20 देशों ने भारत के CoWin मॉडल में रूचि दिखाई है
आज अगर आप विकसित देश अमेरिका में वैक्सीन लगवाते हैं, तो वैक्सीन के तुरंत बाद सर्टिफिकेट के नाम पर आपको हाथ में एक कार्ड थमा दिया जाता है, जिसे Vaccination Record Card कहते हैं! दूसरी ओर अगर आप विकासशील देश भारत में वैक्सीन लगवाते हैं, तो आपके फोन पर CoWin मॉडल के जरिये आपके वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट का direct link भेज दिया जाता है, जहां से कोई भी अपना डिजिटल वैक्सीन सर्टिफिकेट download कर सकता है!
And there were people who used to say USA & Europe have better Vaccination drive management system than ours. See what you get in USA after Vaccination and see what you get Instantly after vaccination in India.
Thankful to @narendramodi @MoHFW_INDIA @drharshvardhan pic.twitter.com/axiTxS38nm— Sanskar Rao (Modi Ka Pariwar) 🇮🇳 (@SanskarBarot) June 22, 2021
यह है CoWin मॉडल का कमाल! इतना ही नहीं! यह CoWin मॉडल की बदौलत ही संभव हो पाया है कि भारत ने 21 जून को रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक ही दिन में करीब 85 लाख लोगों को वैक्सीन प्रदान की। परिणाम यह है कि अब दुनिया के 20 से अधिक देश भारत के CoWin प्लेटफॉर्म की तर्ज पर अपने-अपने देश में भी ऐसा ही तंत्र स्थापित करना चाहते हैं, और उसके लिए इन देशों ने भारत सरकार से सहायता मांगी है।
Over 20 Countries Show Interest In Adopting India's CoWIN Platform To Run Their Own Covid Vaccination Drives
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) June 22, 2021
वियतनाम, पेरु, मेक्सिको, इराक़, यूक्रेन, नाइजीरिया और UAE जैसे करीब 20 देशों ने भारत के CoWin मॉडल में रूचि दिखाई है। इसके बाद अब भारत का स्वास्थ्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और National Health Authority मिलकर 30 जून को CoWin पर एक global concave का आयोजन करने वाले हैं।
CoWin मॉडल या कहिए Covid Vaccine Intelligence Network
CoWin के अध्यक्ष और National Health Authority के CEO डॉक्टर RS शर्मा के बयान के अनुसार “भारत डिजिटल प्लेटफॉर्म के आधार पर यूनिवर्सल वैक्सीनेशन अभियान को आगे बढ़ाने हेतु अपने अनुभव इन देशों के साथ साझा करेगा। भारत में वैक्सीनेशन की रणनीति बनाने, उसे लागू करने, उसे मॉनिटर करने और उसे बेहतर बनाने के लिए CoWin का इस्तेमाल ही किया जा रहा है।”
आगे डॉक्टर शर्मा ने यह भी कहा कि CoWin भारतीय वैक्सीनेशन अभियान की रीढ़ की हड्डी है। CoWin या कहिए Covid Vaccine Intelligence Network भारत में कोरोना की वैक्सीनेशन के लिए खासतौर पर विकसित किया गया है।
यह eVin यानि Electronic Vaccine Intelligence Network का ही एक विस्तृत रूप है, जिसे पहली बार वर्ष 2015 में भारतीय केंद्रीकृत वैक्सीनेशन अभियान के लिए शुरू किया गया था। भारत में आज वैक्सीन की मैनेजमेंट से लेकर वैक्सीन के वितरण तक, सभी काम इसी CoWin मॉडल के माध्यम से किए जा रहे हैं।
वैक्सीन किस प्रकार उत्पादक से खरीददार के पास पहुँच रही है, वैक्सीन का कितना स्टॉक बचा है, Cold storage की सुविधा कैसी है और वैक्सीन के वितरण में किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, इन सभी चीजों का ब्यौरा अधिकारियों को एक ही जगह मिल जाता है। CoWin की सबसे खास बात यह है कि यहाँ यूजर्स जाकर खुद को पंजीकृत कर सकते हैं और यहाँ वे खुद के वैक्सीनेशन के लिए स्लॉट भी बुक कर सकते हैं, जो आज से पहले किसी भी वैक्सीनेशन अभियान के दौरान नहीं देखा गया।
यहाँ सभी प्रकार का डेटा रियल टाइम में उपलब्ध होता है, जो अधिकारियों को सुचारू रूप से वैक्सीनेशन प्रक्रिया आगे बढ़ाने में सहायता प्रदान करता है। एक और खास बात यह है कि वैक्सीन की दोनों डोज़ लगने के बाद CoWin के माध्यम से वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट हासिल कर उसे Digilocker App पर भी अपलोड कर दिया जाता है।
यानि CoWin प्लेटफॉर्म ना सिर्फ वैक्सीन लगवाने वालों के लिए सहूलियत प्रदान करता है, बल्कि सरकार एवं अधिकारियों के लिए भी प्रक्रिया बेहद आसान हो जाती है। यही कारण है कि भारत में अब एक ही दिन में 85 लाख लोगों को वैक्सीन प्रदान की जा रही है। आने वाले दिनों में यह आंकड़ा 1 करोड़ को भी पार कर सकता है। CoWin की यह शानदार उपलब्धि ही है, जिसके कारण अब दुनियाभर के देश इस मॉडल को अपनाने के लिए आतुर दिखाई दे रहे हैं।