आज कल राजस्थान सरकार हर रोज दैनिक भास्कर की सुर्खियों में जगह बना रही है। ज्यादा सोचिए मत, अच्छे कारनामों के लिए नहीं है, बल्कि वैक्सीन बर्बादी को लेकर चल रहे है विवाद को लेकर है। दैनिक भास्कर आए दिन राजस्थान सरकार की बखिया उधेड़ रहा है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने ट्विटर पर भास्कर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी भी दी, परन्तु भास्कर अपनी बेबाकी से टस से मस नहीं हो रहा है। हाल ही की एक रिपोर्ट में दैनिक भास्कर ने एक और सच उजागर किया है। इस रिपोर्ट में भास्कर ने दावा किया है कि, राजस्थान में न सिर्फ वैक्सीन कूड़ेदान में फेंकी जा रही है, बल्कि वैक्सीन के वायल को जमीन में गाड़ा भी जा रही है।
राजस्थान सरकार ने दैनिक भास्कर को वैक्सीन बर्बादी को लेकर किये खुलासे के लिए धमकाया था, इसके बावजूद दैनिक भास्कर ने फिर से राजस्थान सरकार की पोल खोलने का काम किया है। pic.twitter.com/EryNP4C3Y0
— Mahima Pandey (@Mahimapandey90) June 3, 2021
दैनिक भास्कर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि “राजस्थान में अब भी 80% तक भरी वैक्सीन कचरे के ढेर में पड़ी है। जमीन में गाड़ी भी जा रही हैं। बुधवार को भास्कर प्रदेश के 10 स्वास्थ्य केंद्रों से ये सच बीनकर लाया है।”
दैनिक भास्कर ने आगे यह भी दावा किया है कि, ” कचरे में… अस्पताल परिसर में कचरे के ढेर में सैकड़ों वैक्सीन पड़ी हैं। भास्कर ने 12 फीट गहरे गड्ढे में उतरकर देखा तो बहुत सी वायल 80% तक भरी नजर आई।
दफन भी… यहां वैक्सीन गड्ढों में गाड़ दी गई हैं। दैनिक भास्कर टीम ने बुधवार दोपहर यहां जाकर पुरानी वायल के बारे में पूछा तो चिकित्सक ने बताया- हमने गाड़ दी। उन्होंने टीके गाड़ने की जगह दिखाई।”
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इससे पहले 1 जून को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने ट्विटर पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा था कि, “मैंने दैनिक भास्कर में प्रकाशित फोटो गौर से देखी और तत्काल जांच करवाई। जांच से स्पष्ट हुआ कि यह फोटो पीले बैग की है, जिसमें भारत सरकार के बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट नियमों के अनुसार एक्सपायर्ड एवं डिस्कार्डेड वैक्सीन वाइल्स डालनी होती है।” शर्मा ने आगे लिखा कि, ” उक्त फोटो में भी निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार उपयोग में ली गई वैक्सीन वाइल्स बूंदी सीएचसी के स्टोर में पीले रंग के बैग में ही नजर आ रही है।”
मैंने दैनिक भास्कर में प्रकाशित फोटो गौर से देखी और तत्काल जांच करवाई।
जांच से स्पष्ट हुआ कि यह फोटो पीले बैग की है, जिसमें भारत सरकार के बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट नियमों के अनुसार एक्सपायर्ड एवं डिस्कार्डेड वैक्सीन वाइल्स डालनी होती है। (1/2) pic.twitter.com/ZV5ZSoHNTQ
— Dr. Raghu Sharma (@RaghusharmaINC) June 1, 2021
राजस्थान सरकार और दैनिक भास्कर के बीच चल रहे है विवाद को अगर हम संक्षेप में बताए तो, पहले राजस्थान सरकार ने सबसे तेजी से टीकाकरण कराने का दावा ठोका, सरकार के इस दावे की हवा निकालते हुए दैनिक भास्कर ने एक रिपोर्ट पेश की, जिसमें लिखा कि राजस्थान के 8 जिलों में 2500 वैक्सीन डोज कूड़ेदान में बर्बाद मिली है। यह रिपोर्ट सामने आने के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा तिलमिला गए और उन्होंने ट्विटर पर दैनिक भास्कर के खिलाफ गलत खबर फैलाने के जुर्म में कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दे डाली। उसके बाद से दैनिक भास्कर हर सुबह राजस्थान सरकार के सामने सच का आईना लेकर खड़ा हो जाता है।
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राजस्थान सरकार टीकाकरण तेजी से कराने का रिकॉर्ड बनाने के लिए वैक्सीन को फेंक कर, उसकी खपत दिखा रही है। ऐसे ही कुछ दिनों पहले रिकॉर्ड बनाने के चक्कर में राजस्थान सरकार मुर्दों को भी टीका लगा रही थी। इतना ही नहीं अशोक गहलोत अपनी छवि को साफ रखने के लिए कोरोना से होने वाले मृत्यु दर को भी छिपा रहे है। कुल मिलाकर अशोक गहलोत अपनी छवि को चमकाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं, पर उनके सामने दैनिक भास्कर सच लेकर खड़ा है।