भारत सरकार भी कभी- कभी ऐसा कदम उठाती है, जिससे उन्हें भारी आलोचना का सामना करना पड़ता है। ऐसी ही एक घटना सामने आई है, जिसमे बॉलीवुड अभिनेत्री दिया मिर्जा को नमामि गंगे प्रोजेक्ट का चेहरा बनाया गया है। नमामि गंगे प्रोजेक्ट की तरफ से एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है।
प्रतियोगिता आयोजन के लिए दिया मिर्जा का चुने जाने के लिए netizens ने ट्विटर पर सरकार के प्रति तीखी प्रतिक्रिया जाहिर किया है। हालांकि, पर्यावरण संरक्षण विभाग ने जनता की प्रतिक्रिया को संज्ञान में लिया और दिया मिर्जा की वीडियो वाली ट्वीट को डिलीट कर दिया।
दरअसल ट्विटर पर नमामि गंगे प्रोजेक्ट के अकाउंट ने एक पोस्ट साझा कर लिखा, “लोकप्रिय अदाकारा और पृथ्वी के सजग प्रहरियों में से एक @deespeak की आप सभी से है एक विनम्र अपीलI
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ट्विटर पोस्ट में दिया मिर्जा का एक वीडियो भी साझा किया गया है जिसमें वह कह रही है कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट ने एक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया है। आप इस क्विज प्रतियोगिता में हिस्सा लें और भारत की नदियों के बारे में अपनी जानकारी बढ़ाए।
बता दें कि दिया मिर्जा खुद को कथित तौर पर बहुत बड़ी पर्यावरणविद् समझती है और वो पर्यावरण की आड़ में भारत विरोधी और हिंदू विरोधी बयान भी देती है। दिया मिर्जा को इस नेक काम का ब्रांड एम्बेसडर देख कर netizens नाराज हो गए। नतीजतन, पर्यावरण संरक्षण विभाग को अपना ट्वीट हटाना पड़ा।
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बॉलीवुड फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने ट्विटर पर दिया मिर्जा के पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा कि,”अब तो गंगा का साफ होना मुश्किल है।”
सरकार ने भी एक ऐसे व्यक्ति को चुना जिसे होली खेलने से , दिवाली मनाने से , मोदी के हर काम से नफरत है ।
अरे भाई किसी ऐसे बंदे को चुन लेते जो दिन रात इस मिशन के लिए काम करता है । दिल से बोलना और सामने देख कर पढ़ने में बहुत अंतर है ।”
https://twitter.com/ashokepandit/status/1386872852205371395?s=19
Bucky ball नामक एक ट्वीटर यूजर ने लिखा कि,” वह किसी भी चीज के लिए प्रसिद्ध भी नहीं है? क्यों @nitin_gadkari ??
क्यों गोमांस खाने वाले हिंदू नफरत करने वालों को आपके मंत्रालय द्वारा बढ़ावा दिया जाता है?”
She’s not even famous or anything? Why @nitin_gadkari ??
Why beef eating Hindu haters get promoted by your ministry? https://t.co/EuxVL7ahzu— buckyball 🏴☠️ (@Buckyball_60) April 27, 2021
अनुज सिंह नामक एक ट्वीटर यूजर लिखा कि, “और कोई नहीं मिला सरकार को जो इसको चुना? जिसका गंगाजल से या पर्यावरण संरक्षण से कोई लेना-देना नहीं उसको यहां ज्ञान देने बैठा दिया। मूर्खता की पराकाष्ठा है”
https://twitter.com/Anujsingh5Anuj/status/1386874424889016322?s=19
डॉक्टर रिचा राजपूत ने सरकार के इस भूल पर नाराज़गी जताई और लिखा कि “मैं क्या सुन रही हूँ दिया मिर्ज़ा जिसको हिंदू रीति रिवाज ग़ुलामी लगती है, जो हिंदू धर्म-भाजपा-मोदी जी को गाली देने का एक भी मौका नहीं छोड़ती है, अब ‘नमामि गंगे’ परियोजना का ब्रांड एम्बेसडर बनाया हैं”
मैं क्या सुन रही हूँ दिया मिर्ज़ा जिसको हिंदू रीति रिवाज ग़ुलामी लगती है जो हिंदू धर्म-भाजपा-मोदी जी को गाली देने का एक भी मौका नहीं छोड़ती हैं, अब 'नमामि गंगे' परियोजना का ब्रांड एम्बेसडर बनाया हैं 😡
— Dr. Richa Rajpoot (Modi ka Parivar) (@doctorrichabjp) April 27, 2021
आपको बता दें कि दिया मिर्जा हिंदू विरोधी और भारत विरोधी बयान के लिए सुर्खियों में रहती है। मिर्जा ने CAA कानून को लेकर भी जनता को भ्रमित किया था। भारत सरकार को ऐसे देश विरोधी तत्वों से दूरी बरतनी चाहिए।