Huge Gathering on Eid in Punjab : पंजाब के Lockdown को पंचर कर दिया विशेष समुदाय ने

धर्म पहले, जान बाद में!

Huge Gathering on Eid in Punjab

(PC: Anadolu Agency)

Huge Gathering on Eid in Punjab : Huge Crowd in Amritsar on Eid

Huge Gathering on Eid in Amritsar Punjab : कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए देशभर के कई राज्यों ने अपने यहाँ Lockdown का ऐलान किया हुआ है। हालांकि, इसके बावजूद कुछ राज्यों से बेतहाशा भीड़ जुटने की खबरें देखने को मिल रही हैं। पहले तेलंगाना के हैदराबाद से ईद के मौके पर भीड़ इकट्ठा होने की तस्वीरें देखने को मिली थी, अब ऐसी ही तस्वीरें पंजाब से सामने आई हैं।

ईद के मौके पर अमृतसर की जामा मस्जिद में भारी भीड़ देखी गई। इस भीड़ में न तो लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया न ही सरकारी तंत्र की सक्रियता देखने को मिली। ऐसी ही तस्वीरें कुछ दिनों पूर्व हैदराबाद से आईं थीं जहाँ ईद की खरीदारी करने के लिए भारी संख्या में भीड़ सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह किए बिना बाजारों में घूम रही थी।

पंजाब से आई ये तस्वीर इसलिए अधिक चिंता का विषय है क्योंकि एक बार पहले भी पंजाब सरकार की असफलता का परिणाम देश भुगत चुका है। कई मीडिया रिपोर्ट बताती हैं कि उत्तर भारत में जो कोरोना का वेरिएंट फैला है, वह ब्रिटेन से आने वाले अप्रवासियों द्वारा लाया गया था। दरअसल, किसान आंदोलन के दौरान बड़ी संख्या में लोग ब्रिटेन से भारत आए थे। इन लोगों को बिना किसी जांच के सीधे किसानों की भीड़ में शामिल होने दिया गया। इसके बाद दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने लगे और दिल्ली से यह Variant पूरे उत्तर भारत में फैल गया।

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Huge Crowd Gathering in Amritsar Punjab on Eid

इस समय पंजाब में मृत्यु दर भारत की औसत मृत्यु दर से कहीं अधिक है। पंजाब में 2.38% की मृत्यु दर है। दो सप्ताह पहले The Tribune की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि पंजाब में ग्रामीण क्षेत्र में मृत्युदर बहुत अधिक है। इसके लिए सीधे तौर पर किसान आंदोलन को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।

पंजाब में हालात इतने खराब हैं। इसके बावजूद राष्ट्रीय मीडिया में इसपर कोई विशेष चर्चा नहीं हो रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि ‛सुपर स्प्रेडर’ होने के बाद भी किसान आंदोलन धड़ल्ले से चल रहा है। किसान के नाम पर उपद्रवियों ने राज्य में कोरोना को बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाई।

हाल ही में जब पंजाब सरकार ने राज्य में लॉकडाउन लगाने का फैसला किया था तो किसान यूनियन ने इसके विरोध में प्रदेश में सड़कों पर उतरने का निर्णय लिया था। अभी भी बड़ी संख्या में किसान दिल्ली पंजाब बॉर्डर पर आ रहे हैं और पंजाब सरकार उन्हें रोकने में नाकामयाब है।

ईद और किसान आंदोलन पर भीड़ के सामने जिस तरह पंजाब प्रशासन हथियार डाल दे रहा है, वह अत्यंत चिंताजनक है। लोकलुभावन व्यवहार लोगों की मौत का कारण बन रहा है। पंजाब सरकार को अपने ऊपर जिम्मेदारी लेनी चाहिए और लॉकडाउन का पालन सख्ती से करवाना चाहिए, अन्यथा देश में जो थोड़ी बहुत स्थिरता आई है, वह समाप्त हो सकती है और देश पंजाब की मनमानी का फिर से परिणाम भोग सकता है।

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