Covishield Vaccine Dose interval : वैज्ञानिकों की सलाह के कारण बढ़ा कोविशील्ड डोज़ में अंतराल

विपक्ष की गंदी राजनीति

Covishield Vaccine Dose interval

Covishield Vaccine Dose Interval has Increased due to scientific reason

हाल ही में सरकार ने कोविड -19 वर्किंग ग्रुप की सिफारिश पर Covishield Vaccine की दोनों खुराक के बीच के अंतर को 6-8 सप्ताह से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह करने की अनुमति दे दि गई है।

इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि, “मौजूदा वास्तविक सबूतों के आधार पर अथवा विशेष रूप से यूके के कोविड -19 वर्किंग ग्रुप के सिफारिश के बाद कोविशील्ड वैक्सीन की दोनों खुराक के बीच का अंतराल को 12-16 सप्ताह तक बढ़ाने के लिए सहमति व्यक्त की गई है। वहीं Covaxin के टीके की खुराक के अंतराल में कोई बदलाव की सिफारिश नहीं की गई थी।”

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Covishield Vaccine Dose Interval has Increased from 8 Weeks to 16 Weeks Gap

19 फरवरी को इंटरनेशनल मेडिकल जर्नल द लैंसेट में प्रकाशित एक अध्ययन में दावा किया गया था कि यदि  खुराक को 12 या अधिक सप्ताह अलग रखा जाता है तो कोविड वैक्सीन की प्रभावकारिता में 26.2% की वृद्धि देखी जा सकती है। यानी कि 55.1% से बढ़कर 81.3% की प्रभावकारिता के तथ्य सामने आए हैं।

बता दें कि वर्तमान में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित Covishield Vaccine की दोनों खुराक के बीच का अंतर 6 से 8 सप्ताह का है और कोविशिल्ड की दोनों खुराकों के बीच का अन्तर बढ़ाए जाने का कारण सिर्फ और सिर्फ वैज्ञानिक है, परंतु कांग्रेस पार्टी हमेशा की तरह अपनी ओछी राजनीति से बाज नहीं आई। उन्होंने कोविशिल्ड के दोनों खुराकों के बीच अंतराल बढ़ाने के पीछे वहीं अपना घिसा पिटा वैक्सीन की कमी होने का कारण बताया और एक बार फिर से जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है।

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Covishield dose Interval has Increased Due to Scientific Reason but congress is Shamefully Politicizing it

कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने ट्वीट कर लिखा कि, “पहले, दूसरी खुराक के बीच का अंतर 4 सप्ताह था, फिर 6-8 सप्ताह और अब हमें 12-16 सप्ताह बताया गया है।  क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि सभी योग्य लोगों के लिए टीकों के पर्याप्त स्टॉक नहीं हैं या पेशेवर वैज्ञानिक सलाह की वजह से ऐसा तय हुआ है? क्या हम मोदी सरकार से कुछ पारदर्शिता की उम्मीद कर सकते हैं?

जब केंद्र सरकार के ऊपर सवाल करना हो या जनता के बीच फेक न्यूज फैलानी हो तो ऐसे में कांग्रेस नेता शशि थरूर कभी पीछे नहीं रहते हैं। ऐसे में शशि थरूर ने ट्विटर पर लिखा कि, “कोविशील्ड वैक्सीन के दोनों शॉट्स के बीच अंतराल 12-16 सप्ताह की सरकारी पैनल ने तय किया है। इससे पहले यूके ने दिसंबर में 8-12 सप्ताह की सिफारिश की थी। फिर WHO ने फरवरी में 8-12 सप्ताह की बात कही। भारत सरकार ने पहले 4 सप्ताह, फिर 6-8 सप्ताह का आदेश दिया था। क्या केंद्र सरकार अपनी 12-16 सप्ताह के फैसले के पीछे का कारण जनता को समझा सकती है?”

कोविशील्ड की दो खुराक के बीच गैप इसे ज्यादा असरदार बनाने के लिए बढ़ाया गया है। हालांकि, यह फैसला जनता के हित में है, परंतु कांग्रेस पार्टी जिसने पहले 70 सालों में जनता के हित के बारे में कभी नहीं सोचा, उसके पल्ले यह बात कभी नहीं पड़ेगी।

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