Hinduphobia के खिलाफ़ आवाज़ उठाई तो Hinduphobic Audrey Truschke ने किया हिन्दू छात्रा को प्रताड़ित

रमा सरदार- जिन्हें मिली हिंदुओं के पक्ष में आवाज़ उठाने की सज़ा!

Hinduphobic Audrey Truschke

Hinduphobic Audrey Truschke

कई विदेशी विश्वविद्यालयों में हिन्दू छात्रों के साथ भेदभाव और ‘हिन्दू विरोध’ आम बात होती जा रही है। हिन्दू विरोधी और औरंगजेब से विशेष प्रेम रखने वाली Audrey Truschke के नेतृत्व में पहले तो अमेरिका के Rutgers University में हिन्दू छात्रों को प्रताड़ित करने की खबर सामने आई थी, और अब Indiana University से इसी प्रकार की खबर सामने आ रही है। खास बात यह है कि इस मामले में छात्र की गलती इतनी थी कि उसने Truschke  के Hinduphobia पर लेख लिखा था। रमा सरदार नामक छात्र द्वारा लिए गए लेख को दबाव डालकर न सिर्फ हटाया गया बल्कि ट्विटर पर भी उस हिन्दू छात्र को प्रताड़ित करने का प्रयास किया गया। इसमें भी Audrey Truschke का ही साथ है।

दरअसल, Indiana University में रमा सरदार मीडिया की एक छात्र है। उन्होंने इस विश्वविद्यालय के अख़बार Indiana Daily के लिए पिछले महीने एक ओपिनियन लिखा, जिसका टाइटल था, “Indiana University के Islamic Studies Program ने एक हिन्दुफोबिक प्रोफ़ेसर के समर्थन में ट्वीट क्यों किया”।

Hindu Student was Bullied by Hinduphobic Audrey Truschke

यहाँ Hinduphobic प्रोफ़ेसर कोई और नहीं बल्कि Audrey Truschke थी। यह लेख विश्वविद्यालय के छात्रों के बीच खूब पसंद किया गया। हिन्दू छात्रों के अल्पसंख्यक होने के बावजूद यह लेख सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला लेख बन गया। रमा सरदार को Rutgers University के छात्रों ने भी इस आर्टिकल को लिखने के लिए धन्यवाद दिया। इसके बाद शुरू हुआ इस हिन्दू छात्र को प्रताड़ित करने का सिलसिला। लेख के प्रकाशित होने के एक महीने बाद रमा को पता चला कि Islamic Studies Program ने उनके लेख के खिलाफ कम्प्लेन कर दिया है। शुरुआत में तो बात लेख सम्पादित करने तक ही थी लेकिन बाद में Indiana Daily अखबार के मैनेजमेंट ने आर्टिकल को Unpublish करने का फैसला कर लिया। रमा को इसकी कोई खास वजह भी नहीं बताई गयी।

यह अभियक्ति की आज़ादी पर हमला नहीं था तो और क्या था? रमा सरदार के लेख को हटा कर न सिर्फ उनकी आवाज को दबाया गया बल्कि Indiana University के मैनेजमेंट ने भी इस भेदभाव में Islamic Studies Program का साथ दिया। इसी हिन्दुफोबिया से नाराज हो कर रमा ने Indiana Daily अखबार से इस्तीफा दे दिया।

जब रमा का लेख हटा लिया गया तो Audrey Truschke ने बेहद ख़ुशी के साथ ट्वीट किया कि Indiana University के छात्रों द्वारा चलाये जाने वाले अख़बार ने 2 कॉलम को हटा लिया। मैं यहां दिखाई गई integrity की सराहना करती हूं।” हालाँकि Audrey ने इस ट्वीट को तुरंत ही हटा लिया।

बता दें कि अपने लेख में रमा ने बताया था कि कैसे IU Islamic Studies Program के अंतरिम डायरेक्टर Robert Crouch ने Islamic Studies Program के अधिकारिक ट्विटर का इस्तेमाल कर हिन्दू छात्रों की हिन्दुफोबिया के कारण बढती चिंताओं को “आलस से भरा” और “अनैतिक” करार दिया था।

यानी रमा को सिर्फ इसलिए प्रताड़ित किया गया क्योंकि उन्होंने हिन्दुफोबिया के खिलाफ अपने मत को जाहिर किया। एक तरफ हिन्दू छात्रों की आवाज को दबाया जा रहा है और दूसरी तरफ यही प्रोफ़ेसर अभिव्यक्ति की आज़ादी की दुहाई देते हैं। Audrey Truschke तो एक जानी मानी हिन्दू विरोधी (hinduphobic) है और भगवान राम के बारे में कई बार अपशब्द कह चुकी हैं। Audrey ने तो यहाँ तक कहा है कि, “भगवान राम महिला-विरोधी हैं, हिन्दू तो बस गाय का पेशाब पीने वाले लोग हैं और हिंदुओं पर अत्याचार करने वाला औरंगज़ेब महान शासक था।”

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Truschke द्वारा फैलाये जा रहे हिन्दू विरोधी ज़हर के कारण Rutgers University के हिन्दू छात्रों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। जब विश्वविद्यालय के खिलाफ ही #RacistRutgers  ट्रेंड शुरू हो गया तो University बयान जारी कर हिंदू छात्रों से माफी मांगी थी। बता दें कि इस प्रोफेसर ने कैपिटल हिल में हुए दंगों के लिए हिंदुओं पर आरोप लगा दिया। यानी देखा जाये तो अब विदेशी विश्वविद्यालयों में Truschke जैसे प्रोफेसरों के कारण हिन्दुफोबिया का स्तर बढ़ता ही जा रहा है।

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