चीन वैक्सीन का लालच देकर Paraguay को Taiwan को मान्यता देने से रोकना चाहता था, भारत ने बाजी पलट दी

Paraguay

चीन किस प्रकार अपनी वैक्सीन डिप्लोमेसी का इस्तेमाल दुनियाभर के छोटे देशों को धमकाने और अपने भू-राजनीतिक हित आगे बढ़ाने में कर रहा है, उसी का एक उदाहरण अब ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ़ वू ने सबके सामने रखा है। वू ने बुधवार को एक खुलासे में बताया है कि चीन ने दक्षिण अमेरिकी देश Paraguay को चीनी वैक्सीन प्रदान करने के बदले ताइवान के साथ अपने सारे रिश्ते खत्म करने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, बाद में ताइवान ने मदद के लिए भारत का सहारा लिया और भारत ने गुप-चुप तरीके से Paraguay को 1 लाख वैक्सीन डोज़ प्रदान की। इससे पहले भी भारत इस दक्षिण अमेरिकी देश को 1 लाख वैक्सीन गिफ्ट कर चुका है।

बता दें कि Paraguay उन चुनिंदा देशों में से एक है, जिसके ताइवान के साथ आधिकारिक रिश्ते स्थापित हैं। ऐसे में चीन अपने वैश्विक ताइवान-विरोधी एजेंडे के तहत उन सभी देशों पर ताइवान के साथ रिश्ते खत्म करने के दबाव बना रहा है। इसी कड़ी में चीन ने अपनी वैक्सीन डिप्लोमेसी का इस्तेमाल करते हुए Paraguay को ताइवान के साथ रिश्ते तोड़ने को कहा था। बता दें कि कोरोना के कारण Paraguay की सरकार को लोगों का आक्रोश झेलना पड़ रहा है और ऐसे में चीन ने इस स्थिति का फायदा उठाते हुए Paraguay को यह ऑफर प्रदान किया।

ऐसी स्थिति में ताइवान ने भारत का रुख किया और भारत को Paraguay की तत्काल सहायता प्रदान करने की गुहार लगाई ताकि इस दक्षिण अमेरिकी देश को चीन के पाले में जाने से रोका जा सके। ताईवानी विदेश मंत्री के एक बयान के मुताबिक “कोरोना संक्रमण से जूझ रहे परागुए को चीन ने पहले वैक्सीन देने का भरोसा दिया लेकिन बाद में इन्कार कर दिया। ताइवान मुश्किल में फंसे अपने सहयोगी देश के लिए वैक्सीन का इंतजाम करने में सक्रिय हुआ और हमने भारत सरकार से वार्ता कर Paraguay को वैक्सीन दिलवा दी।” मदद के लिए ताइवान ने भारत सरकार का शुक्रिया अदा किया है।

दक्षिण अमेरिका में चीन इसी प्रकार ताइवान के खिलाफ अपनी आक्रामक डिप्लोमेसी का इस्तेमाल ताइवान के खिलाफ कर रहा है। इसी प्रकार जब जनवरी महीने में ताइवान ने गुयाना के साथ अपना एक ट्रेड ऑफिस स्थापित करने का समझौता किया तो चीन ने तुरंत इसमें हस्तक्षेप किया और चीनी दबाव के बाद सिर्फ 24 घंटों के अंदर-अंदर गुयाना को अपना फैसला वापस लेना पड़ा। हालांकि, ऐसा ही कुछ Paraguay के साथ न हो, तो ताइवान ने अब की बार भारत का साथ लेने का विचार किया जिसमें वह सफल भी हुआ!

भारत के इस फैसले ने चीन को कितना दुख पहुंचाया, वह आप Global Times के मुख्य संपादक हु शिजीन के एक ट्वीट से भी देख सकते हैं। हु शिजीन ने ट्वीट किया “Paraguay इतना भी सस्ता नहीं है। भारत की सिर्फ 1 लाख वैक्सीन? भारत को वैक्सीन का इस्तेमाल कर अपने यहाँ आए दिन बिगड़ती कोरोना स्थिति को काबू करना चाहिए जहां हर दिन करीब 1 लाख नए केस देखने को मिल रहे हैं।”

https://twitter.com/HuXijin_GT/status/1379811243213561860?s=20

स्पष्ट है कि जिस प्रकार ताइवान ने भारत की सहायता लेकर Paraguay को अगला गुयाना बनने से रोका, उसने चीनी सरकार को बड़ा झटका दिया है। ऐसे में चीन के पास भारत और ताइवान पर खीज निकालने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है!

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