बंगाल हिंसा : Covid-19 Crisis के बावज़ूद पीड़ितों से मिल रहे हैं Governor Dhankhar लेकिन CM Mamta घर में बैठ उन्हें कोस रही हैं

पीड़ितों के दुख पर छलके राज्यपाल धनखड़ के आंसू

Governor Jagdeep Dhankhar

Covid-19 Crisis के बावज़ूद CM Mamta घर में बैठ Governor Dhankhar को कोस रही हैं

एक तरफ जहाँ देश की जनता कोरोना की मार झेल रही है वहीँ पश्चिम बंगाल की जनता कोरोना के साथ साथ विधानसभा चुनावों के बाद से ही TMC के अत्याचारों को भी झेल रही है। हालात यह है कि राज्य के Governor Jagdeep Dhankhar को जमीनी स्तर पर जाकर लोगों से भेंट करनी पड़ रहा है। परन्तु Mamata Banerjee उन्हें रोकने का भरपूर प्रयास कर रही हैं और साथ में उनके दौरे को असंवैधानिक भी करार दे रही हैं।

यानी कोरोना के बिगड़ते हालात के बावजूद राज्यपाल पीड़ित लोगों से मिलने पहुँच रहे हैं तो वहीँ Mamata Banerjee घर में बैठेे-बैठे Governor Jagdeep Dhankhar को कोस रहीं हैं।

दरअसल, पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा के कारण जनता खौफ है। राज्य के हजारों लोग प्रदेश छोड़कर डर के कारण असम जा शरण ले चुके हैं। वहीं कई ऐसे लोग भी है जो पश्चिम बंगाल में ही है लेकिन डर के मारे घर से नहीं निकल रहे हैं।

https://twitter.com/jdhankhar1/status/1393451799323942914?s=20

बंगाल हिंसा : Covid-19 Crisis के बावज़ूद पीड़ितों से मिल रहे हैं Governor Jagdeep Dhankhar

पश्चिम बंगाल के Governor Jagdeep Dhankhar पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद की हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और उन लोगों से भी मिल रहे हैं जो सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के गुंडों के हमलों के कारण पीड़ित हैं। यही नहीं उन्होंने असम जा कर पश्चिम बंगाल से भागे लोगों से भी मुलाकात की।

शनिवार (15 मई) सुबह पूर्वी मिदनापुर के नंदीग्राम में चुनाव के बाद हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद, Dhankhar ने ममता बनर्जी से हाथ जोड़कर राज्य में चुनाव के बाद की हिंसा को रोकने के लिए तत्काल उपाय करने का आग्रह किया।

चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल की हिंसा के पीड़ितों के दुखों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए, राज्यपाल ने आज ट्वीट किया, “चुनाव के बाद की अकल्पनीय हिंसा। भयभीत लोग सत्ताधारी पार्टी कार्यकर्ताओं के हाथों प्रतिशोध का भयावहता वर्णन कर रहे हैं। चुनाव के बाद हिंसा से प्रभावित लोगों का विश्वास बहाल करने के लिए सीएम से तत्काल कदम उठाने की अपील करता हूँ।“

https://twitter.com/jdhankhar1/status/1392832712424136715?s=20

राज्यपाल ने एक वीडियो पोस्ट किया जहां संकटग्रस्त महिलाओं का एक समूह पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के सामने अपनी भयानक दास्तां सुनाते हुए रो रहा था।

उन्होंने कहा कि, “असामाजिक तत्वों द्वारा पीड़ित परिवारों के साथ अन्याय किया गया है। उनके परिवार के बहू-बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ किया गया है।“

बंगाल हिंसा : नरसंहार और कोल्ड ब्लडेड मर्डर – धनखड़

धनखड़ ने सीलीगुड़ी में कहा- सीतकूची की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने इसे नरसंहार और कोल्ड ब्लडेड मर्डर करार दिया। मुख्यमंत्री ने शपथ लेने के बाद SIT बनाई और SP को सस्पेंड कर दिया। मैं मुख्यमंत्री से यह पूछना चाहता हूं कि जब पूरा राज्य जल रहा है तो क्या उन्हें कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा है?

हैरानी की बात यह है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राज्यपाल जगदीप धनखड़ का यह दौरा बिल्कुल भी रास नहीं आ रहा है। ममता बनर्जी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नियमों का उल्लंघन करार दिया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल के दौरे पर तंज कसा है और कहा है कि राज्यपाल का यह दौरा पूरी तरह से असंवैधानिक है।

Covid-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन Mamata Banerjee घर पर आराम कर रही हैं

यही नहीं राज्य में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन Mamata Banerjee घर पर आराम कर रही हैं। पिछले 24 घंटे में पश्चिम बंगाल में कोरोना के 19 हजार 511 नए मामले सामने आए हैं। मेडिकल बुलेटिन में बताया गया कि पश्चिम बंगाल में शनिवार को एक दिन में सबसे अधिक 144 कोविड-19 रोगियों की मौत हुई, जिसके बाद मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 13,137 हो गई।

स्वास्थ्य विभाग के एक बुलेटिन में कहा गया है कि संक्रमण के 19 हजार 511 नए मामले सामने आए हैं। ये एक दिन में सामने आया अब तक के सबसे अधिक मामले है। नए केस आने के साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या 11,14,313 तक पहुंच गई है। बुलेटिन में बताया गया कि शुक्रवार के बाद से राज्य में 66,563 नमूनों की जांच की जा चुकी हैै।

यानी देखा जाये तो संक्रमण दर भी अधिक है। इसके बावजूद राज्यपाल एक के बाद एक दौरे कर रहे हैं और मुख्यमंत्री आराम कर रही हैं। अगर उम्र के लिहाज से भी देखा जाये तो जगदीप धनखड़ की उम्र ममता से कहीं अधिक है फिर भी वे लोगों के बीच सांत्वना देने जा रहे हैं लेकिन ममता बनर्जी उल्टा उन्हें ही कोस रही है।

Exit mobile version