उमर गौतम के विरुद्ध एक नया मामला
उत्तर प्रदेश में मूक बधिर लोगों को जबरन इस्लाम कबूल करवाने के आरोपी उमर गौतम के विरुद्ध एक नया मामला सामने आया है। अब खुलासा हुआ है कि उसने विद्यालय में पढ़ने वाले छोटे-छोटे हिन्दू बच्चों को भी मुसलमान बनाने का प्रयास किया। हालांकि, एक हिन्दू शिक्षिका द्वारा इसका कड़ा विरोध हुआ।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शिक्षिका कल्पना सिंह ने बताया कि “2020 में 20 से 25 मौलानाओं के साथ उमर गौतम स्कूल आया था। वह पहले भी आता-जाता रहा है। स्कूल में उमर और मौलाना मुस्लिम धर्म के प्रति लुभाने वाले भाषण देते थे। मौलाना धर्म परिवर्तन करने पर गरीबी दूर करने का प्रलोभन देते थे। शिक्षिका का आरोप है कि हिंदू बच्चों को उर्दू व अरबी पढ़ाए जाने का उसने विरोध किया था।”
ईसाई मिशनरी भी बड़े स्तर पर धर्मांतरण करवा रही है
जब शिक्षिका ने स्कूल प्रबंधन से इस बात का विरोध किया तो उसे निकाल दिया गया। इसके बाद उसने 20 मार्च 2021 को विद्यालय के प्रबंधक और उसके बेटे के विरुद्ध मुकदमा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में भी चार्टशीट लगाई है।
मीडिया रिपोर्ट बताती हैं कि इस क्षेत्र में फतेहपुर के आस पास हिन्दुओं को बहकाकर उन्हें परिवर्तित करने का खेल बहुत बड़े पैमाने पर चल रहा है। इसमें केवल मौलाना ही नहीं ईसाई मिशनरी भी शामिल हैं। छीतमपुर गांव में रहने वाले एक परिवार ने धर्मांतरण कर लिया है। ईसाई मिशनरी ने इस गांव में पहले गरीबों को गोद लिया था। बाद में पूरा परिवार ईसाई बन गया। घर में एक लड़की नर्स बन गई। जो इस समय शहर के एक मिशनरी अस्पताल में काम कर रही है। इसके भाई को मिशनरी के लोगों ने एक नौकरी लगवा दी थी।
इलाके के हिंदुओं का मानना है कि इस क्षेत्र में हिन्दू संगठनों को सक्रियता से काम करना चाहिए। परिवर्तित मुसलमानों और ईसाइयों को पुनः हिन्दू बनाने के लिए बड़े पैमाने पर शुद्धि अभियान चलाना चाहिए।