TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    सुरक्षा चिंताओं के बावजूद माइनॉरिटी जनता पार्टी की चुनावी एंट्री

    सुरक्षा चुनौतियों के बीच चुनावी मैदान में उतरने को तैयार माइनॉरिटी जनता पार्टी

    चुनाव से पहले एनसीपी में कलह

    बांग्लादेश: छात्र-नेतृत्व वाली एनसीपी का जमात-ए-इस्लामी के साथ गठबंधन को लेकर विभाजन

    बंग्लादेश हिंदु पर अत्याचार

    सुवेंदु अधिकारी ने ममता को कहा “ममता खाला”, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर दिया तीखा बयान

    निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 400 से ज्यादा घरों को ध्वस्त कर दिया है

    कर्नाटक में बुलडोजर राजनीति तेज: बेंगलुरु में 400+ घर टूटे, मुस्लिम परिवारों का मुद्दा गरमाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट और सैटेलाइट तस्वीरों के हवाले से बड़ा खुलासा हुआ

    नाटो के लिए सीधा संदेश: बेलारूस में रूस बना रहा हाइपरसोनिक मिसाइल बेस, अमेरिकी रिपोर्ट से खुलासा

    30 वर्षीय भारतीय मूल की महिला हिमांशी खुराना की भी हत्या

    टोरंटो कैंपस के पास 20 वर्षीय भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, आरोपी की तलाश में पुलिस

    कट्टर इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील

    नाइजीरिया में ISIS आतंकियों पर अमेरिकी हमला, कट्टर इस्लामी आतंकवाद के ख़िलाफ़ ट्रंप सख़्त

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या, पार्टनर अब्दुल गफूर फरार

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    औरंगज़ेब ने जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार मे ज़िंदा चुनवाने का आदेश दिया था

    वीर बाल दिवस: क्रिसमस-नववर्ष का जश्न तो ठीक है लेकिन वीर साहिबजादों का बलिदान भी स्मरण रहे

    गुरु गोबिंद सिंह जी ने मुगल शासक औरंगज़ेब की अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया

    वीर बाल दिवस: उत्सवों के बीच साहिबज़ादों के अमर बलिदान को नमन

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    सुरक्षा चिंताओं के बावजूद माइनॉरिटी जनता पार्टी की चुनावी एंट्री

    सुरक्षा चुनौतियों के बीच चुनावी मैदान में उतरने को तैयार माइनॉरिटी जनता पार्टी

    चुनाव से पहले एनसीपी में कलह

    बांग्लादेश: छात्र-नेतृत्व वाली एनसीपी का जमात-ए-इस्लामी के साथ गठबंधन को लेकर विभाजन

    बंग्लादेश हिंदु पर अत्याचार

    सुवेंदु अधिकारी ने ममता को कहा “ममता खाला”, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर दिया तीखा बयान

    निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 400 से ज्यादा घरों को ध्वस्त कर दिया है

    कर्नाटक में बुलडोजर राजनीति तेज: बेंगलुरु में 400+ घर टूटे, मुस्लिम परिवारों का मुद्दा गरमाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट और सैटेलाइट तस्वीरों के हवाले से बड़ा खुलासा हुआ

    नाटो के लिए सीधा संदेश: बेलारूस में रूस बना रहा हाइपरसोनिक मिसाइल बेस, अमेरिकी रिपोर्ट से खुलासा

    30 वर्षीय भारतीय मूल की महिला हिमांशी खुराना की भी हत्या

    टोरंटो कैंपस के पास 20 वर्षीय भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, आरोपी की तलाश में पुलिस

    कट्टर इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील

    नाइजीरिया में ISIS आतंकियों पर अमेरिकी हमला, कट्टर इस्लामी आतंकवाद के ख़िलाफ़ ट्रंप सख़्त

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या, पार्टनर अब्दुल गफूर फरार

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    औरंगज़ेब ने जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार मे ज़िंदा चुनवाने का आदेश दिया था

    वीर बाल दिवस: क्रिसमस-नववर्ष का जश्न तो ठीक है लेकिन वीर साहिबजादों का बलिदान भी स्मरण रहे

    गुरु गोबिंद सिंह जी ने मुगल शासक औरंगज़ेब की अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया

    वीर बाल दिवस: उत्सवों के बीच साहिबज़ादों के अमर बलिदान को नमन

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

गहलोत को पायलट ने दिया एक महीने का अल्टीमेटम: राजस्थान सरकार बचेगी या गिरेगी?

