कांग्रेस के संकटमोचक रहे अहमद पटेल और असम के पूर्व CM तरूण गोगोई को राहुल गांधी ने किया Unfollow

ये अब उनके किसी काम के नहीं हैं!

राहुल गांधी अनफॉलो

PC: Jagran

कल से ही राहुल गांधी अपने ट्विटर अकाउंट से कई जाने माने हस्तियों को अनफॉलो कर रहे हैं। कल ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक के साथ 7 अन्य लोगों को अनफॉलो करने के बाद आज 50 से अधिक लोगों को अनफॉलो कर चुके हैं।  राहुल गांधी ने जिन लोगों को अनफॉलो किया है उनमें से अहमद पटेल और असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई भी शामिल हैं जिनका निधन हो चुका है। यही नहीं दिन भर राहुल गांधी की माला जपने वाली संजुक्ता बासु को भी कांग्रेस के युवराज ने ट्विटर से अनफॉलो कर दिया है। कारण स्पष्ट है कि अब ये उनके किसी काम के नहीं हैं।

राहुल गांधी की टीम ने कई सोशल इन्फ्लुएंसर्स और पत्रकारों को भी फॉलो लिस्ट से बाहर कर दिया। फॉलो लिस्ट से 50 से ज्यादा लोगों को हटाया गया है। इनमें ऐसे कई नाम हैं जो कांग्रेस परिवार से जुड़े हैं। कुछ वकील भी हैं जिन्हें राहुल गांधी ने अनफॉलो किया है। कई नाम कांग्रेस के बड़े नेताओं के हैं। ख़ास बात ये है कि जिन पत्रकारों के अकाउंट राहुल गांधी ने अनफॉलो किया है वो अधिकतर कांग्रेस पार्टी को कवर करते हैं।

TV 9 की मानें तो कुछ ऐसे बड़े नामों को भी राहुल गांधी ने अनफॉलो किया है। इसमें कांग्रेस नेता राजीव सातव, अहमद पटेल और तरुण गोगोई का नाम भी शामिल है। इन नेताओं की हाल-फिलहाल में मृत्यु हुई थी। ये सभी नेता कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते हैं और ऐसे समय में राहुल गांधी का इन्हें अनफॉलो किसी अन्य ही रणनीति की ओर इशारा करता है। भले ही वो अब इस दुनिया में  हमारे बीच नहीं हैं पर उन्हें ट्विटर पर अनफॉलो करने की टाइमिंग पर सवाल तो उठते ही हैं।

राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से कुछ और ख़ास लोगों को अनफॉलो किया है जिसमें उनके स्टाफ और पूर्व स्टाफ भी शामिल हैं । TV 9 की रिपोर्ट के अनुसार निखिल अल्वा, कौशल विद्यार्थी , बैजू समेत समेत कई अन्य लोग भी है जिन्हें राहुल गांधी ने ट्विटर पर अनफॉलो कर दिया है। बता दें कि राहुल गांधी के अकाउंट को पहले निखिल अल्वा ही मैनेज करते थे जो अब अलंकार सवई देखते हैं।

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रिपोर्ट के अनुसार पहले से ही इस बात पर चर्चा हो रही थी कि राहुल गांधी को अपने ऑफिस में काम करने वाले लोगों को ट्विटर पर फॉलो क्यों करना चाहिए।

कल यह भी खबर आई थी कि राहुल गाँधी और सोनिया गांधी मिलकर पार्टी में बड़े बदलाव करने जा रहे हैं। ऐसा लगता है कि इसकी शुरुआत ट्विटर हैंडल से ही हुई है। यानी बदलाव का काम राहुल गांधी ने अपने ऑफिस से ही शुरू कर दिया हो। यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है जिन लोगों को अनफॉलो किय गया है वे कई वर्षों से कांग्रेस के वफादार रहे हैं। कनिष्क सिंह और बैजू पिछले 17 साल से राहुल गांधी के साथ काम कर रहे हैं। अलंकार सवई को भी सात साल हो गए हैं और पिछले पांच साल से तो कौशल विद्यार्थी भी साथ हैं।

राहुल गांधी के 18. 8 मिलियन फॉलोवर हैं और वो खुद 219 लोगों को फॉलो करते हैं। 31  मई तक जिन लोगों को राहुल गांधी फॉलो करते थे उनकी संख्या 282 थी। परन्तु एक जून से ही उन्होंने लोगों को unfollow करना शुरू किया।

ट्विटर पर इससे कई प्रतिक्रिया देखने को मिली। TFI ने ट्वीट किया, “चीन अपने मारे गए सैनिकों की गिनती कम बताता है और कभी भी उनकी आधिकारिक संख्या जारी नहीं करता है। पाकिस्तान अपने सैनिकों के शवों पर दावा तक नहीं करता। राहुल गांधी ने अपनी इज्जत बचाने के लिए अपने ट्विटर योद्धाओं को अनफॉलो कर दिया।“

वहीं, TFI की एडिटर शुभांगी ने संजुक्ता बासु पर तंज कसते हुए ट्वीट किया कि, “दिवंगत अहमद पटेल और तरुण गोगोई को अपने ट्विटर हैंडल से अनफॉलो करना राहुल गांधी के लिए काफी असंवेदनशील था लेकिन संजुक्ता को अनफॉलो करना अब तक का सबसे बेरहम कदम था। इस बीच, उसने इस कदम को एक रणनीतिक कदम बताया है।“ उन्होंने आगे लिखा मेरी संवेदना उनके साथ है।

https://twitter.com/ItsShubhangi/status/1399952100444889089?s=20

वहीं अजित दत्ता नाम के एक यूजर ने लिखा, “क्या बात है। राहुल गांधी ने पार्टी के उन दो सबसे बड़े नेताओं को अनफॉलो कर दिया, जिन्होंने वुहान वायरस के कारण दम तोड़ दिया था। कोई भी यह अनुमान लगा सकता है कि केवल परिवार के लोगों को ही वरीयता दी जाती है,  लेकिन तरुण गोगोई को अनफॉलो करना शर्मनाक है। सोच भी नहीं सकता कि वह(राहुल गाँधी) ऐसा क्यों करेंगे।“

अब यह देखना है कांग्रेस पार्टी की और से इस कदम के लिए क्या बयान दिया जाता है।

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