विपक्षी नेता ट्विटर पर जनता को वैक्सीन न लगवाने का ज्ञान दे रहे, पर खुद वैक्सीन लगवा रहे

विपक्षी नेताओं के दोहरे रुख का क्या कहना!

वैक्सीन

PC: India Today

भारत ने कोरोनावायरस की रोकथाम में वैश्विक स्तर पर अपनी क्षमता का लोहा मनवा लिया है। इतना ही नहीं, वैक्सीन की उपलब्धता के कारण लघबग सभी देश भारत से मित्रता करने को राजी हैं, लेकिन जिस वैक्सीन को दुनियाभर के अनेकों देशों ने सराहा है, उसी वैक्सीन की विश्वसनीयता को लेकर देश की कुछ राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने बेतुके सवाल खड़े किए थे लेकिन अब उन्हीं लोगों का दोगलापन सामने आया है। वहीं, Vaccine के लिए दुष्प्रचार फैलाने वाले यही नेता अब जनता की नजरों से बचकर Vaccine लगवा रहे हैं। उनके ये कृत्य इस बात का साफ संकेत दे रहे हैं कि वो वैक्सीन का विरोध केवल राजनीतिक कारणों से कर रहे थे, और उन्हें जनता से कोई सरोकार नहीं है।

कोरोनावायरस की वैक्सीन की विश्वसनीयता को लेकर कांग्रेस समेत देश की सभी राजनीतिक पार्टियों ने सवाल खड़े किए थे। ऐसे में Vaccine लगवाने वाले सभी प्रतिष्ठित लोग वैक्सीन के प्रति सकारात्मक संदेश देने और जागरुक करने के लिए Vaccine का प्रचार कर रहे हैं जिससे लोगों के मन में वैक्सीन को लेकर झिझक खत्म की जा सके, लेकिन अब कांग्रेस का इस मसले पर दोगला चरित्र सामने आया है क्योंकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कोरोना की वैक्सीन चुपचाप लगवा रहे हैं और वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को कोई सकारात्मक संदेश नहीं दे रहे हैं।

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एक तरफ जहां देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रतिष्ठित लोग कोरोनावायरस की वैक्सीन लगवाकर जनता को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरुक कर रहे हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस की कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह तक ने कोरोना की वैक्सीन तो लगवा ली है, लेकिन उन्होंने इस बाबत कोई जानकारी नहीं दी है। स्थिति ये है कि सोनिया गांधी प्रत्येक कार्यकर्ता से मिलने से पहले उन्हें Vaccine लगवाने की सलाह दे रही हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक सोनिया गांधी ने तो मार्च की शुरुआत में ही वैक्सीन लगवा ली थी, इसी तरह पूर्व प्रधानमंत्री डॉ, मनमोहन सिंह भी वैक्सीन लगवा चुके हैं। इसके अलावा कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने भी कोरोना से निजात दिलाने वाली Vaccine लगवाई है, और ये सभी नए डोज के लिए तैयार भी हैं। दिलचस्प बात ये है कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी समेत सभी ने Vaccine तो लगवाई, लेकिन उससे जुड़ी खबर सोशिल मीडिया पर नहीं डाली। कांग्रेस का ये रवैया इस बात का प्रमाण है कि वैक्सीन का विरोध करने वाले वही लोग हैं जो कि कांग्रेस के अंध समर्थक हैं या पीएम मोदी के घोर विरोधी हैं।

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इस वैक्सीनेशन के प्रोग्राम में सबसे पहले राज्यसभा में नेता विपक्ष रहे गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने वैक्सीन का सफल पहला डोज लिया और दूसरे डोज की तैयारी भी कर ली है, लेकिन कांग्रेस के नेतओं ने Vaccine को लेकर दुष्प्रचार फैलाने के अलावा कोई भी सकारात्मक काम नहीं किया है। ये लोग खुद Vaccine लेने में बिल्कुल संकोच नहीं कर रहे हैं लेकिन जनता के बीच इन्होंने भ्रम की स्थिति पैदा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

इसीलिए ये कहा जा रहा है कि मानवता और जनहित से जुड़े वैक्सीन के मुद्दे पर भी ये नेता राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। वहीं, इससे ये भी कहा जा सकता है कि भले ही ये सभी विपक्षी नेता सोशल मीडिया पर वैक्सीन से दूर रहने की बात कर रहे हों, लेकिन असल जिंदगी में वैक्सीन से नफरत करने वाले इन्हीं लोगों ने अपने स्वास्थ्य के लिए सबसे पहले वैक्सीन लगवाई है जो दिखाता है कि ये नेता जनता को मूर्ख बना रहे हैं।

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