्रे पर लिया जा रहा है।

ऐसे में उन लोगों के लिए इतना ही सबक है कि वो जल्द से जल्द अपनी गलती सुधारें, और उसके लिए सार्वजनिक तौर पर माफ़ी भी मांगें।

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