हिंदुओं ने धरा एक और वामपंथी सांप- हिंदू विरोधी तुषार पांचाल हुआ CM चौहान के ऑफिस से OUT

विषैला वामपंथी मीडिया सलाहकार बनके बैठा था, जागरुक हिंदुओं ने बाहर खदेड़ा

तुषार पांचाल

सोशल मीडिया अब धीरे-धीरे ही सही लेकिन हिन्दू विरोधियों के खिलाफ हिन्दू योद्धा एकजुट हो रहे हैं। उत्तराखंड में दिनेश मनसेरा के खिलाफ सफलता के बाद अब मध्यप्रदेश में हिन्दू विरोधी तुषार पांचाल को सीएम शिवराज सिंह चौहान के मीडिया सलाहकार के रूप में इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया गया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नवनियुक्त मीडिया सलाहकार तुषार ने स्वयं मंगलवार को ट्विटर पर जानकारी दी कि उन्होंने नौकरी की पेशकश को ठुकरा दिया है। यह निर्णय उनकी नियुक्ति के 22 घंटे के बाद सामने आया है जब उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर विरोध शुरू हो गया था।

दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तुषार पांचाल को अपना नया ओएसडी नियुक्त किया था, जिसका आदेश सोमवार (7 जून) रात जारी किया गया था। तुषार मुंबई के रहने वाले हैं और साल 2015 से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सोशल मीडिया संभाल रहे थे। उन्हें संविदा के आधार पर ओएसडी नियुक्त किया गया था। परन्तु तुषार को यह जिम्मेदारी मिलते ही मध्यप्रदेश में राजनीतिक घमासान शुरू हो गया था। तुषार पांचाल की इस पद पर नियुक्ति के बाद भाजपा के ऑनलाइन समर्थकों ने सोशल मीडिया पर उनके द्वारा किए गए पिछले पोस्ट के लिए जम कर उनकी आलोचना की।

ट्विटर पर उनकी नियुक्ति के तुरंत बाद, उनके पुराने ट्वीट जिसमें उन्होंने ‘गौ मूत्र’ का मजाक उड़ाया था, तथा प्रधानमंत्री के निजी जीवन पर कि गयी भद्दी टिप्पणी के स्क्रीनशॉट शेयर होने लगे थे।

बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने तुषार पांचाल के पुराने ट्वीट्स को शेयर किया। ये ट्वीटस पुराने हैं, जिनमें तुषार पीएम मोदी का विरोध कर रहे हैं। इसके साथ ही कोरोना काल में इम्युनिटी बुस्ट के लिए प्रयोग में आने वाले गिलोय को लेकर सवाल उठा रहे हें। इन सारे ट्वीट्स को एक साथ पोस्ट कर तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से पूछा है कि आपको ऐसे लोगों की जरूरत है? इसके साथ ही ये भी सामने आया कैसे तुषार पांचाल गौमूत्र को लेकर भी हिन्दुओं का मजाक उड़ाते थे>

बता दें कि गोमूत्र के उपहास का इस्तेमाल अक्सर कट्टरपंथी इस्लामिस्ट हिंदुओं और हिंदू धर्म का मजाक उड़ाने के लिए करते हैं। कई लोगों का मानना ​​है कि गोमूत्र में औषधीय गुण भी होते हैं।

तुषार पांचाल ने पीएम मोदी की निजी जिंदगी का भी मजाक उड़ाया था। उन्होंने एक ट्वीट किया था कि किस्मत हो तो मोदी जैसी,सवाल पूछने के लिए ऑफिस- विपक्ष में नेता नहीं और घर पर बीवी नहीं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे किस प्रकार के व्यक्ति हैं।

2019 के आम चुनावों के तुरंत बाद, जब जय श्री राम के नाम पर फर्जी मॉब लिंचिंग के मामले सामने आ रहे थे, तुषार पांचाल ने ट्वीट किया था कि भारत इस तरह के नारों के साथ किस ओर बढ़ रहा है?

इसी नियुक्ति पर पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने ट्वीट किया कि, “अब मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार और शिवराज सिंह चौहान की छवि चमकाने के लिए एक ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री का OSD बनाया गया है जिसे जय श्रीराम से दिक्कत है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी और गो-मूत्र का मज़ाक बनाने में आनंद आता है। ये BJP वाले कहाँ-कहां से ढूंढ कर लोग लाते हैं !”

इसी तरह कई समर्थकों ने भी बीजेपी की इस नियुक्ति का विरोध किया।

https://twitter.com/ankubhaig/status/1402124152308305922?s=20

सोशल मीडिया पर हंगामे के बाद अब  तुषार पांचाल ने ऐलान किया है कि उन्होंने नौकरी का ऑफर ठुकरा दिया है।

बता दें कि इसी तरह पिछले महीने भी उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत के मीडिया सलाहकार का पद एक ऐसे शख्स को दिया गया था, जिसकी पत्रकारिता हमेशा ही बीजेपी समेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध रही है। ये शख्स कोई और नहीं, बल्कि एनडीवी के पत्रकार दिनेश मनसेरा थे। उस समय भी बीजेपी के इस फैसले की जमकर आलोचना हुई थी और समर्थकों ने ऑनलाइन विरोध कर इस फैसले को वापस लेने पर मजबूर कर दिया था‌। दिनेश मनसेरा की सोच भी बीजेपी और मोदी विरोध की ही है। इतना ही नहीं, अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए वो प्रधानमंत्री मोदी को फेकू और जुमलेबाज जैसी संज्ञाएं अपने हर दूसरे ट्वीट में देते रहे हैं।

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अब सवाल यह उठता है, कि बीजेपी किसी व्यक्ति की नियुक्ति से पहले उसका पूरा बैकग्राउंड क्यों चेक नहीं करती है? हालांकि, समर्थकों के विरोध में बीजेपी के राज्य इकाई को अपने फैसले तो वापस लेने पड़े लेकिन इस तरह की लगातार खबरों के कारण शीर्ष स्तर से निर्देश आने आवश्यक हैं। इस परिस्थिति के बीच अब आवश्यक है कि केंद्रीय आलाकमान इस मुद्दे पर राज्य इकाई को तलब करे, वरना अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

 

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