चीन को खुश करने के लिए H&M ने वियतनामियों को नाराज कर दिया, अब वियतनाम में भी उसका बहिष्कार किया जा रहा है

H&M ने वियतनाम से पंगा लेकर गलती कर दी

कुछ दिनों पहले चीन में H&M कंपनी का बहिष्कार शुरू हुआ था। अब H&M ने चीनी को खुश करने के लिए वियतनाम को नाराज कर दिया है जिसके कारण अब वियतनाम में भी उनका बहिष्कार किया जा रहा है।

दरअसल, H&M ने चीनी उपभोक्ताओं को मनाने की कोशिश की है, जो उसके श्रम विरोधी रुख से चिढ़ गए थे। इसी क्रम में अब ऐसा प्रतीत होता है कि वियतनाम में इस कंपनी के बहिष्कार की शुरुआत हुई है। पिछले हफ्ते अमेरिका, यूरोपीय संघ, यूनाइटेड किंगडम और कनाडा द्वारा अधिकारियों पर लगाए गए यात्रा और वित्तीय प्रतिबंधों के बाद, सीसीपी ने H&M, Nike तथा अन्य जूता और कपड़ों के ब्रांडों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी ।

Xinjiang में मजबूर श्रम पर अपनी घोषणा के बाद, स्वीडिश फैशन रिटेलर H&M को चीन में 20 स्टोर बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिससे चीनी नागरिकों और अधिकारियों के बीच नाराज हो गए।  साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, चीनी मीडिया ने स्वीडिश बहुराष्ट्रीय रिटेलर H&M, स्पोर्ट्स अपैरल Nike  और Adidas, New Balance, Burberry, और Better Cotton Initiative (BCI) के अन्य सदस्यों का बहिष्कार करने का आह्वान किया था जिन्होंने Xinjiang में निर्मित सप्लाई चेन के इस्तेमाल न करने का फैसला किया था। H&M चीन में व्यापार खोने के डर से मामले को शांत करने की कोशिश की थी, लेकिन अब वियतनामी मीडिया ने स्वीडिश कपड़ों के ब्रांड का बहिष्कार शुरू कर दिया है।

इसका कारण कुछ और नहीं बल्कि दक्षिण चीन सागर में द्वीपों को चीनी क्षेत्र के रूप में दर्शाने वाले मैप को अपनी वेबसाइट पर पोस्ट करना था, जिसके बाद, स्वीडिश फैशन रिटेलर ने वियतनाम को भी अपने खिलाफ कर दिया है। बता दें कि वियतनाम का भी कई द्वीपों पर दावा है। वियतनामी मीडिया के अनुसार, H&M ने चीनी अधिकारियों के अनुरोध पर नक्शे को अपडेट किया जिसमें उन द्वीपों को चीनी क्षेत्र का भाग बताया गया।

शंघाई के अधिकारियों ने पिछले हफ्ते कहा कि उन्होंने कंपनी की वेबसाइट पर एक नक्शे के साथ समस्या को ठीक करने के लिए H&M की स्थानीय इकाई को बुलाया था, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह वही नक्शा है जिससे वियतनामी लोग नाराज हैं।

वियतनाम में, हनोई के द्वीपों के दावों को इंगित करने वाले वियतनाम के नक्शे के बगल में चीन के एक नक्शे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर घूम रही हैं, जिसमें यूजर कंपनी से माफी मांगने या दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र में कंपनी के 11 स्टोर बंद करने की मांग कर रहे हैं।

मुस्लिम बहुल क्षेत्र में मानवाधिकारों और श्रम उल्लंघन के आरोपों के कारण कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों ने शिनजियांग में कपास से बने सामानों को स्वीकार करना शुरू कर दिया है। इसी के बाद  H&M चीन में ग्राहकों को वापस जीतने का प्रयास कर रही हैं। विवाद के बाद H&M को बहिष्कार का सामना करना पड़ा और स्टोर बंद करना पड़ा है। कई H&M स्टोर्स Baidu मैप्स जो कि चीन की एक लोकप्रिय मैपिंग सेवा, और Didi Chuxing नामक बाइक सेवा की वेबसाइट से भी गायब हो चुके हैं।

वहीं वियतनाम में, दक्षिण चीन सागर में क्षेत्रीय संघर्ष एक संवेदनशील विषय है। हनोई का मुद्दा में सबसे अधिक, मुखर मुद्दों में से एक रहा है जिस पर वियतनाम की सरकार बीजिंग दावे का विरोध करती हैं।

जब क्षेत्रीय मानचित्र दिखाए जाते हैं, तो वियतनामी जनता इस बात पर पूरा ध्यान देती है कि द्वीपों को कैसे चित्रित किया जाता है।  सितंबर में, हनोई में अमेरिकी दूतावास पर भी मैप को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया गया था जब उसने फेसबुक पर द्वीपों के साथ वियतनाम के नक्शे को पोस्ट किया था।

बता दें कि मार्च में अमेरिका, कनाडा, यूरोपीय संघ और यूनाइटेड किंगडम ने चीन पर उइगर मुसलमानों के खिलाफ मानवाधिकारों के हनन का हवाला देते हुए प्रतिबंध लगाए थे। इसी के बाद कई पश्चिमी कपनियों ने पहले तो बहिष्कार करने की कोशिश की लेकिन फिर चीन के सामने घुटने टेक दिए।

अब H&M द्वारा चीन को मनाने की कोशिश नाकाम हो गई है और यह बैकफायर कर गया है। चीन में कंपनी के खिलाफ आक्रोश जारी है जबकि अब वियतनामी लोगों ने भी अपने उत्पादों का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है।  H&M ने जियोपोलिटिक्स का सहारा लेते हुए CCP को मनाने की कोशिश की, विशेषकर एक महत्वपूर्ण क्षेत्र में, जिसमें कई खिलाड़ी हैं। परंतु इस कदम से उसने अपने पांव पर कुल्हाड़ी मार लिया है। अब जबकि वियतनाम में बहिष्कार शुरू हो चुका है, ऐसे में अन्य देशों में भी H & M का बहिष्कार होना तय है।

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