ऑस्ट्रेलिया में तिरंगे के सम्मान के लिए खालिस्तानियों से भिड़ने वाले हरियाणा के युवक विशाल जूड को जेल से छुड़ाने की कवायद शुरू हो चुकी है। देश में विशाल के समर्थन में लोगों के सामने आने के बाद अब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ऑस्ट्रेलिया की जेल में बंद हरियाणवी युवक विशाल जूड की तत्काल रिहाई के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की और मामले में तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है। विदेश मंत्री ने भी तुरंत एक्शन लेने की बात कही।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बातचीत के बाद विदेश मंत्री ने ऑस्ट्रेलियाई दूतावास को भारत की चिंता से अवगत कराया और मुख्यमंत्री को विश्वास दिलाया कि विशाल जूड बहुत जल्द ऑस्ट्रेलिया की जेल से रिहा हो जाएगा। हरियाणा सरकार ने अपने आधिकारिक बयान में यह भी बताया है कि भारतीय विदेश मंत्री ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भरोसा दिया कि विशाल जूड को बहुत जल्द ऑस्ट्रेलिया की जेल से रिहा कर दिया जाएगा।
CM @mlkhattar spoke to External Affairs Minister, Shri @DrSJaishankar for immediate release of Vishal Jude, a Haryanvi youth lodged in Australia's jail & appealed for immediate intervention in the matter. The Foreign Minister has conveyed India's concern to the Australian Embassy
— CMO Haryana (@cmohry) June 23, 2021
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ऑस्ट्रेलिया में भी विशाल के समर्थन में काफी प्रदर्शन हो रहे हैं। हमने पहले ही TFI पर कहा था कि भारत की मोदी सरकार और ऑस्ट्रेलिया सरकार के बीच बेहद गहरे कूटनीतिक संबंध हैं, ऐसे में भारत सरकार को अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर विशाल जूड की रिहाई और ऑस्ट्रेलिया में उसकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने की ओर कदम बढ़ाना चाहिए। अब विदेश मंत्री एस जयशंकर के भरोसे के बाद विशाल जैसे राष्ट्रभक्त की रिहाई सुनिश्चित हुई हैं।
बता दें कि विशाल जूड काम की तलाश में आस्ट्रेलिया गए थे और वह अभी वहां जेल में बंद हैं। विशाल का दोष केवल इतना है कि उन्होंने तिरंगे के सम्मान के लिए खालिस्तानियों द्वारा किये जा रहे राष्ट्रीय झंडे के अपमान का विरोध किया था।
दरअसल, फरवरी 2021 में सिडनी के हैरिस पार्क में कुछ खालिस्तानी समर्थक भारत-विरोधी रैली को अंजाम दे रहे थे। वे खालिस्तानी PM मोदी के खिलाफ नारे लगा रहे थे, भारत के झंडे को जला रहे थे और नई दिल्ली में 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर की गयी चढ़ाई का जश्न मना रहे थे।
ऐसे में हरियाणा के विशाल जूड से यह बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने उन खालिस्तानियों के मुंह पर “मोदी ज़िंदाबाद” और “हिंदुस्तान ज़िंदाबाद” के नारे लगाना शुरू कर दिया! उसके बाद दोनों पक्षों में जोरदार भिड़ंत हुईं।
विशाल जूड मेरे ही रोड समुदाय से संबंध रखते हैं, ऐसे में अपने समुदाय में फैले आक्रोश को मैं Ground Zero पर रहके देख सकता हूँ। मुझे गर्व है ऐसे भाईयों पर! उम्मीद है सरकार इसपर कोई Action लेगी। सांसद @bjpsanjaybhatia जी भी मामले को देख रहे हैं।
— Vikrant Singh (@VikrantThardak) June 15, 2021
हालाँकि, इससे पहले से ही विशाल जूड खालिस्तानियों के निशाने पर थे। 26 जनवरी को जब हरियाणा के कुछ किसान दिल्ली में खालिस्तानियों का समर्थन कर रहे थे, उस दौरान विशाल जूड ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी-विरोधी और भारत के पक्ष में तिरंगा रैली का आयोजन कर रहे थे। उस दौरान विशाल ने खालिस्तानी झंडों को भी जलाया था।
फरवरी में जब दोनों पक्षों के बीच सीधी भिड़ंत हुई, तो उसके बाद विशाल जूड पर हमले होना शुरू हो गए। विशाल के घर पर कई बार हमला हुआ, कई बार गाड़ी तोड़ दी गयी। हालांकि, विशाल कभी उनके हाथ नहीं आये। एक बार तो खालिस्तानियों ने विशाल की जगह करनाल के रहने वाले एक अन्य नौजवान को पीट दिया और “विशाल जूड” से बदला पूरा करने की बात कहकर जश्न मनाना शुरू कर दिया, लेकिन फिर बाद में खालिस्तानियों ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर विशाल को जेल में बंद करवा दिया जिसके बाद पिछले 3 महीनों से विशाल जूड ऑस्ट्रेलिया की जेल में बंद हैं। उन्हें ऑस्ट्रेलिया की ओर से कोई Consular Access भी नहीं दिया गया। इसका अर्थ यह है कि अभी तक भारत सरकार का कोई भी अधिकारी विशाल जूड से मिल न हीं पाया है।
अब देश भर में विशाल जूड के समर्थन में माहौल बन चुका है। करनाल के सांसद संजय भाटिया ने इस मामले पर लोगों को आश्वासन दिया है कि वे जल्द से जल्द इस मुद्दे को केंद्र सरकार के साथ उठाएंगे। उन्होंने भी विदेश मंत्री से इस मामले पर बातचीत की थी। अब मुख्यमंत्री द्वारा मामले को विदेश मंत्री के समक्ष रखे जाने से जल्द से जल्द कार्रवाई की आशा दिखाई दे रही है। भारत की मोदी सरकार और ऑस्ट्रेलिया के Morrison सरकार के बीच अच्छे संबंध हैं। भारत के विदेश मंत्री द्वारा इस मामले में संज्ञान लेने के बाद अब विशाल जूड की रिहाई के मामले में तेजी आने की उम्मीद है। अब देखना है कि कब तक हरियाणा के इस देशभक्त की रिहाई होती है।