राजस्थान में वैक्सीन बर्बादी की पोल खोलने वाले दैनिक भास्कर को राजस्थान सरकार ने दी धमकी

पोल खुलते ही तिलमिला उठी गहलोत सरकार!

दैनिक भास्कर Vaccine

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कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार, परिवारवाद के अलावा अगर किसी चीज़ के लिए जानी जाती है तो वह है- प्रेस सेंसरशिप। आप चाहे इमरजेंसी की बात करो या सोनिया गांधी कार्टून मामले की। कांग्रेस हमेशा से सच को दबाने की कोशिश करती आ रही है। वर्तमान में भी कांग्रेस पार्टी कुछ ऐसा ही कर रही है। राजस्थान सरकार ने दैनिक भास्कर की वैक्सीन बर्बादी वाली रिपोर्ट पर आपत्ति जताते हुए, दैनिक भास्कर पर कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दे डाली है।

दरअसल, बात यह है कि दैनिक भास्कर ने अपनी एक तहकीकात में पाया था कि राजस्थान के 8 जिलों में 2,500 से ज्यादा वैक्सीन डोज कूड़ेदान में फेंका गया था। एक दूसरी रिपोर्ट में केंद्र सरकार ने दावा किया था कि राजस्थान में 11.5 लाख डोज से ऊपर वैक्सीन की बर्बादी हुई है। सच जानने के बाद राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर रघु शर्मा तिलमिला गए और दैनिक भास्कर के ऊपर पुलिस कार्रवाई की धमकी देते हुए ट्विटर पर थ्रेड पोस्ट साझा किया।

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राज्य के स्वास्थ मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने ट्विटर पर लिखा कि, “दैनिक भास्कर अखबार में डस्टबिन में वैक्सीन मिलने की खबर पूर्णतः तथ्यों से परे एवं भ्रामक है। वैक्सीन वाइल्स का उपयोग करने के बाद इन्हें नियमानुसार संबंधित चिकित्सा संस्थान में ही जमा करवाया जाता है।”

शर्मा ने लिखा कि, “इस खबर के लिए संबंधित पत्रकारों ने स्वयं को गलत तरीके से स्वास्थ्य विभाग, राजस्थान का उच्च अधिकारी एवं WHO का प्रतिनिधि बताया एवं संबंधित कर्मचारियों पर दबाव डालकर उनसे इन वाइल्स को प्राप्त किया। यह वाइल्स किसी डस्टबिन में नहीं मिली है।”

स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने आगे ट्विटर पर दैनिक भास्कर के ऊपर कार्रवाई करने की बात कहते हुए लिखा कि, “ऐसी झूठी अफवाह फैलाने एवं स्वयं की गलत पहचान बताने के लिए संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने उक्त अखबार के प्रबंधन को अपनी विस्तृत जांच रिपोर्ट उपलब्ध करवाकर उचित कार्रवाई के लिए अवगत कराया है।”

बता दें कि राजस्थान सरकार के दावे के बाद दैनिक भास्कर ने अपनी एक नई रिपोर्ट पेश की, जिसमें उन्होंने कूड़ेदान में फेंकी गई वैक्सीन के वायल के बेच नंबर सहित अन्य सबूत छपे हैं। भास्कर ने अपनी इस रिपोर्ट में लिखा है कि, “भास्कर सरकार से अपील करता है कि इन वायल की जांच कराएं और जो भी सच सामने आए, उसे सार्वजनिक करें। हमारा मकसद सिस्टम की उस लापरवाही को सामने लाना है, जिसकी वजह से हमारी कीमती वैक्सीन बर्बाद हो रही है।”

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सच क्या है और झूठ क्या है! अब सभी के समक्ष है। बता दें कि राजस्थान सरकार को भी ऐसी लापरवाही का संदेह था तभी उन्होंने वैक्सीन ऑडिट कराने का फैसला लिया। इससे पहले भी राजस्थान सरकार कोरोना से होने वाले मृत्यु को छुपाती आ रही है। मृत्यु छिपाने वाले राज से पर्दा भी दैनिक भास्कर ने ही उठाया था।

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