जहां वुहान वायरस की दूसरी लहर के कारण भारत को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा, वहीं भारत विरोधी गुट एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। जिस प्रकार से वामपंथी मीडिया ने वैश्विक स्तर पर भारत को अपमानित करने का प्रयास किया, वो किसी से छुपा नहीं है। लेकिन कुछ लोगों को यह स्वीकार्य नहीं था, और इन्ही में से एक हैं पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मैथ्यू हेडेन, जिन्होंने आश्चर्यजनक रूप से भारत का पक्ष लेते हुए वैश्विक मीडिया को उनके पक्षपाती कवरेज के लिए जमकर लताड़ा है।
मैथ्यू हेडेन के ब्लॉग के अंश अनुसार, “वैश्विक मीडिया ने भारत के विषय में बिना कुछ सोचे समझे अपना निर्णय सुना दिया है। भारत इस समय वुहान वायरस के दूसरे और घातक लहर से जूझ रहा है, जो न पहले देखा गया और न ही सुना गया। एक तरफ भारत इस महामारी से जूझ रहा है, और दूसरी तरफ वैश्विक मीडिया ऐसे देश को लताड़ने में लगा हुआ है, जिसकी आबादी 1.4 बिलियन है, जहां किसी भी सार्वजनिक योजना को लागू करना बहुत बड़ी चुनौती है” –
Extracts from a heartfelt blog on India by @HaydosTweets A cricketer whose heart is even bigger than his towering physical stature. Thank you for the empathy and your affection… pic.twitter.com/h671mKYJkG
— anand mahindra (@anandmahindra) May 14, 2021
परंतु हेडेन वहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, “मैं गर्व से कह सकता हूँ कि मैंने भारत को बहुत करीब से देखा है, और मुझे बेहद दुख होता है कि ऐसे कठिन समय में न सिर्फ यह देश तकलीफ है, बल्कि मीडिया में कुछ संगठन बिना कुछ सोचे समझे भारत के विरुद्ध विष उगल रहे हैं, और इनमें से अधिकतर लोगों ने तो शायद भारत में समय भी नहीं बिताया होगा।”
इसके अलावा मैथ्यू हेडेन ने आगे बताया, “मैं कोई डेटा विशेषज्ञ नहीं हूँ, लेकिन जितना भी डेटा मैंने देखा है, वो काफी आश्चर्यजनक है। भारत ने अब तक 17 करोड़ से अधिक लोगों को कम से कम एक डोज़ वैक्सीन की लगवा दी है, जो ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या के पाँच गुना से भी अधिक है, और यहाँ प्रतिदिन 13 लाख से भी अधिक टेस्ट हो रहे हैं। मेरा बस इतना कहना है कि भारत के समक्ष जो चुनौतियाँ है, उन्हे देखते हुए भारत पर बिना बात के फब्तियाँ कसना उचित नहीं है।”
जो काम सक्रिय रूप से देश के अन्य नागरिकों को करना चाहिए, वो एक पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर कर रहा है। जिस प्रकार से मैथ्यू हेडेन ने वैश्विक मीडिया को उसके पक्षपाती कवरेज के लिए लताड़ा है, वो सराहनीय भी है, और आवश्यक भी।
जिस प्रकार से वुहान वायरस की आड़ में वैश्विक मीडिया और भारत में उनके वामपंथी सहायकों ने भारत के विरुद्ध विष उगलने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, उससे कोई भी अपरिचित नहीं है।
लेकिन मैथ्यू हेडेन जैसे कुछ लोग भी हैं, जो भारतीय संस्कृति से बेहद प्रभावित हैं, और वे भारत का अहित नहीं चाहते। ऐसे में हमारे देश की यह जिम्मेदारी है कि ऐसे लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए वुहान वायरस के साथ साथ इसकी आड़ में प्रोपगैंडा फैला रहे वामपंथियों की भी जमकर खबर लें।