आजकल तो हिंदुओं को गालियां देना जैसे फैशन बन चुका है। कांग्रेस टूलकिट का घृणास्पद कॉन्टेन्ट उजागर हुए अभी एक हफ्ता भी नहीं बीता था कि एक एजुकेशनल ऐप की हिंदुओं के प्रति घृणा सबके सामने उजागर हुई है। Unacademy ने लीगल परीक्षाओं के लिए दिए गए नोट्स में कुछ हिन्दू विरोधी question पूछे गए थे, जिसमें जानबूझकर हिंदुओं पर झूठे इल्जाम लगाए गए, जिसके पीछे न केवल बहुत बवाल हुआ, बल्कि वह सवाल डिलीट कर Unacademy को क्षमा भी माँगनी पड़ी।
हाल ही में Unacademy ने लीगल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी हेतु कुछ question अपलोड किए। इनमें से एक question बहुत वायरल हुआ, क्योंकि उसमें स्पष्ट तौर पर हिंदुओं को निशाना बनाने का प्रयास किया गया था। इस प्रश्न में पूछा गया था कि यदि मुसलमानों का एक जत्था एक हिन्दू बाहुल्य क्षेत्र से गुजरे और हिन्दू पत्थरबाजी करे, तो आपको क्या करना चाहिए? –
Confirmed from @PrakharBansal14 that @unacademy indeed put out this question in an online assignment on IPC. They have now removed it
Question says Muslims are carrying out a “rally on Eid” (rally on Eid, really?) and Hindus pelted stones on the rally as it hurt their feelings! pic.twitter.com/UK8KJtSHOe
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) May 19, 2021
ये question न केवल भड़काऊ था, बल्कि स्पष्ट तौर पर हिंदुओं को अपमानित करने के उद्देश्य से पोस्ट किया गया था। हालांकि, ये Unacademy के लिए कोई नई बात नहीं है, क्योंकि ये संगठन इससे पहले भी शिक्षा के नाम पर हिंदुओं को अपमानित करने और युवाओं को हिंदुओं के विरुद्ध भड़काने के लिए कुख्यात रहा है।
पिछले वर्ष इसी विषय पर TFI पोस्ट ने एक लेख भी प्रकाशित किया था, जिसमें रेखांकित किया गया था कि कैसे Unacademy शिक्षा के नाम पर युवाओं में वैमनस्य घोल रहा है। इसमें कहीं कोई ‘ब्राह्मणवाद’ को नष्ट करने का आह्वान दे रहा है, तो कहीं कोई युवाओं को एके 47 उठाने के लिए भड़का रहा है।
लेकिन इस बार Unacademy की दाल नहीं गली। लोगों ने उसके भड़काऊ questions के लिए न केवल उसे आड़े हाथों लिया, बल्कि उसे उन questions को हटाकर क्षमा मांगने पर मजबूर किया। हालांकि Unacademy ने इसका ठीकरा थर्ड पार्टी संगठन पर फोड़ने का प्रयास किया, लेकिन कोई भी उसके बहकावे में नहीं आया –
Our official statement in light of the current event. pic.twitter.com/QI8bS3ghbN
— Unacademy (@unacademy) May 19, 2021
सच तो ये है कि अब भारत में हिन्दू पहले की भांति सुप्त नहीं है कि उनपर कोई भी कभी भी कीचड़ उछालके चल देता था, और वे चुपचाप उस अपमान को सह लेते थे। आज हिंदुओं के दबाव में बड़े से बड़े संगठन तक को अपने कदमों पर पुनर्विचार करना पड़ रहा है, और इस भांति Unacademy को भी अपने भड़काऊ प्रश्नों को हटाने के लिए विवश किया गया।