TV अभिनेता पर्ल वी पुरी के समर्थन में दिव्या खोसला ने पीड़िता और उसके माता-पिता की पहचान उजागर कर दी है

ये कानूनन अपराध है!

दिव्या खोसला कुमार

PC: Koimoi

दिव्या खोसला कुमार ने इंस्टाग्राम पर पर्ल वी पुरी का किया समर्थन

टीवी अभिनेता पर्ल वी पुरी हाल ही में विवादों के घेरे में आए हैं, जब से उन पर एक छोटी बच्ची के यौन शोषण का आरोप लगा है। वे दोषी हैं या नहीं, इसका निर्णय तो अदालत करेगी, लेकिन उसे निर्दोष सिद्ध करने में लगे कुछ लोग जिस प्रकार से जुटे हैं, उसके लिए किसी भी प्रकार की निन्दा, किसी भी प्रकार का अपशब्द अपर्याप्त होगा।

ऐसी ही एक व्यक्ति हैं दिव्या खोसला कुमार। ये टी सीरीज़ कंपनी के मालिक भूषण कुमार की पत्नी और फिल्म निर्माता के साथ साथ निर्देशन और अभिनय में भी हाथ आज़मा चुकी हैं। तो पर्ल वी पुरी मामले से इनका क्या लेना देना? दरअसल, दिव्या खोसला कुमार ने इस मामले में पर्ल वी पुरी का समर्थन किया है। सिर्फ इतना ही नहीं, इन्होंने पीड़िता के माँ-बाप पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए पीड़िता का नाम पहचान सब कुछ उजागर कर दिया है। इसके साथ ही दिव्या खोसला कुमार ने लोगों से इंस्टाग्राम पर अपने अकाउंट के जरिए अपील की है कि जब तक पर्ल को इंसाफ न मिले, तब तक कोई चुप न रहे।

ये सच है कि जब तक कोर्ट सिद्ध न कर दे, तब तक हर आरोपी निर्दोष माना जाता है, लेकिन इसका अर्थ ये भी नहीं है कि दूसरे पक्ष की सारी पोल पट्टी खोल के आप उनके जीवन को खतरे में डाल दो। बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, कोई भी व्यक्ति किसी भी प्लेटफॉर्म से रेप पीड़िता की पहचान जाहिर नहीं कर सकता और न ही ऐसी कोई जानकारी दे सकता है, जिससे पीड़िता को पहचाने जाने की संभावना हो। इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया पर दिव्या खोसला कुमार को लोगों ने खरी खोटी सुनाना शुरू कर दिया है।

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टीवी अभिनेत्री देवोलीना भट्टाचार्य दिव्या पर भड़क उठीं। दिव्या खोसला कुमार के इंस्टाग्राम पोस्ट के बाद देवोलीना भट्टाचार्य ने ट्वीट कर लिखा, “मां-बाप ने इंसानियत सिखाई होती तो जाकर सात साल की बच्ची की मां के इंस्टाग्राम अकाउंट पर गधों की तरह कॉमेंट करने से पहले 100 बार सोचते, और जिसने भी पीड़िता की पहचान उजागर की है, उसे जेल में बंद कर देना चाहिए। उम्मीद करती हूं तुम्हारे अपने इस स्थिति से कभी न गुजरें। कुछ तो इंसानियत रखो। कैसे गंदे लोग हो तुम लोग? डिक्शनरी खोलो और ‘Empathy’ का मतलब चेक करो इडियट्स। इस बकवास डिस्कशन को यहीं बंद कर दो और कोर्ट को फैसला लेने दो। वाकई इंसानियत एकदम गिर गई है। बहुत ही घटिया है यह”।  

ऐसा नहीं है कि पर्ल पुरी को निर्दोष सिद्ध करने में अन्य लोग भी आगे आए थे। परंतु सभी ने केवल अपने अधिकारों का उचित उपयोग किया था। दिव्या खोसला कुमार ने तो पर्ल पुरी को निर्दोष सिद्ध करने के प्रयास में उक्त पीड़िता की जान भी खतरे में डाल दी है, जिसके लिए किसी भी प्रकार की निन्दा कम पड़ेगी।

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