इस समय भारतीय प्रशासन कोविड की दूसरी लहर पर हावी होता हुआ दिखाई दे रहा है। भारत ने जिस प्रकार से इस लहर का सामना किया है, वो अपने आप में प्रशंसनीय है, और कई राज्यों में अब रिकवरी रेट संक्रमण रेट को मीलों पीछे छोड़ते हुए दिखाई दे रहा है।लेकिन इस अवसर पर भी कुछ गिरे हुए लोग हैं जो यहाँ भी अपनी निकृष्टता जगजाहिर करने से बाज़ नहीं आते। महाराष्ट्र में अब जाकर संक्रमण की दर कुछ हद तक कम हुई है।हालांकि अभी भी अधिकतर दिन 50000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन अब इसकी तीव्रता में कमी आई है, और इसका श्रेय उद्धव सरकार को देने से बॉलीवुड के PR एजेंट बाज़ नहीं आ रहे हैं।
उदाहरण के लिए बॉलीवुड गीतकार जावेद अख्तर को ही देख लीजिए। महोदय ट्वीट करते हैं, “मैं मानता हूँ कि दूसरों को महाराष्ट्र सरकार और बॉम्बे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन से एक या दो सबक सीखने चाहिए जो कोविड के खतरे से पूरी क्षमता के साथ लड़ रहे हैं।”
I believe others need to learn a lesson or two from the government of Maharashtra and Bombay Municipal corporation that are fighting with the menace of COVID with with tremendous competence .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) May 8, 2021
जिस राज्य के कारण आज पूरे देश को फिर से कोविड 19 के दुष्परिणाम भुगतने पड़ रहे हैं, जिस राज्य में एक शहर को कम तो एक शहर को जरूरत से ज्यादा वैक्सीन आवंटित की जा रही है, वो राज्य वुहान वायरस से निपटने के लिए आदर्श होना चाहिए।
हालांकि जावेद अख्तर पहले ऐसे व्यक्ति नहीं हैं, और न ही बॉलीवुड की ओर से चाटुकारिता से भरा ऐसा पहला ट्वीट आया है। ये वही जावेद अख्तर हैं, जिनके बेटे फरहान अख्तर उन लोगों में शामिल हैं, जो वुहान वायरस के विरुद्ध भारत के वैक्सीन अभियान का खुलेआम विरोध कर रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र में हो रही वैक्सीन की जमाखोरी पर आँख मूँद कर खुलेआम उद्धव सरकार का साथ दे रहे हैं।
ये वही लोग हैं, जिन्हे अगर वुहान वायरस के गंभीर लक्षण न भी हो, तो भी अस्पताल में डेरा डाले बैठे हैं। पिछले एक वर्ष में पूरे देश ने देखा है कि कैसे महाराष्ट्र ने वुहान वायरस से लड़ाई में हमेशा भारत की नाक कटवाई है। वुहान वायरस की दूसरी लहर इतनी चिंताजनक नहीं थी, लेकिन महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में प्रशासनिक लापरवाही के कारण पूरे देश को इसके दुष्परिणाम भुगतने पड़े।
इसी तरह बॉलीवुड अभिनेत्री श्रुति सेठ ने सोशल ट्वीट कर, खुद ही मुंबई मॉडल को मंजूरी दे दी, जबकि बाकी महाराष्ट्र की दुर्दशा को उन्होंने बड़ी आसानी से नजरअंदाज कर दिया।
https://twitter.com/SethShruti/status/1391662537188335616?s=19
किसी और देश में ऐसे लापरवाह प्रशासकों के विरुद्ध अब तक जन आंदोलन उमड़ पाते, जनता विद्रोह करती, लेकिन यहाँ तो कई कलाकार उद्धव सरकार की चाटुकारिता करने में जुटे पड़े हैं, और यह सिलसिला आज से नहीं, बल्कि पिछले वर्ष अप्रैल माह से ही चला आ रहा है। भारत को वुहान वायरस से ज्यादा ऐसे लोगों से खतरा है, जो अपनी सुविधा के लिए अपने देश की इज्जत तक बेचने को तैयार हो जाएंगे।