PM मोदी ने वामपंथी मीडिया को किया troll, उनके और CM योगी के बीच नकली दरार दिखा रहा था Media

दरबारी मीडिया ने चलाया मोदी बनाम योगी का अजेंडा

लिबरल मीडिया योगी

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब मुश्किल से आठ महीने रह गए है और वर्तमान स्थिति को देखते हुए हम यह कह सकते हैं कि, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव, BJP के लिए वॉक ओवर जीत साबित हो सकते हैं क्योंकि बीजेपी का मुख्य विरोधी दल समाजवादी पार्टी जमीनी स्तर पर निष्क्रिय है, वहीं बहुजन समाज पार्टी का राजनीतिक सफर खत्म होते हुए नजर आ रहा है और कांग्रेस एक अप्रासंगिक पार्टी से ज्यादा कुछ भी नहीं है।

ऐसे में योगी आदित्यनाथ को दुबारा मुख्यमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता है। यह तथ्य जानकर देश की लिबरल मीडिया बौखला गई है, बस फिर क्या था बौखलाई हुई लिबरल मीडिया आधारहीन खबरों को हवा देनी लगी। जैसे कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मतभेद चल रहा है और उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण योगी आदित्यनाथ से नाराज है।

हमेशा की तरह इस बार भी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिलकर लिबरल मीडिया की हवा निकाल दी है। दरअसल, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश सरकार की एक पहल की प्रशंसा की, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को अन्य सेवाओं के साथ स्वास्थ्य सेवा और कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए हेल्पलाइन सुविधा की पेशकश की गई थी।

यूपी के मुख्यमंत्री ने प्रशंसा को स्वीकार करते हुए, PM के ट्वीट का जवाब देने में कोई देरी किया बिना ट्वीट किया, “आपके सर्वसमावेशी मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ से ही प्रेरणा लेकर अपने प्रदेश के वृद्ध नागरिकों को ‘प्रोजेक्ट एल्डरलाइन’ के माध्यम से सहयोग, भावनात्मक देखभाल और समर्थन देने का कार्य कर रही है। सभी प्रदेशवासियों की ओर से आपकी आत्मीय प्रशंसा हेतु हार्दिक आभार।”

बता दें कि हाल ही में योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री से अधिकारिक तौर पर मिलने दिल्ली गए हुए थे। इस मीटिंग की आड़ में वामपंथी मीडिया ने दोनों के बीच तनाव की खबरें फैलाना तेज कर दिया था। साथ ही एक खबर और फैलाई गई थी कि साल 2022 के विधान सभा चुनाव में बीजेपी आलाकमान उत्तरप्रदेश के नेतृत्व में बदलाव कर सकती है।

इन दोनों आधारहीन खबरों पर पीएम मोदी ने सांकेतिक ट्विट करके लेफ्ट लिबरल मीडिया को करारा जावाब दे दिया है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में बस यही लिखा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह बहुत अच्छी पहल है। सिर्फ एक लाइन के ट्वीट ने लिबरल मीडिया और विरोधी दलों द्वारा लगाए जा रहे कयास पर पूर्ण विराम लगा दिया है।

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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले साढ़े चार सालों में विकास की नई बुलंदियों को छुआ है। गुंडों और दबंगों के खात्मे की कहानी से कौन वाकिफ नहीं है। शांतिप्रिय न्याय प्रशासन की वजह से आज उत्तर प्रदेश की जानता चैन की नींद सो पा रही है। ऐसे में विरोधी दलों और लिबरल ब्रिगेड के पास मुद्दे की कमी हो गई है, जिसके वजह से उनका मनगढ़न कहानी बनाना लाज़िमी था।

बहरहाल, लेफ्ट लिबरल मीडिया ने मोदी योगी के बीच में फूट डालकर भी देख लिया, नतीजा फिर उन्हें हर बार के भांति एक बार और मुंह की खानी पड़ी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अब लिबरल मीडिया क्या नई कहानी पका रही है। खैर, जो भी हो योगी आदित्यनाथ को साल 2022 में दुबारा उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता है।

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