दिल्ली में कोरोनावायरस की दूसरी लहर के दौरान अव्यवस्थाओं के कारण ऑक्सीजन की किल्लत की एक बड़ी वजह कालाबाजारी थी। इस मुद्दे को लेकर दिल्ली पुलिस ने कई बड़े कदम उठाए, और इस मामले में खान मार्केट से नवनीत कालरा नाम के शख्स को लपेटे में लिया। इस शख्स को दिल्ली पुलिस ने ऑक्सीजन सिलेंडरों की कालाबाजारी के कारण गिरफ्तार किया था, आज ये शख्स जेल में है लेकिन अब इससे जुड़े अन्य अहम खुलासे हुए हैं, जिसके मुताबिक ये शख्स दिल्ली में निम्न गुणवत्ता वाले चाइनीज ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स जर्मनी की टेक्नोलॉजी के नाम पर बेचता था।
आक्सीजन की कमी के बीच कालाबाजारी को लेकर नवनीत कालरा पर दिल्ली पुलिस का तगड़ा एक्शन हुआ था। इतना ही नहीं, इस मामले में ईडी ने भी कालरा के खिलाफ केस दर्ज किया है। कालरा और उसके करीबी गगन दुग्गल के 13 ठिकानों पर की गई ईडी की छापेमारी में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु सामने आए हैं। इसके मुताबिक, कालरा ने पिछले महीने करीब 7 हजार आक्सीजन कंसंट्रेटर्स इम्पोर्ट किए थे, और लोगों को जर्मनी की टेक्नोलॉजी बताकर, उनको भ्रमित कर, कंसंट्रेटर्स को ऊंचे दामों पर बेचा था।
और पढ़ें- Oxygen black marketer नवनीत कालरा हुआ गिरफ्तार, कोर्ट में कांग्रेस नेता आए थे बचाव करने
चीन से खरीदी गयी किसी भी चीज की गुणवत्ता पर खतरा तो होता ही है, और यही दिक्कत इन आक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स की भी है। ये सभी कंसन्ट्रेटर्स फ़ॉरेंसिक रिपोर्ट में खराब पाए गए हैं। जांच के मुताबिक ये आक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स महज 15 हजार की कीमत पर ख़रीदे गए, और जर्मनी की तकनीक वाला बताकर इन्हें 70,000 रुपए में बेचा गया, जिससे कालरा ने तगड़ा मुनाफा कमाया।
कालरा के ठिकानों पर की गई छापेमारी में अधिकारियों ने 150 से ज्यादा विदेशी शराब की बोतलें बरामद कीं है। वहीं, कालाबाजारी और धोखा-धड़ी से संबंधित केस से जुड़े कई अहम दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए गए हैं। छापेमारी के स्थानों की बात करें तो नवनीत कालरा और दुग्गल के मंडी रोड, महरौली स्थित घर, कालरा के तीनों रेस्टोरेंट, जिनमे खान चाचा, नेगे जू, टाउन हॉल शामिल हैं, जहां यह काला धंधा किया जा रहा था। इसके अलावा दयाल ऑप्टिकल्स, खान मार्केट में छापेमारी के अलावा नवनीत के बैंक लॉकर्स की भी चेकिंग की गई है।
और पढ़ें- कौन है नवनीत कालरा? पेज-3 Celeb जिनका नाम जुड़ा है ऑक्सीजन की कालाबाजारी में
नवनीत कालरा की गिरफ्तारी काफी उहापोह वाली थी, क्योंकि खान मार्केट में उसके तीन रेस्टोरेंट्स से 524 आक्सीजन कंसंट्रेटर्स बरामद किए गए थे। इसके बाद उसे उसके गुरुग्राम के फार्म-हाउस से गिरफ्तार किया गया था। वहीं, इस मामले में अब कालरा पर मनी लांड्रिंग का केस भी दर्ज हो गया है, जिसके बाद उसकी मुसीबतें बढ़ गई है।
इसके पहले इस शख्स की अग्रिम जमानत के लिए छुट्टी के दिन कोर्ट के खुलने पर बड़ा विवाद हुआ था, और एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ने इस मामले में अपनी आपत्ति जाहिर की थी। फिलहाल ये शख्स जेल में है, और ईडी की कार्रवाई में हुए खुलासे उसकी मुसीबतें बढ़ा रहे हैं।