Krishna Bajpai द्वारा Krishna Bajpai
9 June 2021
in चर्चित
गहलोत पायलट

(PC: DNA India)

Share on FacebookShare on X

किसी महत्वाकांक्षी व्यक्ति को ज्यादा देर तक दबा कर नहीं रखा जा सकता है। राजस्थान की राजनीति में शुरू हुई नई उठा-पटक के बाद एक बार फिर ये कहावत साबित हो गई है। पिछले साल जुलाई में बगावत करने वाले कांग्रेस नेता सचिन पायलट को भले ही अपने विरोध के कारण डिप्टी सीएम की कुर्सी गंवानी पड़ी हो, लेकिन इस बार उन्होंने सुलह कमेटी की रिपोर्ट न आने पर आलाकमान के खिलाफ अपनी नाराज़गी ज़ाहिर कर दी है। इसके साथ ही पायलट अपने समर्थक विधायकों के साथ 10 जून को एक बैठक करने वाले हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान की राजनीति में पायलट अबकी बार कोई नया भूचाल लाने वाले हैं, जो कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए एक अप्रत्याशित घटनाक्रम बन सकता है।

प्रदेश के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही इस बार आलाकमान के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि 10 महीने होने के बाद भी सुलह कमेटी की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है और कार्यकर्ताओं की मांगों की अवहेलना की जा रही है। पायलट ने कहा, “मुझे समझाया गया था कि सुलह कमेटी तेजी से एक्शन लेगी, लेकिन आधा कार्यकाल पूरा हो चुका है और वे मुद्दे अब भी अनसुलझे ही हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी को सत्ता में लाने के लिए रात-दिन मेहनत की और अपना सब कुछ लगा दिया, उनकी सुनवाई ही नहीं हो रही है।”

संबंधितपोस्ट

बांग्लादेश: छात्र-नेतृत्व वाली एनसीपी का जमात-ए-इस्लामी के साथ गठबंधन को लेकर विभाजन

राव रामबख्श सिंह: अवध की धरती से उठी स्वतंत्रता की ज्वाला

नाटो के लिए सीधा संदेश: बेलारूस में रूस बना रहा हाइपरसोनिक मिसाइल बेस, अमेरिकी रिपोर्ट से खुलासा

और लोड करें

और पढ़ें- राजस्थान यूथ कांग्रेस में पड़ी फूट, फिर छिड़ी गहलोत-पायलट खेमे में जंग, अब गहलोत का निपटना तय

राजस्थान में पिछले साल का राजनीतिक संकट खत्म होने के बाद ऐसा पहली बार नहीं है कि पायलट ने कोई बगावती बयान दिया हो। इससे पहले अप्रैल में भी वो सुलह कमेटी की रिपोर्ट और मांगों को न मानने का आरोप लगा चुके हैं। TFI ने थोड़े दिन पहले पायलट खेमे के विधायक हेमाराम चौधरी को इस्तीफे के बारे में भी बताया था, जिसने कांग्रेस को काफी बड़ा झटका दिया था। वहीं पायलट के सवाल उठाने के बाद इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अजीबो गरीब बयान देते हुए इस मुद्दे को अपने अधिकार क्षेत्र के बाहर का विषय घोषित कर दिया है।

वहीं, खबरें हैं कि 10 जून को सचिन पायलट अपने गुट के सभी 18 विधायकों के साथ बैठक करेंगे, जिसके पहले पायलट गुट ने कांग्रेस आलाकमान को अल्टीमेटम दे दिया है। ऐसे में 200 सीटों वाली विधानसभा के गणित को समझें तो बहुमत के लिए 101 सीटों की आवश्यकता है। ऐसे में कांग्रेस के पास से यदि 106 में से 18 विधायक इस्तीफा देते हैं तो ये आंकड़ा 88 पर जाता है। वहीं सदन की संख्या घटकर 182 हो जएगी जिसके अनुसार बहुमत का आंकड़ा 91 हो जाएगा। साफ है कि खुद को जादूगर कहने वाले गहलोत की कुर्सी चली जाएगी।

और पढ़ें- राजस्थान : गहलोत समर्थकों को मिली कैबिनेट में जगह, पायलट के साथ फिर हुई धोखाधड़ी

