महाराष्ट्र सरकार की एक सटीक नीति बन गई है, जो भी विरोध या आलोचना करे; उस पर सेंसरशिप लागू कर दो। ऐसा नहीं है कि सरकार ये सारे काम खुलकर कर रही है। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार उन सोशल मीडिया अकाउंट और प्लेटफॉर्म को टारगेट कर रही है जो कि उसकी आलोचना का कंटेंट प्रकाशित या प्रसारित करते हैं। इसका एक उदाहरण पॉलिटिकल कीड़ा नामक Twitter अकाउंट को Twitter द्वारा मिला नोटिस।
इस नोटिस में यूजर के कुछ कंटेंट को चिन्हित कर चेतावनी जारी की गई है। यूजर को सलाह दी गई है कि वो ऐसे कंटेंट के प्रकाशन से बचे। दिलचस्प बात ये है कि चिंहित किया गया सारा कंटेंट महाराष्ट्र सरकार से ही संबंधित है।
पॉलिटिकल कीड़ा एक ट्यूब चैनल है जो कि अकसर राजनीतिक हास्य व्यंग के साथ ही कुछ गंभीर मुद्दों पर वीडियो प्रकाशित करता है। यही वीडियो इस चैनल के Twitter Handle पर भी शेयर की जाती है जिसको लेकर Twitter ने आपत्ति जाहिर की है।
Twitter ने यूज़र को भेजे नोटिस में लिखा, “पॉलिटिकल कीड़ा के अकाउंट पर मिले कंटेंट पर प्राप्त हुईं रिपोर्ट के आधार पर हम आपको चेतावनी दे रहे हैं। Twitter अभिव्यक्ति की आजादी के खिलाफ नहीं है, लेकिन अन्य यूजर्स ने आपके कंटेंट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए इसे भारतीय कानूनों का उल्लंघन बताया है।”
So much hate for Balasaheb Thackeray from Uddhav Government.
Just because Balasaheb once said "Main mere Shivsena ki Congress kabhi nahi hone dunga".
Now they are sending legal notice to Twitter to remove Balasaheb's video. https://t.co/15WbdxUI6N pic.twitter.com/NpqbwE287L
— Political Kida (@PoliticalKida) June 11, 2021
और पढ़ें- महाराष्ट्र सरकार की छवि बचाने, उद्धव ने उतारी अपनी ‘बॉलीवुड सेना’
Twitter ने कहा है कि यूजर को इस तरह के कंटेंट को प्रकाशित करने से बचना चाहिए। अपने नोटिस के साथ ही Twitter द्वारा पॉलिटिकल कीड़ा के अलग-अलग ट्वीट्स को भी चिंहित किया गया है। ये जितने भी Tweets हैं, उनमें एक समानता यह है कि सभी महाराष्ट्र सरकार से संबंधित हैं।
इन Tweets और वीडियो में महाराष्ट्र सरकार की जमकर आलोचना की गई है और ये तक कहा गया है कि महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना बालासाहेब ठाकरे के आदर्शों को भूल चुकी है।
इस नोटिस में केवल एक ही तरह के कंटेंट का संलग्न होना दिखाता है कि असल दिक्कतें केवल महाराष्ट्र की महाविकस अघाड़ी सरकार को है। महाराष्ट्र सरकार कुछ भी करके अपने खिलाफ उठने वाली प्रत्येक आवाज को दबाना चाहती है।
पॉलिटिकल कीड़ा को Twitter द्वारा भेजा गया ये नोटिस इस पूरे घटनाक्रम की कहानी प्रतिबिंबित करता है। वहीं Twitter ने विकास नामक एक कार्टूनिस्ट को भी नोटिस भेजा है, और इसे कानून का उल्लंघन बताया है। दिलचस्प बात ये है कि ये कार्टून भी महाराष्ट्र के CM उद्धव ठाकरे का ही है।
Finally, received my first notice for a cartoon on the best CM ;) pic.twitter.com/ojfQiQxOzq
— Vikaso (@vikasopikaso) May 10, 2021
Twitter द्वारा उन यूजर्स को नोटिस भेजाना जो अपने अकाउंट में मुख्य रूप से MVA सरकार की आलोचना करते पाए गए हैं, इसका सीधा अर्थ है कि महाराष्ट्र सरकार अपने तंत्र का प्रयोग कर अपने खिलाफ उठने वाली प्रत्येक आवाज को सेंसरशिप के जरिए दबाने पर तुली हुई है।