CM योगी आदित्यनाथ को अकर्मण्य अफसर बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है, चाहे वो कैसे भी स्तर के हो। ‘नायक’ फिल्म के एक दृश्य को दोहराते हुए उन्होंने एक अकर्मण्य अफसर को अंधाधुंध बिजली कटौती और उसपर एक आवश्यक मीटिंग में नदारद रहने के लिए निलंबित कर दिया।
हाल ही में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी सरोज कुमार को निलंबित किया गया है। news 18 की रिपोर्ट के अंश अनुसार,
“CM योगी ने जहां विकास कार्यों का जायजा लिया तो वहीं पुर्वांचल विद्युत वितरण निगम के कार्य में लापरवाही पर एमडी सरोज कुमार (MD Saroj Kumar) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। प्रधानमंत्री का चुनाव क्षेत्र होने के कारण CM योगी वाराणसी के विकास कार्यों को हमेशा गम्भीरता से लेते हैं। यही कारण है कि CM योगी अक्सर ही वाराणसी का दौरा करने आ जाते हैं और खुद ही विकास कार्यों का समीक्षा बैठक कर जायजा लेते हैं। इस दौरान पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी सरोज कुमार बैठक में नदारद रहे, जिसके कारण उनके ऊपर कार्यवाही की गई।
कार्रवाई का मूल कारण बैठक में अनुपस्थिति नहीं, बल्कि वाराणसी में इन दिनों बिजली कटौती अपने चरम पर है। लगातार बिजली के पोल फॉल्ट शहर में जारी है, जिससे घंटों बिजली की कटौती की जा रही है। इसकी शिकायत CM योगी तक पहुंच चुकी थी। इसी को लेकर के पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी सरोज कुमार को बैठक में बुलाया गया था, लेकिन जब वह बैठक में नहीं आए तो उन्हें CM योगी ने निलंबित कर दिया”।
एक समय ऐसा भी होता था, जब शहरों में इसलिए अंधाधुंध कटौती होती थी, क्योंकि सत्ताधारी पार्टी को उस उक्त शहर के निवासियों ने लोकसभा या विधानसभा में बहुमत से नहीं चुना था, लेकिन अब जनता की इच्छाओं का मान न रखने पर अकर्मण्य नेताओं और नौकरशाहों की खैर नहीं है, जिसको स्वयं CM योगी आदित्यनाथ सुनिश्चित करेंगे । अब तक ऐसा सिर्फ ‘नायक’ जैसी फिल्मों में देखा गया था, परंतु योगी आदित्यनाथ ने जिस प्रकार से इसे सत्य में परिवर्तित किया है, वो अपने आप में प्रशंसनीय है।