Edinburgh नाट्य उत्सव में हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान, विरोध में हिंदुओं ने उठाई आवाज 

भगवान ब्रह्मा, भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को किया अपमानित

एडिनबर्ग नाट्य उत्सव

हाल ही में, स्कॉटलैंड के प्रसिद्ध एडिनबर्ग अंतर्राष्ट्रीय नाट्य उत्सव में एक नाटक का मंचन किया गया। हालांकि, इसकी तारीफ कम हुई, और इसपर विवाद अधिक हुआ। ऐसा इसलिए क्योंकि कथित तौर पर सस्ती लोकप्रियता के लिए इस नाटक में हिन्दू देवी देवताओं से अपशब्द बुलवाए गए, और उन्हे मादक पदार्थों का सेवन करते हुए दिखाया गया।

लेकिन ये नाटक था क्या? इसमें ऐसे भी क्या शब्द या कंटेन्ट इस्तेमाल हुआ, जिससे दुनिया भर के हिन्दू भड़के हुए हैं? स्कॉटिश मूल के लेखक जैमिनी जेठवा द्वारा रचित और कैटलिन स्किनर द्वारा निर्देशित ‘हिन्दू टाइम्स’ नाटिका को एडिनबर्ग नाट्य उत्सव में 20 से 21 अगस्त के बीच प्रदर्शित किया जाएगा।

लेकिन कुछ दिनों में जो एडिनबर्ग नाट्य उत्सव की झलकियां सामने आई हैं, उसमें ये पता चला हैं कि यह हिन्दू देवी-देवताओं को आधुनिक दिखाने के नाम पर उनकी बेहद नकारात्मक छवि पेश करते हैं। सनातन संस्कृति का मज़ाक उड़ाते हुए यह नाटिका भगवान ब्रह्म, भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को अपमानित भी करता है और उनके मुख से ओछे और गंदे शब्द भी निकलवाता है।

इस विषय पर स्कॉटिश राजनेता राजन जेड ने आपत्ति जताते हुए कहा कि हिन्दू देवी-देवता पूजनीय है। उनका आदर किया जाना चाहिए, लेकिन जो EIF ने किया है, वो निंदनीय है। उन्होंने सनातन धर्म का अपमान किया है, उन्होंने आधुनिकता के नाम पर हिन्दू देवी देवताओं को शराब के लिए दर-दर भटकते हुए दिखाया है।

लेकिन बात यहीं पर नहीं रुकी। हिन्दू टाइम्स में ये भी दिखाया गया है कि किस प्रकार से हिन्दू देवी-देवता खुलेआम अपशब्दों का प्रयोग करते हैं और अश्लीलता को बढ़ावा देते हैं। भाजपा के विदेशी विभाग, UK के अध्यक्ष कुलदीप शेखावत ने कहा कि, यदि ये नाटक सनातन संस्कृति का अपमान करता है, तो UK प्रशासन को तत्काल प्रभाव से इस नाटक के प्रदर्शन पर रोक लगाना चाहिए।

इन दिनों सनातन संस्कृति पर कीचड़ उछालना तो मानो फैशन बन चुका है। क्या देशी क्या विदेशी, हर कोई कूल बनने के नाम पर भारतीय संस्कृति को अपमानित करना अपना परम धर्म समझता है। लेकिन राहत की बात ये भी है कि अब पहले की भांति लोग अपमान का घूंट पीकर नहीं रह जाते। अब लोग तुरंत के तुरंत ऐसे अपमानजनक कंटेन्ट का विरोध भी करते हैं।

आशा करते हैं कि इस भड़काऊ कंटेन्ट को प्रदर्शित होने से पहले या तो संशोधित किया जाए या फिर हमेशा के लिए हटा दिया जाए।

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