‘आपने बॉलीवुड से कॉपी नहीं करना’, पाक फिल्म निर्माताओं को इमरान की नसीहत, खुद Turkish ड्रामे के शौकीन

Hypocrisy की भी सीमा होती है!

पाकिस्तानी फिल्म निर्माता बॉलीवुड की नकल ना करे : इमरान खान

पाकिस्तान में बॉलीवुड फिल्मों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने के बावजूद, बॉलीवुड सिनेमा पाकिस्तान में काफी लोकप्रिय है। बॉलीवुड की लोकप्रियता से परेशान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तानी फिल्म निर्माताओं से बॉलीवुड की नकल नहीं करने और इसके बजाय पाकिस्तानी संस्कृति को बढ़ावा देने का आग्रह किया है। परंतु सबसे बड़ी विडंबना यह है कि इमरान खान खुद दूसरे मुल्क के यानी तुर्की के नाटक के बड़े प्रशंसक हैं।

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में एक शॉर्ट फिल्म समारोह में बोलते हुए, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तानी फिल्म निर्माताओं से बॉलीवुड की नकल करने के बजाय नई और वास्तविक फिल्म बनाने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।

इमरान खान ने आगे कहा कि, ‘शुरुआत में कुछ गलतियां की गईं क्योंकि पाकिस्तानी फिल्म उद्योग बॉलीवुड से प्रभावित था। इसके परिणामस्वरूप दूसरी संस्कृति की नकल की गई और उसे अपनाया गया।’

पाकिस्तानी मूल का अंग्रेज़ी अखबार, डॉन के मुताबिक इमरान खान ने कहा कि, ‘सबसे महत्वपूर्ण बात जो मैं युवा फिल्म निर्माताओं से कहना चाहता हूं, वह यह है कि दुनिया के मेरे अनुभव के अनुसार, केवल ओरिजनलिटी बिकती है- कॉपी का कोई मूल्य नहीं है। यह मेरे जीवन का अनुभव है कि जो हार से डरता है वह कभी नहीं जीत सकता।’

इमरान खान खुद तुर्की ड्रामा पसंद करते है

दरअसल, पाकिस्तानी PM इमरान खान ने पाकिस्तानी फिल्म निर्देशक और निर्माताओं को नसीहत दी है कि, फिल्मों को नया और ओरिजनल बनाओ। जबकि हकीकत यह है कि, इमरान खान खुद पाकिस्तानी सिनेमा के चाहने वाले नहीं हैं। यहां तक के उन्होंने स्वयं पाकिस्तानी जनता से तुर्की टीवी शो देखने को अनुरोध किया था।

पिछले साल मई 2020 में इमरान खान ने कहा था कि, “हमारे बच्चों और युवाओं” को Ertuğrul जरूर देखना चाहिए, ताकि वे वास्तविक इस्लामी संस्कृति को जाने। पॉप संस्कृति के बारे में खान ने कहा था कि, हॉलीवुड से शुरू होती है और फिर बॉलीवुड में जाती है और फिर पाकिस्तान पहुंच जाती है। पाकिस्तान में “Third Hand” संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है।“ खान ने आगे कहा था, Ertuğrul में रोमांस, इतिहास भी है… (और) इस्लामी मूल्य हैं।”

इतना ही नहीं इमरान खान ने Ertuğrul का उर्दू भाषा में अनुवाद करवाया और PTV चैनल पर प्रसारण भी किया। उसके बाद पाकिस्तानी PM इमरान खान ने पाकिस्तानी जनता को Yunus Emre नामक तुर्की टीवी शो देखने के लिए प्रोत्साहित किया।

पाकिस्तानी फिल्म इडस्ट्री पूरी तरह बॉलीवुड पर ही निर्भर है

बता दें कि, पाकिस्तानी PM के लाख चाहने के बावजूद वहां की जनता को बॉलीवुड सबसे ज्यादा पसंद आता है। पाकिस्तानी अवाम बॉलीवुड फिल्म देखने के लिए काबुल, अफगानिस्तान जाती है। पाकिस्तानी सिनेमाघर बॉलीवुड फ़िल्म पर पूरी तरह से निर्भर हैं। दूसरी भाषा में कहें तो, उनकी रोजी – रोटी हिंदी बॉलीवुड फिल्मों पर जीवित है।

आपको बता दें कि, पाकिस्तान के 150 सिनेमा घरों में साल 2019 में केवल 22 उर्दू फिल्म रिलीज हुई थी, जिसका व्यवसाय मात्र 150 करोड़ रुपए था।

एक तरफ पाकिस्तानी फिल्म व्यापार पूरी तरह से हिंदी सिनेमा पर निर्भर है। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की आंखों में बॉलीवुड की सफलता कांटे की तरह चुभ रही है। साल 2020 में इमरान खान ने बयान दिया था कि, पाकिस्तान में दुष्कर्म और तलाक की घटना के पिछे बॉलीवुड का हाथ है। हैरानी के बात यह है कि, हाल ही में, पाकिस्तानी पीएम दुषकर्म के लिए जिम्मेदार लड़कियों को माना था।

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इमरान खान इस बात का जीता जागता उदाहरण हैं कि जब भी वो मुंह खोलेंगे तो, विडंबनाओं का अंबार लग जाता है। दो बार तलाकशुदा इमरान खान द्वारा पाकिस्तान में तलाक के बढ़ते मामलों के बारे में विलाप करने से लेकर फिल्म निर्माताओं से पाकिस्तानी संस्कृति का प्रदर्शन करने का आग्रह करने तक, जबकि वह खुद तुर्की टीवी शो को देखते है और वहां की अवाम से देखने के लिए सिफारिश करते है – इमरान खान के पाखंड की कोई सीमा नहीं है।

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