कानपुर में पुराने मंदिरों को अपवित्र किया जा रहा था, मेयर ने इसमे शामिल गिरोह को पकड़ा है

प्राचीन मंदिरों में लोगों ने बिरयानी बेचना शुरू कर दिया था!

कानपुर मंदिर News

उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक चौका देने वाली खबर सामने आई है। अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, कानपुर में चमनगंज में देखरेख की अभाव में जीर्ण शीर्ण हो चुके प्राचीन मंदिर में लोगों ने बिरयानी बेचना शुरू कर दिया था।

इस बात का खुलासा तब हुआ जब कानपुर के चमनगंज की महापौर प्रमिला पांडेय प्राचीन मंदिरों की खोज में निकली थी। पूरा मामले का पता लगते ही महापौर ने सहायक पुलिस आयुक्त निशांत शर्मा को बुलाकर मंदिर को कब्जा मुक्त अथवा वहां से बिरयानी की दुकान को हटाने के सख्त निर्देश दिए। बता दें कि कानपुर का चमनगंज मुस्लिम बहुमूल्य क्षेत्र है।

ब्रेकिंग ट्यूब के मुताबिक, DCP संजीव त्यागी ने कानपुर जिले के बजरिया थाने में धार्मिक भावनाएं भड़काने और मंदिर जैसे पवित्र स्थल को नुकसान पहुंचाने के लिए IPC की धारा सेक्शन 295 A के तहत आरोपी मोहम्मद सिराज, मोहम्मद नूर आलम और मोहम्मद फरीद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

और पढ़ें-UP के आजमगढ़ और मिर्जापुर में चल रहे हैं 400 फर्जी मदरसे, सालों से मिल रही हैं करोड़ों की सरकारी मदद

अमर उजाला से बातचीत के दौरान महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि, उन्होंने पहले स्थानीय लोगों से मंदिर का ताला खोलने के लिए अनुरोध किया, इस पर किसी ने उनका सहयोग नहीं किया। अंत में उन्होंने खुद ही ताला तोड़ा दिया और ACP को बुलाकर मंदिर से कब्जा हटवाया अथवा मंदिर के आसपास साफ-सफाई करवाई।

महापौर प्रमिला पांडेय ने अमर उजाला को आगे बताया कि, बाबा स्वीट हाउस के पास एक मंदिर जीर्ण शीर्ण स्थिति में मिला है और वहां के स्थानीय लोग मंदिर के जमीन पर कब्जा करके बिरयानी बेच रहे थे।

पांडेय ने आगे बताया कि कानपुर जिले के चमनगंज में बड़ी संख्या में मंदिरों की जमीन पर कब्जे है। वे सभी मंदिरों को कब्जा मुक्त कराकर मंदिरों की रंगाई पुताई का काम कराएगी। इतना ही नहीं क्षेत्र के सभी मंदिरों का सर्वे कराया जाएगा, ताकि उनकी स्थिति का पता चल सके।

आपको बता दें कि, कुछ साल पहले प्रमिला पांडेय की रिवाल्वर और बंदूक के साथ तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुई थी उसके बाद से नेटिज़न्स ने उन्हें “रिवॉल्वर दादी” कहना शुरू कर दिया। वह एक जानी-मानी कड़ी मेहनत करने वाली नेत्री हैं।

भाजपा के टिकट पर मेयर के रूप में चुनाव से पहले, उन्होंने दो बार की पार्षद और महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष के रूप में कार्य किया है।

यह मामला सामने आने के बाद और महापौर के निर्देश के बाद कानपुर पुलिस हर वो प्राचीन मंदिर का पता लगाएगी, जिसके ऊपर वर्तमान में कब्जा हो चुका है या उस मंदिर परिसर को किसी अन्य कार्य के लिए प्रयोग किया जा रहा है।

Exit mobile version