अतुल अग्रवाल की लूटपाट की कहानी मनगढ़ंत
हाल ही में पत्रकार अतुल अग्रवाल ने आरोप लगाया कि उनके साथ लूटपाट हुई थी, परंतु जब उनकी शिकायत पर नोएडा पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की, तो मामला कुछ और ही निकलकर सामने आया। अब इस कारणवश अतुल अग्रवाल न सिर्फ सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का शिकार बन रहे हैं, बल्कि उनके विरुद्ध जल्द ही घरेलू हिंसा का मुकदमा भी दर्ज हो सकता है।
लेकिन अतुल अग्रवाल ने ऐसा भी क्या किया? हिन्दी खबर के प्रमुख पत्रकार अतुल अग्रवाल ने कहा कि 19 से 20 मई के बीच नोएडा एक्सटेंशन के बीच उनके साथ मारपीट और लूटपाट की गई थी। अतुल अग्रवाल ने आरोप लगाया था कि बंदूक की नोंक पर मारपीट और लूटपाट की गई। इसके बाद नोएडा पुलिस ने मामले की जाँच शुरू की, लेकिन जाँच में पुलिस ने पाया कि अतुल अग्रवाल की कहानी मनगढ़ंत थी और जैसा उन्होंने आरोप लगाया था वैसा कुछ नहीं हुआ था।
नोएडा पुलिस की जांच में यह पाया गया कि अतुल अग्रवाल 19 मई की शाम लगभग 7 बजे अपनी एक महिला मित्र के घर खाने के लिए गए थे। जब उनके यहाँ उनकी पत्नी चित्रा का फोन आया उन्होंने उनसे तुरंत घर पहुँचने को कहा था। अग्रवाल रात 10:40 बजे घर वापस जाने के लिए जल्दबाजी में निकले।
यूपी पुलिस ने झूठ का किया पर्दाफाश
इसके बाद रात के 1:20 बजे अतुल ने अपने उसी मित्र को फोन किया और बताया कि वह सड़कों पर घूम रहे हैं और रात बिताने के लिए ओयो रूम की तलाश कर रहे हैं। महिला ने पुलिस को बताया कि तब उसने किसी भी प्रकार की लूट की सूचना नहीं दी थी। बाद में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों से यह भी सिद्ध हुआ कि अग्रवाल ने अपने बैंक खाते के माध्यम से ओयो रूम के लिए भुगतान किया था। होटल के सीसीटीवी कैमरों से भी उनके होटल में होने की पुष्टि हुई हैं। नोएडा पुलिस ने बताया, “सभी सबूतों के आधार पर यह साबित होता है कि अतुल के साथ कोई लूट की घटना नहीं हुईं। लूट की यह फर्जी बात उनके द्वारा अपने व्यक्तिगत पारिवारिक कारणों से सोशल मीडिया पर फैलाई गई।”
इस बात की पुष्टि करते हुए जी न्यूज के पत्रकार जितेंद्र शर्मा ने बताया है कि किस प्रकार से अतुल लूटपाट के नाम पर वास्तव में एक महिला मित्र के साथ रुके हुए थे और आखिर कैसे नोएडा पुलिस ने उनकी पोल खोली –
महिला मित्र के घर खाने पर गये थे वरिष्ठ पत्रकार और उसके बाद पत्नी का फोन आया और रात Oyo होटल में बिताईं। @noidapolice ने पत्रकार के साथ लूटपाट की घटना को झूठ बताया। pic.twitter.com/0VdvV6KVbG
— Jitender Sharma (@capt_ivane) June 25, 2021
यहाँ पर चित्रा कोई और नहीं, बल्कि चित्रा त्रिपाठी है, जो आज तक में एक चर्चित वामपंथी पत्रकार हैं। 2016 में चित्रा ने अतुल पर घरेलू हिंसा में लिप्त रहने का आरोप भी लगाया था। ऐसे में यदि अतुल की ओयो रूम वाली घटना सत्य है, तो इनपे एक साथ दो दो मुकदमे दर्ज हो सकते हैं – एक घरेलू हिंसा का और दूसरा धोखाधड़ी का।
इसके अलावा जिस प्रकार से अतुल अग्रवाल की धोखाधड़ी का यूपी पुलिस ने पर्दाफाश किया है, वो भी अपने आप में सराहनीय है, क्योंकि इन दिनों उत्तर प्रदेश में तो मानो अपराध करना एक प्रकार से फैशन बन गया है, वो भी तब जब योगी आदित्यनाथ जैसा सख्त प्रशासक शासन में हो।