‘सुअर का बच्चा CISF’ ममता के कट्टर मुस्लिम नेता ने सुरक्षा बलों के लिए कहे आपत्तिजनक शब्द

TMC का यही चरित्र है

पश्चिम विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी TMC को इस बार बीजेपी से तगड़ी चुनौती मिल रही है, जिसके चलते ममता समेत उनकी पार्टी के सभी नेता चुनाव को चरण-दर-चरण विवादित बनाने के साथ ही केंद्रीय सुरक्षा बलों के खिलाफ अपना गुस्सा निकाल रहे हैं।

कुछ ऐसा ही मामला टीएमसी नेता‌ फिरहाद हकीम को लेकर भी सामने आया है। उन्होंने सीआईएसएफ के जवानों के लिए बेहद ही अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए अपने समर्थकों को सांकेतिक तौर पर हिंसा के लिए भड़काया है, जो कि टीएमसी ‌की असल प्रवृत्ति को प्रतिबिंबित करता है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हम पहले अनेकों बार ये बोलते हुए सुन चुके हैं कि केंद्रीय सुरक्षा और सशस्त्र बल बीजेपी और केंद्र के इशारे पर काम कर रहे हैं, लेकिन अब ममता दीदी के नेता तो दस कदम आगे आते हुए सीधे तौर पर सीआईएसएफ जैसे सुरक्षा बल के जवानों को धमकाने लगे हैं, जिसमें नया नाम टीएमसी नेता और मेयर फिरहाद हकीम का जुड़ गया है, जो कह रहे हैं कि चुनाव के बाद एक-एक को देख लिया जाएगा।

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दरअसल, फिरहाद हकीम का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो सीआईएसएफ के जवानों को धमकाते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में वो सीआईएसएफ के जवानों को ‘सुअर का बच्चा’ कह रहे हैं। उन्होंने कहा, “भाजपा सुअर का बच्चा है। यदि बीजेपी (सुअर का बच्चा) आता है तो पहले उनको मारो कहाँ जाएँगे? उनको पीटो। सुअर के बच्चों को मारो।” इतना ही नहीं फिरहाद अपने इस वीडियो में सीआईएसएफ के जवानों पर आपत्तिजनक कार्रवाई की बात भी कर रहे हैं।

फिरहाद का कहना है कि चुनावों के बाद सुरक्षाबलों के जवानों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने वीडियो में कहा, “वे सीआईएसएफ, रेल पुलिस को लेकर आए। एक बार चुनाव खत्म होने दो तब हमारी सीआईडी ‘सुअर के बच्चे’ सीआईएसएफ पर कार्रवाई करेगी।” उनका ये बयान दर्शाता है कि उन्होंने सुरक्षाबलों तक को राजनीति के चश्में से देखना शुरू कर दिया है जो देश के लोग बेहद चिंता का विषय है।

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इसमें दोष फिरहाद हकीम का भी नहीं है, क्योंकि कुछ ऐसी ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी बन गई है। बंगाल की मुख्यमंत्री पिछले लगभग एक महीने से सभी तरह के सुरक्षा बलों के जवानों पर हमले बोल रही है। अपनी राजनीतिक हिंसा की भेंट में उन्होंने आम जनता को भी चढ़ा दिया है।

इस मामले पर उनको चुनाव आयोग से लताड़ भी मिली है, लेकिन ममता की फितरत ही टकराव की रही है, और उनके नक्शे कदम पर ही उनके नेता फिरहाद हकीम भी चल रहे हैं, जिनके खिलाफ अब सुरक्षा बलों को धमकाने के आरोप में एक सख्त एक्शन होना चाहिए।

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