वहीं, बात अगर बीजेपी की करें तो उसके पास आज की स्थिति में कुल 71 विधायक हैं। ऐसे में बहुमत के आंकड़े का 91 तक पहुंचने के लिए बीजेपी को भी खूब मशक्कत करनी पड़ सकती है। जबकि 13 निर्दलीय और क्षेत्रीय दलों का समर्थन सीधे तौर पर कांग्रेस के साथ है, जिसके चलते स्थिति एक बार फिर पायलट के लिए ही मुश्किलें बढ़ जायेंगी क्योंकि निर्दलीय अकसर उस पार्टी के साथ ही जाते हैं जिधर सरकार आसानी से बन रही हो। ऐसे में गहलोत के लिए तीन निर्दलीय विधायकों को साधना ज्यादा मुश्किल नहीं होगा। वहीं बीजेपी के सरकार बनाने की संभावनाएं तो केवल पार्टी की राज्य और केंद्रीय ईकाई के मोल-भाव करने के तरीकों पर निर्भर करता है।

इसके इतर एक मुद्दा ये भी है कि हाल फिलहाल में गोविंद सिंह डोटासरा के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद गहलोत कैबिनेट के कई मंत्री भी पार्टी से नाराज हैं। ऐसे में गहलोत खेमा भी अब पिछले साल की तरह मजबूत नहीं रहा है। ऐसे में यदि वो मंत्री या विधायक भी पायलट के साथ मिल जाते हैं, तो गहलोत चौतरफ़ा घिर सकते हैं। ऐसे में राजस्थान की राजनीति में नए बवंडर उठ सकते हैं। गहलोत अपनी सरकार बचाने के साथ ही ये भी चाहेंगे कि बीजेपी की सरकार न बने, जिसके चलते वो राज्यपाल कलराज मिश्र को विधानसभा भंग करने का प्रस्ताव भी दे सकते हैं जो कि बीजेपी के लिए बुरा सौदा नहीं होगा।

और पढ़ें- पायलट को भूल जाइये, राजस्थान CM के अपने वफादार ही आपस में भिड़ गये हैं

राजस्थान में पायलट और गहलोत की लड़ाई में भले ही गहलोत बहुमत के अधिक करीब हों, लेकिन ऐसा नहीं है कि इससे बीजेपी को कोई नुक़सान होगा। बीजेपी Nothing To Loose वाली स्थिति में है, क्योंकि यदि गहलोत सरकार गिरती है तो उसके पास सरकार बनाने का बेहतरीन मौका हो सकता है, और यदि नहीं गरती… तो पायलट  समेत अन्य विधायकों के इस्तीफे के कारण राज्य में कांग्रेस पहले से अधिक कमजोर हो जायेगी। वहीं, तीसरी स्थिति में उसके पास निर्दलीय और छोटे दलों के साथ सरकार बनाने का मौका भी होगा। इसके विपरीत चौथी और अंतिम स्थिति यानी राष्ट्रपति शासन के लगने पर पार्टी को 6 महीने के भीतर चुनाव में जाना होगा। कोरोना काल में चिकित्सा सुविधाओं की ढुलमुल नीति के चलते गहलोत सरकार को जनता के बीच नुकसान उठाना पड़ सकता है जिसका फायदा पुनः बीजेपी के हिस्से ही आएगा।

इस पूरे प्रकरण को देखते हुए साफ तौर पर कहा जा सकता है कि राजस्थान में कांग्रेस अब तक के सबसे बुरे दौर से गुजर रही है, क्योंकि पार्टी के नेता आपस में महत्वकांक्षाओं के कारण सारी मर्यादाएं तोड़ रहें हैं। वहीं इस पूरे खेल का सबसे बड़ा विलेन कांग्रेस का केन्द्रीय आलाकमान साबित होगा, क्योंकि उसकी ढुलमुल नीति के कारण राज्य में पार्टी कभी संगठित नहीं हो पाई, वहीं सारा फायदा बीजेपी के हाथ में आएगा।

शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

Indian Olympic Association ने टेके घुटने, आलोचनाओं के बाद चीनी स्पॉन्सर Linen से तोड़ा नाता

अगली पोस्ट

नोटबंदी के समय काले धन को ज़मा कराने वाले निश्चिंत ना हो, उनके लिए बुरी खबर आई है

संबंधित पोस्ट

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश
चर्चित

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

12 December 2025

अंडमान-निकोबार में शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक ही नहीं, राजनीतिक रूप से भी बेहद अहम रहने वाला है। क्योंकि आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और...

नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है
चर्चित

हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

1 December 2025

हरियाणा की नायब सैनी सरकार ने प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल करते हुए 20 IAS-IPS अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए हैं। यह फेरबदल...

सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।
चर्चित

विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

20 November 2025

20 नवंबर को एक ऐतिहासिक जवाब देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited