“कुंभ से लौटने वाले अपने-अपने राज्यों में कोरोना ‘प्रसाद’ बांटेंगे”, मुंबई की मेयर के विवादित बोल

मुंबई में फैले कोरोना की जिम्मेदारी कुंभ मेले पर डालने की तैयारी चल रही है!

कुंभ

कोरोना की दूसरी लहर से हर रोज देश में डराने वाले आंकड़ो सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र में तो हालात बद से बदतर हो चुका है। इसके बावजूद महाराष्ट्र के नेता और सरकारी अधिकारी बेतुके बयान देना बंद नहीं कर रहे हैं। अब बीएमसी की चेयरमैन किशोरी पेडनेकर ने बेहद ही निंदनीय और अवांछनीय बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि, ‘कुंभ मेले से अपने-अपने राज्यों में लौटने वाले लोग कोरोना को ‘प्रसाद’ के रूप में बाटेंगे।” हैरानी की बात यह है जब देश में कोरोना कम हो चुका था तब भी सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव मामलों में महाराष्ट्र नंबर एक पर था। ऐसे में यह बयान न सिर्फ बेतुका है बल्कि हिन्दू विरोध भी स्पष्ट करता है।

जिस तरह से लिबरल गैंग कुंभ मेले के पीछे पड़ा है उससे यह कहा जा सकता है कि किशोरी पेडनेकर का यह बयान मुंबई में फैले कोरोना की जिम्मेदारी कुंभ मेले पर डालने की तैयारी चल रही है। मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने बयान दिया है कि कुंभ मेले से लौटने वाले लोग कोरोनवायरस को ‘प्रसाद’ के रूप में वितरित करेंगे। यही नहीं मुंबई के मेयर ने कुंभ मेले की तुलना मार्च 2020 में दिल्ली में तब्लीगी जमात द्वारा आयोजित मरकज़ निज़ामुद्दीन कार्यक्रम से भी कर दी की, जो देश के सबसे बड़े कोरोनावायरस हॉटस्पॉट में से एक थे। पेडनेकर ने दावा किया कि कुंभ मेला लौटने वालों को उसी तरह का खतरा है, जो मरकज में भाग लेने वालों के महाराष्ट्र लौटने से हुआ था।

उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि कौन वहां गया है, कौन वापस आ रहा है। मुझे कुंभ मेले के लौटने वालों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, पिछली बार की तरह, जब 27 मुसलमान मरकज़ निज़ामुद्दीन से लौटे थे, उसी प्रकार कुंभ मेले से लौटने वाले लोग भी राज्य में कोरोनोवायरस के बढ़ने का खतरा पैदा करते हैं।“

इस बयान से पेडनेकर ने अपनी ही सरकार की पोल खोली है कि ऐसे कोरोना के समय में भी सरकार को अपने राज्य से बाहर जाने वालों के बारे में जानकारी ही नहीं है।

महाराष्ट्र में कोरोना की हालत देखा जाये तो यह राज्य अब भी देश भर में सबसे अधिक पॉजिटिव मामलों के साथ जूझ रहा है। शुक्रवार को कोरोना वायरस के 63,729 नए मामले सामने आए, जो अभी तक एक दिन में सर्वाधिक मामले हैं। इसके साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 37 लाख से अधिक हो गई है, जबकि 398 और लोगों की संक्रमण से मौत हो गई।

ऐसा प्रतीत होता है कि शिवसेना के नेता महाराष्ट्र में कोरोनोवायरस के बढ़ते मामले के लिए कुंभ मेले को ही दोषी बनाने में जुट चुके हैं।

महाराष्ट्र में स्थिति इतनी विकट है कि राज्य के अधिकांश शहरों में शायद ही कोई खाली बेड, वेंटिलेटर, या आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। वहीं राज्य ऑक्सीजन और रेमडिसविर की कमी से भी जूझ रहा है। COVID-19 मामलों को कम करने के लिए राज्य के सरकारी स्वास्थ्य तंत्र पर काफी दबाव है। इसके बावजूद कुछ दिनों पहले संजय राउत ने देश में COVID-19 मामलों की बढ़ती संख्या के लिए कुंभ मेले को जिम्मेदार ठहराया था। यह ध्यान देने वाली बात यह है कि संजय राउत ने उपचुनाव से पहले कर्नाटक में बड़े पैमाने पर रैलियां और रोड शो किए थे। चुनावी रैली में COVID-19 मानदंडों का उल्लंघन देखा गया, जिसमें लोगों ने मास्क भी नहीं पहना था।

इसके बावजूद कुम्भ मेले को बदनाम करने के लिए बीएमसी की चेयरमैन किशोरी पेडनेकर का इस तरह का बयान बाजी और कुम्भ मेले से आये लोगों को Super Spreader बनाने की कोशिश की है जो उनकी मानसिकता को ही दर्शाता है। महाराष्ट्र में बढ़ते मामलों के लिए अब कुम्भ मेले पर जिम्मेदारी डालने की इस कवायद में BMC की मेयर किशोरी पेडनेकर का बयान बेहद ही निंदनीय था।

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