कोरोनो वायरस के प्रसार के लिए BJP को दोषी ठहरया, लेकिन अब TMC और DMK खुद विजय जुलूस करके Covid मानदंडों की धज्जियां उड़ा रहे हैं

TMC और DMK की लापरवाही

कोरोना

Raj Express

कल यानी 2 मई को चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए गए। चुनाव आयोग ने कोरोना संक्रमण के चलते राजनीतिक दलों को विजय जुलूस या जश्न मनाने से सख्त मना किया था। इसके बावजूद पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के तमिलनाडु में DMK के कार्यकर्ताओं को जश्न मनाते हुए देखा गया। बता दें कि, जश्न और विजय जुलूस कोरोना और चुनाव आयोग के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए मनाया गया है।

देश में बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर चुनाव आयोग (EC) द्वारा लगाए गए विजय जुलूसों पर प्रतिबंध के बावजूद, तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता और समर्थक रविवार को बड़ी संख्या में जश्न मनाते हुए देखे गए। ठीक ऐसे ही DMK समर्थकों ने  चेन्नई में तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की जीत का जश्न मनाया।

और पढ़ें-4 राज्य,1 केंद्र शासित प्रदेश, पाँच फैसले और पाँच बड़े संदेश, सिर्फ नतीजों पर फोकस मत कीजिये

ANI ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर जश्न का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ” देखिए, डीएमके समर्थक चेन्नई में पार्टी मुख्यालय के बाहर जश्न मना रहे हैं, क्योंकि रुझानों में DMK बहुमत की ओर बढ़ रही है।

भारत में चुनाव आयोग ने देश में कोरोना स्थिति के बीच किसी भी विजय जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया है।

https://twitter.com/ANI/status/1388753520619261952?s=19

चुनाव आयोग को इस घटना की जानकारी मिलने के बाद आयोग ने मामले को गंभीरता से लिया और कहा, ” चुनाव आयोग जीत का जश्न मनाने वालें लोगों के ऊपर रिपोर्ट को गंभीरता से लेगा।  EC ने सभी 5 राज्यों के मुख्य सचिवों को ऐसे प्रत्येक मामले में FIR दर्ज करने और संबंधित SHO को निलंबित करने का आदेश दिया है। इस तरह की प्रत्येक घटना के तुरंत बाद कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया है।

https://twitter.com/ANI/status/1388758363425546240?s=19

दरअसल हाल ही में, मद्रास उच्च न्यायालय ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए, चुनाव आयोग को कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर का मुख्य जिम्मेदार माना है। साथ ही में चुनाव आयोग पर हत्या का मुकदमा करने तक की चेतावनी दि थी। मद्रास उच्च न्यायालय की बातों को संज्ञान में लेते हुए चुनाव आयोग ने 2 मई को आने वाले चुनाव नतीजों के लिए दिशा निर्देश जारी किए थे। हालांकि, चुनाव आयोग ने मद्रास उच्च न्यायालय के गंभीर आरोपों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।

और पढ़ें -मद्रास HC से फटकार के बाद, चुनाव आयोग ने सभी विजय जुलूसों पर लगाया प्रतिबंध

ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को कोर्ट में घसीटने की धमकी दे चुकी है। इसके अलावा ममता बनर्जी ने कोरोना वायरस संक्रमण के दूसरे लहर का जिम्मेदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया है। वहीं चुनाव जीतने के बाद टीएमसी का असल रूप सबके समाने आ गया। ममता बनर्जी अपने कार्यकर्ताओं पर अभी से नियंत्रण नहीं है, इससे हम उम्मीद कर सकते है कि पश्चिम बंगाल में गुंडा राज्य 5 साल और चलेगा।

Exit mobile version