Xinjiang के कपास पर ट्रम्प का बैन आज भी चीन के लिए बड़ी मुसीबत, अब वो प्रासंगिक बने रहने की भीख मांग रहा

अमेरिका शिनजियांग

उइगर मुसलमानों द्वारा जबरन मजदूरी कराये जाने के मुद्दे पर शिनजियांग की कपास का दुनियाभर में विरोध देखने को मिल रहा है। इस मुद्दे पर पिछले दिनों यूरोपियन यूनियन, अमेरिका, UK और कनाडा ने चीन पर प्रतिबंधों का ऐलान किया था। इसके बाद बौखलाए चीन ने जहां पश्चिमी Textile कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू किया तो अब प्रतिबंधों के कारण नुकसान झेल रहे चीन ने शिनजियांगकी कपास को प्रोमोट करने के लिए कई देशों के व्यापारियों को अपने यहाँ बुलाया है।

Global Times की एक रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में चीन ने रूस, ईरान, नेपाल और पाकिस्तान जैसे करीब 20 देशों के 30 राजनयिकों को शिनजियांग में बुलाया और उन्हें क्षेत्र में जारी गतिविधियों के बारे में अवगत कराया। चीनी प्रशासन की ओर से सब राजनयिकों को यह भी बताया गया कि कैसे क्षेत्र में चीन के सभी कार्यक्रम सिर्फ आतंकवाद और अतिवाद को खत्म करने के लिए ही हैं। इसके साथ ही अब China Cotton Association ने कहा है कि वह शिनजियांग की कपास को प्रोमोट करने के लिए विदेशी व्यापारियों का अपने यहाँ स्वागत करेंगे।

China Cotton Association के एक बयान के मुताबिक “हम दुनिया में चीन की उच्च क्वालिटी की कपास को प्रोमोट करने की कोशिश करेंगे। इसके साथ ही हम चीन की कपास की छवि को सुधारने की कोशिश भी करेंगे।” प्रभावशाली गैर-सरकारी संस्था Better Cotton Initiative दुनियाभर की कंपनियों से शिनजियांग में उत्पादित कपास का इस्तेमाल ना करने की अपील कर रही है। इसके अलावा इसी वर्ष ऑफिस छोड़ने से पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शिनजियांग से आयात होने वाले कपास और टमाटरों पर प्रतिबंध लगा दिया था। तब अमेरिकी सरकार ने कहा था कि अमेरिका ने शिनजियांग में जबरन मजदूरी करने के मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की है और इसीलिए वहाँ से आयात होने वाली कपास पर प्रतिबंध लगाया गया है।

यही कारण है कि अब चीन को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। कुछ दिनों पहले चीनी मीडिया ने यह रिपोर्ट किया था कि शिनजियांग को लेकर चलाये जा रहे इस “प्रोपेगैंडे” के कारण चीनी कपास किसानों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। एक तरफ जहां चीनी सरकार शिनजियांग की कपास का विरोध कर रही कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है तो वहीं अपनी लोकल कंपनियों पर शिनजियांग की कपास का इस्तेमाल करने का दबाव बना रही है। Global Times के मुताबिक Anta, Meters, Bonwe, Semir और Li Ning जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियाँ अब शिनजियांग की कपास को प्रमोट करने का काम कर रही हैं। Li Ning ने हाल ही में एक बयान जारी कर यह स्पष्ट किया है कि शिनजियांग की कपास उसकी सप्लाई चेन के लिए अतिआवश्यक है।

स्पष्ट है कि शिनजियांग में ट्रम्प की की गयी कार्रवाई के कारण ना सिर्फ चीन को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है बल्कि अब उसे अपनी कपास को बढ़ावा देने के लिए विदेशी व्यापारियों के साथ-साथ अन्य देशों के राजनयिकों के सामने मदद की गुहार लगानी पड़ रही है।

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