भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र महासभा यानि UNGA के अध्यक्ष Volkan Bozkir को कड़ी फटकार लगाई है। बता दें कि हाल ही में Volkan Bozkir पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के निमंत्रण पर पाकिस्तान पहुंचे थे, जहां उन्होंने उनसे मुलाक़ात के बाद एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया और उस दौरान कुछ ऐसा कहा, जिससे भारत सरकार उनसे नाराज़ हो गयी।
Volkan Bozkir ने पाकिस्तान में जाकर कश्मीर पर आपत्तिजनक बयान दे डाले और बातों ही बातों में वे कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से कर बैठे। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मंच पर कश्मीर का मुद्दा उठाना पाकिस्तान का कर्तव्य है। उनके बयान के अनुसार “कश्मीर विवाद के समाधान के लिए बड़ी राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है। यह पाकिस्तान का विशेष रूप से कर्तव्य है कि वह संयुक्त राष्ट्र (UN) के मंच पर इस मुद्दे और अधिक मजबूती से उठाए।”
UNGA के अध्यक्ष Volkan Bozkir यहीं नहीं रुके। आगे उन्होंने कहा “मैंने हमेशा सभी पक्षों से जम्मू-कश्मीर की स्थिति बदलने से परहेज करने का आग्रह किया है। पाकिस्तान और भारत के बीच संयुक्त राष्ट्र चार्टर और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्तावों के तहत शांतिपूर्ण तरीकों से समाधान निकाला जाना चाहिए था।” यहाँ UNGA के अध्यक्ष भारत सरकार द्वारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने की ओर इशारा कर रहे थे।
#UNGA Prez @volkan_bozkir said that it was Pakistan's duty to bring the issue of Jammu d #Kashmir dispute to the UN platform with more vigour.
He did add that as an "impartial" @UN_PGA, peaceful resolution should be on the basis of bilateral #Simla agreement and UN resolutions. https://t.co/OzRMLiKfEz pic.twitter.com/6WxBj1DLgY— Geeta Mohan گیتا موہن गीता मोहन (@Geeta_Mohan) May 28, 2021
ज़ाहिर है कि भारत सरकार को UNGA के अध्यक्ष Volkan Bozkir का ये बयान बिल्कुल पसंद नहीं आया। भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर UNGA के अध्यक्ष Volkan Bozkir को खरी-खरी सुनाई। विदेश मंत्रालय ने एक कड़ी प्रतिक्रिया में कहा कि उनका बयान ‘अस्वीकार्य’ है और भारत के केंद्र शासित प्रदेश को लेकर उनके द्वारा किया गया जिक्र ‘अनुचित’ है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के दिये बयान अनुसार “जब संयुक्त राष्ट्र महासभा के मौजूदा अध्यक्ष भ्रामक और पूर्वाग्रह से ग्रसित कमेंट करते हैं तो वह अपने पद को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाते हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष का व्यवहार वास्तव में खेदजनक है और निश्चित रूप से वैश्विक मंच पर उनकी स्थिति को कमतर करता है।”
बता दें कि भारत ने अगस्त 2019 में कश्मीर को स्वायत्ता प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 की सवैंधानिक वैधता को रद्द कर दिया था, जिसके बाद पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर बैकफुट पर आया हुआ है। वह पिछले दो वर्षों से लगातार UNGA में कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के मुद्दे को ज़ोर-शोर से उठाया आया है लेकिन किसी भी देश ने पाकिस्तान को कोई तवज्जो नहीं दी है। ऐसे में अब कुरैशी ने UNGA के अध्यक्ष Volkan Bozkir को अपने हित में इस्तेमाल करने की चाल चली है, लेकिन इससे शायद ही पाकिस्तान के तथाकथित कश्मीर-आंदोलन” को कोई सहारा पहुंचे।