होम गार्ड बोर्सिंग बे ने रिश्वत से किया इनकार
देश का खज़ाना लूटने से पहले जहां राजनेता एक बार भी नहीं सोचते हैं, वहीं असम के एक होम गार्ड ने लाखों रुपये के रिश्वत को ठुकराकर ड्रग्स तस्करों को पुलीस के हाथों पकड़वा दिया है। इस होम गार्ड का नाम है बोर्सिंग बे। बता दे कि बोर्सिंग बे ने करीब 12 करोड़ रुपये के क्रिस्टल methamphetamine को जब्त कराने में अहम भूमिका निभाई है।
बोर्सिंग बे के “निस्वार्थ और ईमानदार कार्य” से प्रभावित होकर, असम पुलिस के डीजीपी भास्करज्योति महंत ने बोर्सिंग को ₹1 लाख का इनाम देने की घोषणा की है। बोर्सिंग बे कार्बी आंगलोंग जिले के डिल्लई पुलिस स्टेशन में होम गार्ड के पद पर तैनात हैं।
पुलिस ने कहा कि बोर्सिंग ने सोमवार शाम कार्बी आंगलोंग में मणिपुर से आ रहे एक ट्रक को रोका और तीन किलोग्राम क्रिस्टल मेथामफेटामाइन की गोलियां बरामद की जिनकी कीमत 12 करोड़ रुपये है। बस के चालक के साथ तमिलनाडु की दो महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है।
डीजीपी भास्करज्योति महंत ने ट्वीट कर जानकारी दी कि, “इस ड्रग्स तस्करों का भांडा फोड़ने में सबसे बड़ा श्रेय बोर्सिंग बे को जाता है। ड्रग्स तस्करों ने बोर्सिंग बे को ढेर सारे रुपयों का लालच भी दिया था, पर बोर्सिंग ने उन्हें मना कर दिया।”
डीजीपी मंहत ने आगे लिखा कि, “इस निस्वार्थ और ईमानदार कार्य के लिए, (बे) को ₹1 लाख की राशि से पुरस्कृत किया जाएगा। होमगार्ड बे को मेरा सलाम।”
बोर्सिंग ने अपने इस कारनामे के बारे में बताया कि, जैसे ही प्रतिबंधित पदार्थ का पता चला, बस चालक ने उसे बड़ी राशि नकद देने की पेशकश की ताकि बिना कोई कार्रवाई किए वाहन को गुजरने दिया जा सके। बे ने बताया कि बस चालक ने 500 रुपयों का बड़ा बंडल निकाला और उसके जेब में रख दिया। उसके बाद उसने पैसों का बंडल वापस कर दिया और कहा कि मुझे पैसों में कोई दिलचस्पी नहीं है।
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बता दें कि असम पुलिस ने पिछले दो महीनों से मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के नेतृत्व में ड्रग्स रैकेट के खिलाफ तबातोड़ कार्रवाई कर रही है। जिससे बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद किया गया है और बड़ी संख्या में ड्रग्स बेचने वाले पेडलर्स को गिरफ्तार किया गया है।
आज बोर्सिंग बे जैसे ही ईमानदार और निष्ठावान कर्मचारियों की वजह से देश में न्याय व्यवस्था बरकरार है। बोर्सिंग बे ने साबित कर दिया है कि ईमानदारी अभी भी जिंदा है।