बेतुके चिकित्सक परामर्श देकर यूट्यूबर ध्रुव राठी अपनी हद पार कर रहा है, सरकार को इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए

Dhruv rathee video

पिछले कुछ दिनों से भारत में कोरोना के दौरान या ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस नामक बीमारी फ़ैल रही है। ब्लैक फंगस एक बेहद खतरनाक इंफेक्शन है जो अब तक बेहद कम लोगों को होता था, लेकिन पिछले कुछ दिनों में इसने कोविड-19 के मरीजों को तेजी से शिकार बनाया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बीमारी स्टेरॉयड वाली दवाइयों को लेने की वजह से फ़ैल रही है। कुछ दिनों पहले ही AAP समर्थक Dhruv Rathee  नामक Youtuber ने अपने वीडियो में लोगों को कोरोना के दौरान स्टेरॉयड लेने की सलाह दी थी। इस Youtuber के नाम से आप सभी परिचित होंगे जो अक्सर ही फेक न्यूज़ फ़ैलाने में संलिप्त रहता है। Dhruv rathee ने खुलेआम अपनी video में Biudesonide नामक स्टेरॉयड लेने की सलाह दी थी। इस video को अभी तक लगभग ढाई मिलियन से अधिक लोगों ने देखा है और अगर इसमें से एक चौथाई ने भी इस सलाह को मानी होगी तो समझा जा सकता है कि भारत में ब्लैक फंगस के लिए कौन सबसे अधिक जिम्मेदार है। जिस तरह से इस व्यक्ति ने पहले यह फेक न्यूज़ फैलाई कि कोरोना से कुछ नहीं होने वाला है” से लेकर अभी तक न जाने ये कितने लाख लोगों को गुमराह कर चुका होगा। ध्रुव राठी ने बेतुकी चिकित्सकीय सलाह देकर हद पार कर दी है और अब सरकार को कार्रवाई करने की जरूरत है।

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भारत में कई प्रकार के डॉक्टर हैं जैसे प्रोफेशनल डॉक्टर, झोला छाप डॉक्टर और ऑनलाइन डॉक्टर। आज कोरोना में जब लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल है तो कई youtuber भी ऑनलाइन डॉक्टर बने हुए हैं और लोगों को सलाह दे रहे हैं। ऐसे ही मौके का फायदा Dhruv rathee जैसे लोग भी उठा रहे हैं जो अपनी video के माध्यम से लोगों में कोरोना और उसके उपचार के विषय में गलत जानकारियां फैला रहे हैं। किसी भी बीमारी के उपचार के लिए डॉक्टर का निर्देश तथा उनके द्वारा लिखी गयी दवाईयां सबसे अहम होती हैं। परन्तु आज कल लोग गूगल और youtube के माध्यम से स्वयं ही दवाइयों का चयन करने लगे हैं। ऐसे में Youtube पर video बना कर पैसे कमाने वाले ध्रुव राठी पीछे कैसे रहता। 15 मिनट में इजरायल-फिलिस्तीन के विवाद को सुलझा लेने वाले सभी विषयों का सब्जेक्ट एक्सपर्ट ध्रुव राठी ने कोरोना के इलाज पर भी video बना लिया जहाँ यह लोगों को गलत जानकारियां देता है।

पिछले वर्ष फरवरी में भी राठी ने एक वीडियो में यह दावा किया था कि चीन से बाहर रहने वाले लोगों को कोरोना से घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि उनके लिए कोई ख़तरा नहीं है। राठी ने कहा था कि मीडिया ‘फियर मोंगरिंग’ फैला रहा है, यानी कोरोनावायरस के नाम पर लोगों को डरा रहा है। उसके अनुसार मीडिया ऐसे दिखा रही है जैसे ‘जॉम्बी अपॉकलिप्स’ आ गया हो।

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हालांकि, भारत में अधिकतर लोग ऐसे यूट्यूबर्स की बातों पर ध्यान नहीं देते, जितने लोगों ने भी ध्यान दिया उनके लिए राठी के उपदेश जानलेवा साबित हो सकता है। जिस तरह ब्लैक फंगस के मामले बढ़ रहे हैं उससे यह कहना गलत नहीं होगा कि इसके लिए कहीं का कहीं ध्रुव राठी भी जिम्मेदार है. अब सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है नहीं तो ऐसे लोग अपने फायदे के लिए youtube पर अपने सब्सक्राइबर के माध्यम से महामारी का कारण बन सकते हैं।

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