लव जिहाद और उसके अंतर्गत छल से या जबरदस्ती होने वाला धर्मांतरण किसी से छुपा नहीं है। बिहार में भी ये समस्या काफी गंभीर है, खासकर दलित लड़कियों में परंतु नीतीश कुमार ऐसे घोड़े बेचकर सोच रहे हैं, मानो बिहार में कुछ ऐसा है ही नहीं।
लेकिन बिहार सरकार में हर कोई नीतीश बाबू की तरह बेफिक्र नहीं है। भाजपा से जुड़े बिहार सरकार के एक मंत्री ने इस विषय पर बिहार सरकार को जमकर लताड़ लगाई है। खनन एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि अनुसूचित जाति की लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाओं को लेकर उन्होंने गोपालगंज और जमुई के जिलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षकों को हाल ही में पत्र लिखा है और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है।
जनक राम के अनुसार, “इसी तरह का एक मामला मुजफ्फरपुर जिले में भी प्रकाश में आया है। ऐसी घटनाएं शर्मनाक हैं और अनुसूचित जाति के भाई-बहनों पर अत्याचार से समाज में असुरक्षा की भावना प्रबल होगी।”
इतना ही नहीं, जमुई (बिहार) के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को चार जून को लिखे पत्र में मंत्री जनक राम ने चंद्रदीप थाना क्षेत्र के अंतर्गत दीननगर गांव में अनुसूचित समाज की एक नाबालिग लड़की के अपहरण का मामला भी उठाया है। उन्होंने मुसलमानों द्वारा लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन करा निकाह (लव जिहाद) कराने और पीड़िता के पिता और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दिए जाने का जिक्र करते हुए दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
इसके अलावा जनक राम ने नीतीश कुमार पर आक्रामक रुख अपनाते हुए उन्हें इस विषय पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के लिए भी कहा। कुछ ही दिनों पहले बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी प्रदेश में विगत कुछ दिनों में अनुसूचित समाज पर अल्पसंख्यक समाज द्वारा कथित तौर पर अत्याचार किए जाने की घटनाएं काफी बढ़ जाने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि प्रशासन को हर जगह चौकसी की जरूरत है ।
लव जिहाद की समस्या राष्ट्रव्यापी है और ज़ाहिर सी बात है कि बिहार भी इससे अछूता नहीं होगा। लेकिन यदि एक मंत्री को अपनी ही सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रश्न करना पड़े, तो आप समझ जाइए कि स्थिति वास्तव में कितनी गंभीर है।