Parmesan Cheese फूंकने वाले हंटर बाइडन ने स्वीकारा- बाप के नाम से मिली थी यूक्रेन में नौकरी

इसे पढ़के तो अनन्या पाण्डे और राहुल गांधी का स्ट्रगल भी जेन्युइन लगने लगे।

हंटर

(PC: NYpost)

यदि आपको लगता है कि वंशवाद केवल भारत की समस्या है, तो जरा ठहर जाइए। ये महामारी अब अमेरिका में भी दस्तक दे चुकी है, जिसका सबसे प्रत्यक्ष प्रमाण है अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के पुत्र हंटर बाइडन और उनके अजब गजब हिस्से। जो आदमी गर्व से ये बताता है कि वह ‘Parmesan Cheese’ फूंकता है, उससे आप व्यवहारिकता की उम्मीद न ही करें तो बेहतर होगा। अभी हाल ही में जो बाइडन के बेटे ने यह स्वीकार किया है कि अपने नशे की लत में उन्होंने ‘Parmesan Cheese’ तक को फूंका था क्योंकि वह दिखने में कोकेन जैसा लगता है। उनके एक बयान के मुताबिक “मैं दिन-रात उसी चीज़ का नशा करता था, जो मुझे दिखने में भी कोकेन जैसा लगता था। एक बार तो नशे की लत के चलते 15 दिनों तक सोया तक नहीं।”

इसके साथ ही हंटर बाइडन ने यह भी खुलासा किया कि इन्हे यूक्रेन की एक गैस कंपनी में सिर्फ इसलिए नौकरी मिली क्योंकि इनके पिता अमेरिका के चर्चित राजनीतिक हस्तियों में शामिल हैं।

हंटर बाइडन ने बताया है कि उन्हे यूक्रेन के बुरीज्मा में इसलिए नौकरी मिली क्योंकि बाइडन परिवार का नाम ‘लोकतंत्र और पारदर्शिता’ से संबंधित है, और वे हंटर के सहारे क्रिमिया में रूस के बढ़ते प्रभाव के विरुद्ध मोर्चा खोलना चाहते थे। ऊर्जा क्षेत्र में विशेष अनुभव न होने के बावजूद हंटर बाइडन को ये कंपनी 50,000 डॉलर प्रतिमाह का वेतन भी प्रदान करती थी। हंटर बाइडन ने ये नौकरी तब संभाली थी जब उनके पिता जो बाइडन अमेरिका के उपराष्ट्रपति हुआ करते थे और यूक्रेन पर बराक ओबामा की नीतियों को लागू करने में उनकी अहम भूमिका होती थी।

लेकिन इसके बावजूद हंटर बाइडन हमें ये यकीन दिलाना चाहते हैं कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया। जनाब के अनुसार, “जब मैं बुरीज्मा के लिए काम करता था, तो मेरा काम सुशासन और पारदर्शिता को सुनिश्चित कराना होता था। लेकिन हाँ, बाइडन होने के नाते कई चीजें आसान भी हो गई”। इसे पढ़के तो अनन्या पाण्डे और राहुल गांधी का स्ट्रगल भी जेन्युइन लगने लगे।

हंटर बाइडन ने वंशवाद के आरोपों के लिए रूस को दोषी ठहराते हुए कहा, “जब मैं वहाँ पहुँचा तो रूस ने क्रिमिया पर कब्जा जमाकर वहाँ के प्राकृतिक संसाधनों का शोषण शुरू कर दिया था। बुरीज्मा का एक ही ध्येय था – रूस के प्रभुत्व को नष्ट करना और अपने कंपनी के उद्देश्यों की रक्षा करना, जिसमें मैंने भी सहयोग दिया”। यह तो वही बात हो गई कि राहुल गांधी अपने पार्टी की नाकामी का दोष पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर मढ़ दें।

जिस प्रकार से हंटर बाइडन की करतूतें उजागर हो रही हैं, और जिस प्रकार से उसकी काली करतूतें जनता के समक्ष आ रही हैं, उससे अब बाइडन परिवार के साथ साथ डेमोक्रेट्स के लिए मुसीबतें बढ़ने वाली हैं। आप कुछ लोगों को हर समय बेवकूफ बना सकते हो, आप सबको कुछ समय तक बेवकूफ बना सकते हो, लेकिन आप सबको हर समय बेवकूफ नहीं बना सकते, और ये बात बाइडन परिवार को जल्द समझ जानी चाहिए।

 

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