Twitter user ने राहुल गांधी की खोली पोल, कहा- ‘ब्रिटिश नागरिकता को छुपाने के लिए सरकारी वेबसाइट से हटाया कंपनी का data’

राहुल गांधी की सच्चाई आई सामने

राहुल गांधी ब्रिटिश नागरिकता

कांग्रेस के लिए अचानक दो बड़ी मुसीबतें आ गईं हैं। एक तो पहले ही बीजेपी द्वारा कांग्रेस की देश विरोधी टूलकिट एक्सपोज हो गई है, तो दूसरी ओर अब पार्टी के युवराज राहुल गांधी की दोहरी नागरिकता को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। खबरों के मुताबिक राहुल गांधी ने अपनी ब्रिटेन की कंपनी का डेटा ब्रिटेन के सरकारी आंकड़ों से हटवा लिया है। ये वही दस्तावेज हैं जो कि राहुल की ब्रिटिश नागरिकता की पुष्टि करते हैं। ऐसे में इस नए खुलासे के बाद राहुल गांधी समेत पूरी कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि राहुल की ब्रिटिश नागरिकता को लेकर सामने आए नए दस्तावेजों के बाद गृह मंत्रालय उन पर कार्रवाई शुरू कर सकता है।

वायनाड से कांग्रेस सांसद और गांधी परिवार के शहज़ादे राहुल गांधी की ब्रिटिश नागरिकता को लेकर मई 2019 से ही विवाद चल रहा है। उस दौरान ये खुलासे हुए थे कि राहुल की एक कंपनी ब्रिटेन में है, जिसमें उन्हें ब्रिटिश नागरिक बताया गया है।‌ इस मामले में अब ट्विटर पर विजय पटेल नाम के शख्स ने कुछ खुलासे किए हैं। ब्रिटिश दस्तावेजों का हवाला देकर पटेल ने दावा किया है कि राहुल गांधी की ब्रिटेन में बैकॉप्स लिमिटेड नामक एक कंपनी थी, जिसका नंबर 04874597 था और इन दस्तावेजों में राहुल गांधी को ब्रिटिश नागरिक बताया गया है।

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वहीं जब मई 2019 में ये मामला अदालतों में पहुंचा और संज्ञान लेकर गृह मंत्रालय ने राहुल को ब्रिटिश नागरिकता के सवाल पर नोटिस भेजा तो राहुल की तरफ से डैमेज कंट्रोल में रातों-रात कंपनी में कुछ बड़े तब्दीलियां कर दी गईं। राहुल पर लगातार उठते सवालों के बीच ब्रिटेन में तीन दिन के अंदर ही एक नई कंपनी खोली गई, जिससे राहुल गांधी का नाम हटा दिया गया। इस कंपनी के नए डायरेक्टर केरल के दो लोगों को बना दिया गया। इतना ही नहीं इस कंपनी के दस्तावेजों के साथ भी खिलवाड़ किया गया है।

 

इसके इतर जब कंपनी से जुड़े दस्तावेजों की ब्रिटिश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जांच की जाती है, तो पता चलता है कि वहां से भी राहुल की कंपनी से जुड़ा डेटा हटा दिया गया है। ब्रिटेन सरकार की आधिकारिक वेबसाइट से किसी दस्तावेज का गायब होना या हटाया जाना कोई साधारण बात नहीं है। ऐसे में ये साफ कहा जा सकता है कि राहुल गांधी अपनी नागरिकता के मुद्दे पर ब्रिटेन सरकार के कुछ खास लोगों की मदद ले रहें हैं।

राहुल गांधी की मुश्किलें अप्रैल-मई 2019 में लोकसभा चुनावों के दौरान नागिरकता के मुद्दे पर काफी बढ़ गईं थी। गृहमंत्रालय के नोटिस से लेकर देश की अदालतों में लगाई गईं याचिकाएं राहुल की मुश्किलें बढ़ा रही थीं। ऐसे में इन दस्तावेजों का सामने आना दिखाता है कि राहुल ने आनन-फानन में कार्रवाई से बचने के लिए अपनी ब्रिटेन की कंपनी से न केवल खुद को अलग किया बल्कि वो दस्तावेज भी ब्रिटेन की आधिकारिक वेबसाइट से गायब करवाए जो कि उनकी ब्रिटिश नागरिकता की पुष्टि करते थे।

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इस पूरे मामले के सामने आने के बाद अब आवश्यक है कि गृहमंत्रालय ब्रिटेन में दस्तावेजों की हेरा-फेरी करने वाले अपराधियों का न सिर्फ पता लगाए, बल्कि राहुल की ब्रिटिश नागरिकता के मुद्दे पर कार्रवाई भी शुरू करे, क्योंकि राहुल नागरिकता छिपा कर एक बड़ा अपराध पहले ही कर चुके हैं। वहीं अब वो दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करके सबूत मिटा रहे हैं, जो कि एक उच्चस्तरीय अपराध की श्रेणी का पर्याय है।

 

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