मुकेश अंबानी ने महाराष्ट्र को दिया 100 टन ऑक्सीजन, बड़े पैमाने पर हो रही कमी के चलते मदद का बढ़ाया हाथ

महाराष्ट्र की सहायता को आगे आए अंबानी

आज महाराष्ट्र में प्रतिदिन 60,000 से भी ज्यादा कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे है। उद्धव सरकार कोरोना महामारी पर नियंत्रण पाने में पूरे तरह से फ़ेल हो चुकी है। कोरोना को नियंत्रण में रख पाना तो अब बहुत दूर की बात हो गई है, महाराष्ट्र सरकार तो अब स्वास्थ्य से जुड़े बुनियादी जरूरते भी मुहैया नहीं करा पा रही है। जैसे कि- ऑक्सिजन।ऐसे में देश के सबसे बड़े धनवान मुकेश अंबानी ने सामने से आकार महाराष्ट्र को 100 टन ऑक्सिजन देने का वादा किया है।

बता दें कि, महाराष्ट्र के नासिक शहर के अस्पताल के डॉक्टर डॉ योगेश मूरे ने ANI से बातचीत के दौरान बताया कि, “शहर में ऑक्सिजन सिलिंडर की भारी कमी हो गई है जिसके चलते हम नए मरीजों को अस्पताल में दाखिल नहीं कर पा रहे है। हमे प्रतिदिन कम से कम 50 सीलेंडरों की ज़रूरत पड़ती है, लेकिन हमें 30 से ज्यादा नही मिल पता है।” ऐसी परस्थिति महाराष्ट्र के लगभग हर शहर में है।

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महाराष्ट्र में ऑक्सिजन की कमी को देखते हुए रिलायंस के एक बड़े कर्मचारी ने बोला है कि, रिलायंस ने जामनगर में स्थित अपनी दो तेल रिफाइनरियों से महाराष्ट्र में ट्रकों से 100 टन ऑक्सीजन पहुंचाया हैं।

महाराष्ट्र सरकार के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने ट्विटर पर इस जानकारी की पुष्टि की और लिखा, “एमएमआर क्षेत्र के कई क्षेत्रों में कोरोना रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसी समय, मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए ऑक्सीजन की मांग भी काफी बढ़ गई है। आपूर्ति और मांग के बीच की कमी की पूर्ति के लिए क्या करना चाहिए इसके लिए लिडेन कंपनी से सलाह मांगी गई”

मंत्री एकनाथ शिंदे ने ट्विटर पर आगे कहा कि, “रिलायंस का जामनगर प्लांट महाराष्ट्र को 100 मीट्रिक टन अतिरिक्त ऑक्सीजन की आपूर्ति करेगा। संभागीय आयुक्त, रायगढ़ और ठाणे जिला कलेक्टर और एफडीए आयुक्त की समन्वय समिति ऑक्सीजन की आपूर्ति का समन्वय करेगी।”

देश में ऑक्सिजन की कमी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने भी हाल ही में मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होने ऑक्सिजन ऑक्सीजन सप्लाई की आनुमानित मांग से पैदा होने वाले हालात की समीक्षा की। बता दें कि, भारत में रोजाना 2 लाख के ऊपर कोरोना संक्रमण के मामले आ रहे है, ऐसे में राज्य सरकार और केंद्र सरकार को एक साथ कंधे- कंधे मिलाकर इस महामारी का सामना करना चाहिए।

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